तैयार पार्किंग को जनता के लिए न खोलना अन्यायपूर्ण – पंकज डावर
“जब स्थायी पार्किंग ही नहीं, तो जुर्माना ठगी के समान है”

गुरुग्राम, 6 अप्रैल — कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डावर ने ओल्ड रेलवे रोड स्थित सदर बाजार के पास बनकर तैयार बहुमंजिला पार्किंग को लेकर स्थानीय प्रशासन और सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पार्किंग पूरी तरह से तैयार है, लेकिन केवल उद्घाटन का इंतजार होने के कारण इसे जनता के लिए शुरू नहीं करना सीधा-सीधा अन्याय है।
डावर ने मांग की कि जब तक आधिकारिक उद्घाटन नहीं होता, तब तक इस पार्किंग को ट्रायल बेसिस पर वाहनों के लिए खोला जाए ताकि आम नागरिकों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा, “उद्घाटन सरकार जब चाहे कर ले, लेकिन जनता को तब तक सुविधाओं से वंचित रखना अनुचित है।”
भीड़भाड़ और क्रेन से जनता की परेशानियां
डावर ने गुरुग्राम के बाजारों में बढ़ती पार्किंग समस्या पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि लोगों को अपनी गाड़ियां मजबूरी में सड़कों के किनारे खड़ी करनी पड़ती हैं, और जीएमडीए की क्रेन उन्हें तुरंत उठाकर ले जाती है। उन्होंने कहा, “लोग बाजार से 500 रुपये की खरीदारी करते हैं, और फिर गाड़ी छुड़वाने के लिए 1000 रुपये देने पड़ते हैं। क्या यही है जनता की सेवा?”
डावर ने यह भी आरोप लगाया कि पार्किंग के नाम पर की जा रही यह कार्रवाई अब सुव्यवस्था नहीं, बल्कि उगाही का हथियार बन चुकी है। कई बार गाड़ी सही जगह खड़ी होती है, फिर भी क्रेन उसे खींचकर सड़क तक लाकर फोटोग्राफी करती है और रॉन्ग पार्किंग का चालान काट देती है।
छोटे वाहन निशाने पर, बड़े वाहनों को छूट?
पंकज डावर ने सवाल उठाया कि ये क्रेन केवल आम आदमी की छोटी गाड़ियों को ही क्यों उठाती हैं? उन्होंने कहा कि “बड़ी गाड़ियों को देखकर क्रेन का स्टाफ भी पीछे हट जाता है। उन्हें ‘फोर बाय फोर’ कहकर हाथ तक नहीं लगाया जाता।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिन वाहनों में पुलिस की टोपी रखी होती है, वे चाहें कहीं भी खड़ी हों, क्रेन उन्हें छूने की हिम्मत नहीं करती।
डावर ने इस दोहरे रवैये को प्रशासनिक पक्षपात बताते हुए कहा कि मोटर वाहन अधिनियम में इस प्रकार की कोई छूट नहीं दी गई है, लेकिन व्यवहार में कुछ खास वर्गों को खुली छूट मिल रही है, जबकि आम आदमी को प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है।
सरकार और प्रशासन पर सीधा सवाल
कांग्रेस नेता ने कहा कि जनता ने भाजपा को वोट विकास के लिए दिया था, न कि उत्पीड़न के लिए। उन्होंने मांग की कि सरकार, स्थानीय प्रशासन और मंत्रीगण इस विषय पर तुरंत संज्ञान लें और जब तक पार्किंग का उद्घाटन नहीं हो, तब तक इसे आम लोगों के लिए खोला जाए।
डावर ने यह भी कहा कि यदि प्रशासन वास्तव में ईमानदार है तो समान नियम सब पर लागू करे, चाहे वह किसी भी हैसियत वाला हो।
“पार्किंग सुविधा को लटकाना और जनता को दंडित करना प्रशासन की असंवेदनशीलता का प्रतीक है। अब जनता चुप नहीं बैठेगी।” – पंकज डावर