दंगल में सबसे बड़ी कुश्ती को लेकर पहलवानों में तकरार.
पहलवानों के गुट ने दूसरे पहलवानों पर किया हमला.
अंकित की शिकायत पर पुलिस ने किया मामला दर्ज

फतह सिंह उजाला

पटौदी ।   बड़े बुजुर्ग और अन्य सभी लोग तथा नामी-गिरामी खिलाड़ी यही कहते आ रहे हैं कि खेल को खेल की भावना से ही खेलना चाहिए। फिर ऐसा क्या हुआ कि दंगल में दांवपेच आजमाने वाले पहलवान ही आपस में एक दूसरे पर हमलावर हो गए ? इस मामले में अंकित गुलिया की शिकायत पर पटौदी पुलिस के द्वारा आरोपी हमलावरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

अंकित गुलिया पुत्र दयानंद निवासी बादली जिला झज्जर के द्वारा पुलिस ने दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक वह अपने दोस्तों रोहित पुत्र इंद्रजीत गांव निमाना, राकेश पुत्र रमेश चंद्र गांव इमलोटा , चिराग पुत्र राकेश गांव सोंधी, प्रवीण पुत्र जसवीर गांव सिलाना के साथ में पटौदी क्षेत्र में ही एक गांव में दंगल कुश्ती में भाग लेने के लिए आए थे । पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक अंकित के द्वारा बताया गया है कि उसके दोस्त सकेत की कुश्ती अरुण नामक पहलवान के साथ में हुई थी । आरोप लगाया गया है कि इसी कुश्ती के दौरान अरुण ने अपने मुकाबिल सकेत से कहा कि मुझे चित मत करना, यदि चित कर दिया तो मैं तुम्हें घर नहीं पहुंचने दूंगा ।

दंगल की सबसे बड़ी कुश्ती में सकेत में अपने मुकाबिल अरुण को चित कर दिया । इसके बाद में वह इनाम में मिली नगद 31000 रूपए की रकम लेकर अपनी गाड़ी में सवार होकर घर लौट रहे थे । इसके बाद में जैसे ही यह सभी हेलीमंडी इलाके में जाटोली क्षेत्र में खंडेवला मोड पर पहुंचे तो आरोप अनुसार अरुण और राहुल नामक युवक एक कार में सवार होकर पहुंचे और इनकी गाड़ी के आगे अपनी कार को लगा दिया । अंकित के द्वारा दी गई पुलिस शिकायत में कहा गया है कि इसके बाद में अचानक ही हमला बोल दिया । वहीं हमलावरों के कुछ अनजान साथी भी मौके पर पहुंच गए । पुलिस में दर्ज की गई शिकायत के मुताबिक अरुण, राहुल, गणेश व अन्य अज्ञात युवकों के द्वारा हाकी, लकड़ी के डंडे, गुटके, ईट आदि से अंकित, रोहित, सकेत, चिराग व प्रवीण पर हमला करने के साथ ही उनकी कार पर भी लाठी डंडे बरसाए गए ।

इसी बीच में मौका पाकर जान बचाते हुए जैसे तैसे अपनी कार से निकलकर दाएं-बाएं छुपे और पुलिस को उपरोक्त घटना के बारे में जानकारी दी। बताया गया है कि जाटौली क्षेत्र में खंडेवला मोडं पर दिन ढ़ले अचानक से कार सवारों को रोककर किये गए हमले और मारपीट होती देख आसपास के दुकानदार भी सन्न रह गए और तो और बीच-चाव के लिए आने की भी किम्मत नहीं जुटा सके। फिर भी कुछ लोगों के द्वारा बीच-बचसव का प्रयास नाकाम ही रहा। अंकित गुलिया का यह भी आरोप है कि घर लौटते समय कार में सवार उन लोगों पर किए गए हमले के दौरान इनाम में मिली 31000 की नगदी सहित कुल 40000 रूपए भी इस मारपीट के दौरान हमलावर छीन कर ले गए । वही जाते-जाते यह भी धमकी दी कि आज तो तुम्हें लोगों ने बचा लिया आगे कभी मिले तो तुम्हारी खैर नहीं होगी। बताया गया है कि प्रतिपक्ष युवकों के द्वारा किए गए हमले में अंकित को तीन चोट, राकेश को चार चोट, प्रवीण को दो चोट, चिराग को तीन चोट और रोहित को दो चोट अलग-अलग स्थानों पर आई है । इन चोटों में गंभीर चोट लगना भी बताया गया है । पुलिस के द्वारा अंकित गुलिया पुत्र दयाराम निवासी बादली जिला झज्जर की शिकायत पर आरोपी हमलावरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है ।

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