– गठबंधन सरकार की छोड़े चिंता कांग्रेसी, खुद के लिए करें आत्मचिंतन – दुष्यंत चौटाला. – सोनिया गांधी सुरजेवाला को ताकत देकर भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा को रीकॉल करने की तैयारी में – दुष्यंत चंडीगढ़, 19 नवम्बर। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार पर सवाल उठाने वाले कांग्रेसी नेताओं को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगर अविश्वास की कोई बात होगी तो वो कांग्रेस में ही होगी इसलिए आज कांग्रेसियों को गठबंधन सरकार की चिंता छोड़कर खुद के बारे में आत्मचिंतन करने की आवश्यकता है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश में निरंतर बेहतर कार्य करते हुए मौजूदा बीजेपी-जेजेपी की गठबंधन सरकार मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। वे वीरवार को चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। डिप्टी सीएम ने कांग्रेस के प्रति कपिल सिब्बल के बगावती सुरों का जिक्र करते हुए हरियाणा कांग्रेस पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर मची कलह की आंच हरियाणा तक पहुंचने में ज्यादा समय नहीं है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कहीं ऐसा न हो जाए कि सोनिया गांधी प्रदेश में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला को ताकत देकर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा व उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा को रीकॉल कर दें इसलिए अविश्वास की बात करने वाले नेता अपनी पार्टी में झांकें और खुद के लिए आत्मचिंतन करें। उन्होंने कहा कि जिस संगठन में विश्वास नहीं, उनके नेताओं द्वारा आज अविश्वास की बातें करना शोभा नहीं देता। एक सवाल के जवाब में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश में सरकार के लिए क्या जोड़-तोड़ होती है उसके बारे में दीपेंद्र हुड्डा से बेहतर उनके पिता भूपेंद्र सिंह हुड्डा जानते हैं क्योंकि वर्ष 2009 में सरकार बनाने के लिए उन्होंने क्या जोड़-तोड़ की सियासत की, वह जगजाहिर है। उन्होंने कहा कि हुड्डा ने रातों-रात निर्दलीय विधायकों को उठाकर मुख्य संसदीय सचिव और मंत्री बनाया, ऐसे हालात आज गठबंधन सरकार में तो बिल्कुल नहीं है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वर्ष 2009 में हुड्डा ने सारे जोड़-तोड़ करते हुए पांच वर्ष तक सरकार चलाई जबकि आज गठबंधन सरकार 57 विधायकों के समर्थन से मजबूती के साथ सरकार चला रही है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेसी शुरू से ही गठबंधन सरकार गिरने के सपने देख रही है जबकि गठबंधन सरकार निरंतर मजबूती के साथ चल रही है। उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार पर प्रदेश की जनता को पूरा विश्वास है। बरोदा की जनता ने उपचुनाव में गठबंधन उम्मीदवार को पिछले चुनाव के मुकाबले करीब साढ़े 14 हजार वोट अधिक दिए है। दुष्यंत चौटाला ने उपचुनाव के परिणाम के बारे में कहा कि गांव भैंसवाल में विधानसभा-2019 के चुनाव में जेजेपी उम्मीदवार भूपेंद्र मलिक को करीब 1786 और बीजेपी उम्मीदवार पहलवान योगेश्वर दत्त को करीब 1703 वोट मिले थे। अब उपचुनाव में भैंसवाल गांव में गठबंधन उम्मीदवार को करीब 3600 वोट मिले है। उन्होंने कहा कि 50 हजार के करीब वोट हासिल करना बीजेपी-जेजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा मिलकर मेहनत करने का नतीजा है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि यह जनता का सरकार के प्रति अविश्वास नहीं बल्कि विश्वास है और इसके लिए हम बरोदावासियों का आभार प्रकट करते हैं। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अगर कांग्रेस में बरोदा उपचुनाव जीतने के बाद इतना ही घमंड आ गया है तो हरियाणा की जनता उनके घमंड को उतारना भी जानती है। उन्होंने कहा कि समय अनुसार परिस्थितियां बदलती रहती है और चुनाव में हार-जीत चलती रहती है। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि गत लोकसभा चुनाव में उन्हें हार मिली लेकिन विधानसभा चुनाव में करीब 50 हजार वोटों से वे विजयी हुए। डिप्टी सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह भी बताया कि शनिवार को जेजेपी की कार्यकारिणी की बैठक गुरूग्राम में होगी, जिसमें आगामी शहरी निकाय आदि चुनावों को कैसे लड़ा जाए उस पर पार्टी के पदाधिकारी चर्चा करेंगे। Post navigation हरियाणा पुलिस ने दो ऑनलाइन साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर 11 किए काबू पटवारी 5 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार,नगर निगम पानीपत के 6 अधिकारी भी फसे