पंचकूला में आखिर किसके इशारे पर हो रहा है अवैध खनन: ओपी सिहाग

क्या वास्तव मे  खनन माफिया स्थानीय नेताओ व अधिकारियों  की मिली भगत   से  हो रहा अवैध खनन        
ओपी  सिहाग जजपा  पंचकूला के जिला  शहरी  प्रधान 

पंचकूला। ओपी  सिहाग जजपा  पंचकूला के जिला  शहरी  प्रधान  ओ पी  सिहाग व ग्रामिण जिला प्रधान भाग सिंह दमदमा  ने लगातर  मीडिया  मे अवैध खनन बारे आ रही  खबरों  बारे एक प्रैस नोट जारी  करते हुए कहा कि  अगर  मीडिया  गलत  रिपोर्टिंग  कर रहा है  तो सरकार  या जिला प्रशासन की तरफ से उसका  खंडन करना  चाहिए  या गलत खबरें  छापने  पर अखबारो या  रिपोर्टरो  के खिलाफ कार्रवाई  करनी चाहिए। सिहाग ने कहा कि अगर जिले में अवैध  खनन  हो रहा तो उसे रुकवाने  बारे  सरकार सख्त  कदम उठाये। इस बारे एक शिकायत मुख्य मन्त्री, गृहमंत्री  तथा निदेशक खनन  विभाग को भेजी गई है ।

श्री  सिहाग व श्री दमदमा  ने कहा कि अब सवाल  उठता  है कि किस कि  शह पर यह अवैध खनन   हो रहा है? क्या  माइनिंग विभाग के  अधिकारी  अखबारों  मे इस बारे  इतना शोर  होने के बाद  केवल अपने दम  पर  अवैध खनन का कार्य  करवा सकते हैं?  क्या खनन  माफिया  या अन्य  कोई लोग अपने दम  पर इतने बड़े पैमाने पर अवैध  खनन  कर सकते है? क्या अवैध  माइनिंग घोटाले में  जिले का कोई  नेता या अधिकारी पर्दे के पीछे  भूमिका  तो नहीं निभा रहा?

क्या पुलिस-प्रशासन व खनन विभाग मे कही बहुत बड़ा  छेद है ?

श्री ओ पी  सिहाग  ने कहा  कि जिले के   दो सबसे बड़े  अधिकारी जिनमें  उपायुक्त   पंचकुला की ईमानदारी  पर कोई ऊँगली  नही उठा  सकता, तथा  दुसरे अधिकारी   डीसीपी  पंचकूला  जिनके  बारे  मे चर्चा  है कि वो एक ईमानदार युवा  पुलिस  अधिकारी  है,फिर भी वो  पूरी  तरह से अवैध  खनन  को रोक नही पा रहे  हैं, वो इतने  मजबूर  कैसे  हैं?

श्री सिहाग  व भाग  सिंह ने आगे कहा  कि हर रोज अवैध  माइनिंग घोटाले  से सम्बंधित  बड़ी  बड़ी  खबरें आ रही है,  क्या सरकार को सारे मामले की जांच के लिए   उच्च अधिकारीयो की स्पैशल टीम  बनकार  जांच  नही  करवानी चाहिए?

क्या इस सारे मामले से गठबंधन  सरकार की किरकरी   तो नही हो रही है?

श्री भाग  सिंह  दमदमा व ओ पी  सिहाग  ने कहा कि इस तरह की चर्चाएं  है कि  जो करोडों  रुपया  सरकारी  खजाने में  जाना चाहिए , वो मिलिभगत से प्राइवेट लोगो की जेब मे जा रहा है , जिस की बन्दर बाँट मे कुछ पुलिस के अधिकारी/कर्मचारी, प्रशासन व खनन विभाग के अधिकारी व  लोकल  नेता भी शामिल हैं?

क्या सरकार की ठीक नाक के निचे  पंचकूला जिले मे अवैध खनन का होना सरकार ,खनन विभाग   व गृहमंत्रालय की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान  तो नही लगा रहा  ?

क्या  सरकार  का खुपिया विभाग   भी ठीक से सरकार को  रिपोर्टिंग  नहीं  कर रहा है ?

जब सरकार  के  मुख्यमंत्री,उप- मुख्यमंत्री, गृहमंत्री  साफ छवि  के है  तो अवैध खनन माफिया  इतना दुस्साहस  कैसे  कर रहा है? जब स्थानीय  विधायक व स्पीकर  हरियाणा,ऑफिसरज को इस अवैध खनन को  रुकवाने के लिए कार्यवाही करने के लिए कह रहे हैं तो यह धंधा रुक क्यो नही रहा?

अगर माइनिंग  विभाग,जिला प्रशासन, पुलिस, पंचकुला के  चुने   हुए नेता, सरकार  मे शामिल  पार्टी के सभी लोग इकठ्ठा  होकर इस  बारे ठोस  कार्यवाही  करे तो क्या अवैध  माइनिंग को रोका नही जा सकता ?   

सिहाग ने कहा  कि दो दिन  पहले जजपा  ग्रामिण अध्यक्ष  भाग सिंह  दमदमा व जजपा के अन्य  पदाधिकारियों  के साथ  रायपुररानी व रत्तेवाली गांव जाना पडा ।वहा  बहुत सारे लोग व पार्टी  कार्यकर्ता  अवैध खनन माफिया  बारे  काफी  शिकायतें  कर रहे थे , तथा रत्तेवाली   मे तो अवैध  खनन के विरोध में  पिछ्ले  कई  दिनो से ग्रामीणो का धरना चल रहा है।ये लोग स्थानिये  पुलिस  व नेताओं पर गम्भीर  आरोप  लगा रहे थे । पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकरियो को इस बारे में  गम्भीरता से सोचना पडेगा  की वो अपना दामन  कैसे साफ रखें ।

दोनो  जजपा  नेताओ  ने कहा कि उन्हें  पूरी उम्मीद  है की गठबन्धन   सरकार की छवि को धूमिल होने से बचाने के लिए , अवैध खनन  माफिया की नाक  मे नकेल  डालने  के लिये हरियाण  सरकार ,  जिला प्रशासन ,  खनन विभाग के निदेशक, पंचकूला  का पुलिस प्रशासन सख्त  कदम उठायेंगे ।

           

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