कागज पर लिखे ज्ञापन-मांग पत्र देने वाले मौके पर बोलने से चूके.
अहीरवाल की लाइफ लाइन ट्रेनों को चलाने की मांग पर चुप्पी.
हजारों परिवारों के साथ अनेक छात्र वर्ग भी हो रहा है परेशान

फतह सिंह उजाला

पटौदी।   एक लंबे अरसे के बाद अहीरवाल के दिग्गज केंद्र में मोदी के वजीर राव इंद्रजीत सिंह अपने ही राजनीतिक गढ़ पटौदी क्षेत्र के प्रबुद्ध लोगों और रेल यात्री संघ से रूबरू हुए । मौका था सोमवार को जाटोली फाटक 46सी पर अंडर पास के शिलान्यास किया जाने का । विकास के साथ सुविधाओं के कार्य भी होने चाहिए। अब यहां अंडरपास की चौड़ाई 16 फुट और ऊंचाई 10 फुट होगी , पहले यह कम थी।

सोमवार को मौका भी था और माहौल भी था कि राव इंद्रजीत सिंह के साथ-साथ उत्तर रेलवे दिल्ली मंडल के रेलवे अधिकारियों के सामने अहीरवाल क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण मांग ट्रेनों को चलाए जाने की रखी जाती । लेकिन हजारों परिवारों के लिए लाइफ लाइन बनी हुई ट्रेन को चलाने की मांग की तरफ ध्यान देने की अथवा मांग किए जाने की जरूरत ही महसूस नहीं की गई । जबकि विभिन्न सामाजिक संगठन, दैनिक रेल यात्री संघ कागज पर लिखे ज्ञापन और मांग पत्र रेलवे मंत्री, रेलवे अधिकारियों के साथ साथ अनेकों बार अहीरवाल के शेर राव इंद्रजीत सिंह के नाम भी सौंप चुके हैं । करोना कॉल के बाद अब, बस में पूरी सवारी जा रही हैं , तमाम तरह की छूट प्रदान की जा चुकी है, स्विमिंग पूल और शिक्षण संस्थानं खोल दिए गए हैं, सिनेमा हॉल खोले जा चुके हैं, तो ऐसा क्या कारण और मजबूरी है कि ट्रेनों को चलाने में अथवा चलवाने में अहीरवाल के शेर क्यों चुप्पी साधे हुए हैं ?

लोहारू से लेकर रेवाड़ी होते हुए, भिवानी बेल्ट से भी ,अलवर ,जयपुर व अन्य स्थानों से हजारों की संख्या में लोग काम धंधे सहित अपने रोजगार के लिए रेवाड़ी से दिल्ली के बीच विभिन्न स्टेशनों पर आवागमन कर रहे थे । करोना कॉल में ठहरे रेल के पहिए कोराना के बाद दी जा चुकी विभिन्न प्रकार की छूट के बावजूद क्या जंग खा चुके हैं ? यह लाख टके का सवाल है । हजारों की संख्या में आवागमन करने वाले अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले आम नागरिक ही नहीं एक बहुत बड़ा वोट बैंक भी है । अनेक लोग बेरोजगार होकर घर बैठे हैं । मजबूरी में अनेक लोगों ने रोजगार के लिए मोटा कर्जा अपने सिर किया हुआ है । रेल से सस्ता आवागमन का कोई भी अन्य साधन ही उपलब्ध नहीं है । इतना ही नहीं सड़क मार्ग से आवागमन करते हुए पेट की आग बुझाने के लिए परिवार का पालन पोषण करने वाले काफी लोगों की दुर्घटना में मौत भी हो चुकी है । यह बहुत ही संवेदनशील और गंभीर सवाल है, अब समय के साथ साथ पेट की आग की भी यही मांग है कि जल्द से जल्द कम से कम दिल्ली रेवाड़ी के बीच में साधारण पैसेंजर ट्रेनें अहीरवाल के शेर को चलवाने के लिए रेल मंत्री, रेलवे प्रशासन और अपनी ही सरकार के मुखिया पीएम मोदी से भी अहीरवाल के हित में मांग को जोरदार तरीके से रखा जाना चाहिए। बहरहाल सोमवार को पटौदी रोड रेलवे स्टेशन के फाटक 46सी के अंडर पास का शिलान्यास अहिरवार के शेर  राव इंदरजीत सिंह के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया। इस मौके पर रेलवे प्रशासन की तरफ से एडीआरएम, एके यादव, अनुराग जोशी, अनूप शर्मा, प्रखर पांडे व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

इस मौके पर डी आर यू सी सी एवं पटौदी दैनिक यात्री संघ के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह चैहान ने पटौदी रोड रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म दो और तीन पर सीसी रोड बनवाने, पीने के पानी, बिजली , यात्रियों के बैठने के लिए बेंच और बरसात तथा गर्मी से बचने के लिए शैड बनवाने जैसी मांग तो रखी , लेकिन सबसे महत्वपूर्ण मांग ट्रेनों को चलाई जाने के मामले में एक शब्द भी नहीं बोला गया । वही हेलीमंडी नगर पालिका के चेयरमैन सुरेश यादव के द्वारा अतीत में पटौदी स्टेशन पर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के आगमन के मौके पर रखी जा चुकी मांग बाबा हरदेवा के पास अंडरपास बनाने की मांग को फिर से दोहराया गया। इसके साथ ही पटोदी स्टेशन पर रेलवे टिकट रिजर्वेशन काउंटर का समय सुबह 8 से सायं 8 बजे तक किया जाने कोई भी मांग की गई । इस मौके पर खासतौर से हेली मंडी नगर पालिका के चेयरमैन सुरेश यादव, वाइस चेयरमैन विक्रांत विक्की चैहान, पूर्व एमएलए विमला चैधरी, अनिल खनगवाल, नरेश बंसल, करण सिंह नंबरदार शेरपुर, गणेश गुप्ता, पवन शर्मा , प्रदीप कुमार, मास्टर सुरेंद्र सिंह, रवि चैहान , रतन लाल योगी, दलीप पहलवान छिल्लर , श्रीपाल चैहान , राजेंद्र गुप्ता सहित स्थानीय प्रबुद्ध नागरिक भी मौजूद रहे।

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