कहा- किसान मसीहा चौ. छोटू राम की जयंती पर किसानों के साथ ऐसा व्यवहार करना निंदनीय
एमएसपी की गारंटी के बिना किसानहित में नहीं है नए क़ानून, किसानों की मांग जायज़- हुड्डा
सरकार की किसान और कोरोना दोनों ही नीतियां विफल- हुड्डा
विधायक दल की बैठक में बरोदा विजय के लिए हुड्डा ने सभी कांग्रेस विधायकों को दी बधाई

24 नवंबर, चंडीगढ़ः किसानों के मसीहा चौधरी छोटू राम जी के जन्मदिन पर किसानों को गिरफ्तारी दुर्भाग्यपूर्ण है। ये कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की बैठक लेने के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। इस मौक़े पर उन्होंने तीन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसान आंदोलन कर रहे नेताओं की गिरफ्तारी को ग़लत बताया। क्योंकि देश के हर नागरिक को शांतिपूर्ण तरीक़े से अपनी मांग उठाने और आंदोलन करने का अधिकार है। किसानों की जायज़ मांगों को इस तरह से दबाया नहीं जा सकता। नेताओं को रात में सोते हुए घरों से गिरफ्तार करना किसी भी सूरत में सही नहीं ठहराया जा सकता। इसलिए सरकार को जल्द से जल्द गिरफ्तार नेताओं को रिहा करना चाहिए।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि एमएसपी की गारंटी के बिना नए क़ानून किसानहित में नहीं है। इसके लिए कांग्रेस अगले विधानसभा सत्र में एपीएमसी एक्ट (कृषि उत्पाद मार्किट कमेटी क़ानून) में संशोधन का प्रस्ताव लेकर आएगी। पिछली बार सरकार ने 15 दिन पहले प्रस्ताव ना मिलने का बहाना बनाकर संशोधन करने से इंकार कर दिया था। इसलिए इस बार सत्र से एक महीना पहले ही एमएसपी की गारंटी देने और एमएसपी से कम रेट पर फसल की ख़रीद करने वाले को सज़ा के प्रावधान वाला प्रस्ताव भेज दिया जाएगा। हुड्डा ने कहा कि बिना क़ानून बने ये सरकार किसानों को एमएसपी नहीं देने वाली। आज भी मंडियों में धान और बाजरा के किसान एमएसपी से वंचित हैं। मक्का, कपास, सरसों और अन्य फसलों की ख़रीद में भी सरकार द्वारा किए जा रहे एमएसपी देने के दावे खोखले साबित हुए थे।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी सरकार की किसान और कोरोना दोनों ही नीतियां पूरी तरह विफल है। सरकार की नीतियों का ही नतीजा है कि आज किसान सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने के लिए मजबूर हैं तो वहीं सरकार के कुप्रबंधन की वजह से कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। अगर सरकार कोरोना पर रोक लगाने के लिए गंभीर है तो विपक्ष उसका हर संभव सहयोग करने के लिए तैयार है। इससे पहले लॉकडाउन में भी हमने महामारी के ख़िलाफ़ लड़ाई में सरकार का सहयोग किया था। बावजूद इसके आजतक सरकार के पास कोरोना को लेकर कोई स्पष्ट रणनीति नहीं है। ऐसे में लोगों को अपने स्तर पर सावधानी बरतने की ज्यादा ज़रूरत है। हुड्डा ने कहा कि सभी को कोरोना संबंधित गाइडलाइंस की सख्ती से पालना करनी चाहिए और बिना मास्क के घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।

इससे पहले बैठक में इन तमाम मुद्दों पर नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस विधायकों के साथ विचार विमर्श किया। उन्होंने कहा कि ये सरकार किसान और मजदूर विरोधी है। सरकार ने 3 कृषि क़ानून थोपकर किसानों और लेबर क़ानूनों में बदलाव करके मजदूरों पर मार मारने का काम किया है। आने वाले दिनों में हर मंच पर इन मुद्दों को उठाया जाएगा। बीजेपी-जेजेपी गठबंधन को सत्ता से बाहर करने तक उनका ये आंदोलन जारी रहेगा। बरोदा उपचुनाव के नतीजे ने बता दिया है कि जनता का इस गठबंधन सरकार से मोह भंग हो चुका है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सभी कांग्रेस विधायकों को बरोदा विजय की बधाई दी। उन्होंने कहा कि सभी विधायकों ने जीत के लिए कड़ी मेहनत की। इसी का नतीजा है कि सत्ताधारी गठबंधन को बड़ी हार का मुंह देखना पड़ा। नेता प्रतिपक्ष और नवनिर्वाचित विधायक इंदुराज नरवाल ने इसके लिए सभी विधायकों का आभार भी जताया।

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