किसानों की दो टूक- अविश्वास प्रस्ताव का साथ दे गिराएं सरकार, अन्यथा किसान कड़े कदम उठाने को होंगे मजबूर चरखी दादरी जयवीर फोगाट हरियाणा विधानसभा में 10 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली वोटिंग के मद्देनजर संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर इलाके की विभिन्न खाप, किसान, सामाजिक, कर्मचारी और व्यापारी संगठनों ने आज बाढड़ा से जजपा विधायक नैना चौटाला के कार्यालय का जोरदार नारेबाजी करते हुए घेराव किया। काफी देर के बाद भी कोई ज्ञापन लेने के बाहर नहीं आया तो किसानों ने कार्यालय के बाहर मुख्य गेट पर ज्ञापन चस्पा कर दिया। इस बीच कानून व्यवस्था संभालने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। सुबह 10 बजे से ही किसान दादरी के मेजबान चौक के पास एकत्रित होने शुरू हो गए थे। प्रदर्शन के लिए रवाना होने से पूर्व सर्वजातीय श्योराण खाप 25 के प्रधान बिजेंद्र बेरला, खाप 40 सांगवान के सचिव नरसिंह डीपीई, फौगाट खाप के प्रधान बलवंत नम्बरदार, चिड़िया खाप के प्रधान राजबीर शास्त्री, शमशेर फौगाट, पूर्व विधायक नृपेंद्र मांढी, किसान नेता राजू मान, विनोद मोड़ी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि हरियाणा विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली वोटिंग तय कर देगी कि कौन किसान के साथ है और कौन सरकार के पाले में है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर भाजपा और जजपा विधायकों ने सरकार नहीं गिराई तो उन्हें परिणाम भुगतने को तैयार रहना होगा। ठीक 12 बजे किसानों ने नारेबाजी के बीच प्रदर्शन करते हुए जजपा विधायक नैना चौटाला के कार्यालय की और प्रस्थान किया। जहां उनका ज्ञापन लेने काफी देर तक कोई बाहर नहीं आया। पुलिस द्वारा अंदर घुसने से मना करने पर किसान नारेबाजी करते हुए वहीं जमीन पर बैठ गए। इस बीच किसानों ने ज्ञापन को मुख्य गेट पर चस्पा कर दिया। ज्ञापन में आंदोलनकारियों ने नैना चौटाला से मांग करते हुए कहा कि हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। इस भाजपा-जेजेपी गठबंधन ने अपने किसान विरोधी व जन विरोधी रवैये को अब तक कई तरीकों से प्रदर्शित किया है। तीन कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन को चले 103 दिन से ज्यादा हो चुके हैं और इस दौरान 250 से अधिक किसान शहादत दे चुके है। लेकिन केंद्र सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है। अगर आप देश के अन्नदाताओं के हालातों को देख सरकार के खिलाफ मत देंगी तो हरियाणा ही नहीं केंद्र सरकार को झटका लगना लाजमी है। इसलिए 10 मार्च को आप सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग में सरकार के खिलाफ वोट करें। यही एकमात्र तरीका है जिसमें जन-विरोधी सरकारें एक महत्वपूर्ण सबक सीखेगी। उन्होंने नैना चौटाला को चेताते हुए कहा कि अगर उन्होंने सरकार के समर्थन में मतदान किया तो इलाके की जनता आपको सबक सिखाने के लिए मजबूर होगी। इस अवसर पर मास्टर रघुबीर श्योराण, राजकुमार हड़ौदी, सुरेश फौगाट, ओमप्रकाश कलकल, योगेश इमलोटा, बलवंत, बलवान बेरला, विद्यानन्द हंसावास, शमशेर फौगाट, धर्मपाल महराणा, कृष्ण फौगाट, जगदीश हुई, देशराम भांडवा, सुरजभान सांगवान, भीम सिंह द्वारका, वेदप्रकाश जेवली, चंद्रपाल चांदवास, पूर्व सरपंच कृष्ण ढाणी, सुरजभान लाड, अत्तर सिंह घसोला, चंद्र सिंह हड़ौदी इत्यादि मौजूद थे। Post navigation जेई द्वारा रिश्वत लेने के मामले के वायरल हुए वीडियो की जांच करेगी विजिलेंस। किसानों का आरोप- पूंजीपतियों को और धनाढ्य बनाने पर जुटी है सरकार