छोटू राम जी की जन्म जयंती पर रातों रात रेड मार कर किसान नेताओं की धरपकड़ से खट्टर-मोदी सरकारों ने तानाशाही की सारी हदें पार कर ली हैं।

• किसानों ने क्या अपराध किया है?• क्या फसल की क़ीमत माँगना अब इस देश में अपराध है?• क्या देश का पेट पालने वाले अपराधी हैं या उनकी धरपकड़ करने वाली भाजपा सरकारें असली अपराधी हैं?

किसान नेता सरदार गुरनाम सिंह चड़ुनी के घर पर पुलीस रेड मारी जा रही हैं। किसान नेता कर्म सिंह मथाना, सत्यवान कथुरा, काला कनोह, मंदीप रतिया, सत्यवान नरवाल, प्रहलाद सिंह भारुखेड़ा को रातों रात गिरफ़्तार कर लिया गया। ये अहंकारी सरकार का जुल्म नही तो क्या है?
हमारी माँग है कि किसान नेताओं को रिहा करें और दिल्ली कूच कर काले क़ानूनों की वापसी की माँग उठाने दें वरना न खट्टर सरकार बचेगी, न मोदी सरकार।

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