चंडीगढ़, 19 नवंबर- हरियाणा राज्य चौकसी ब्यूरो ने करनाल के एक पटवारी को 5 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है तथा एक अन्य मामले में विजिलैन्स विभाग की अनुशंसा पर सरकार ने ठेकेदारों से लाखों रुपये की वसूली करने सहित नगर निगम पानीपत के 2 कार्यकारी अभियन्ताओं, 2 निगम अभियन्ताओं व 2 कनिष्ठ अभियन्ताओं के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं। ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने गुरूवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि पहला मामला जिला करनाल से सम्बधित है। शिकायतकर्ता इरशाद वासी गांव नग्गल राजपूत, जिला सहारनपुर ने विजिलेंस ब्यूरो, करनाल को शिकायत दी कि इन्द्री में उसकी कुछ जमीन है, जिसकी चकबन्दी की एवज में पटवारी परमजीत पांच हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहा है। ब्यूरो ने कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं में अभियोग अंकित करके सुनील कुमार, उप पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में विजिलेन्स, करनाल की टीम द्वारा रेड की गई। ड्यूटी मजिस्ट्रेट राजेश कुमार बी.डी.पी.ओ की मौजूदगी में आरोपी पटवारी को 5 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

नगर निगम पानीपत के 6 अधिकारी भी फसे

दूसरा मामला पानीपत नगर निगम द्वारा विभिन्न गलियों व सडकों के निर्माण से सम्बधित है। विजिलैन्स विभाग, पंचकूला की तकनीकी टीम द्वारा पानीपत नगर निगम की कई गलियों व सडकों का विशेष निरीक्षण किया गया था, जिसमें पाया गया कि ठेकेदारों द्वारा नगर निगम के कार्यकारी अभियन्ताओं, निगम अभियन्ताओं व कनिष्ठ अभियन्ताओं की लापरवाही का फायदा उठाकर घटिया स्तर की निर्माण सामग्री का प्रयोग किया गया है व सरकार को लाखों रुपये का चूना लगाया है। विजिलैन्स ब्यूरो की रिपोर्ट पर अब सरकार ने सम्बधित ठेकेदारों से लगभग 13,37,427 रुपये की वसूली सहित नगर निगम पानीपत के 2 कार्यकारी अभियन्ताओं, 2 निगम अभियन्ताओं व 2 कनिष्ठ अभियन्ताओं के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

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