स्वच्छता एवं सौंदर्यीकरण समिति की बैठक में विधान सभा अध्यक्ष का सुझाव
नगर निगम, एचएसवीपी के अफसर और प्रबुद्ध नागरिक मिलकर तैयार करेंगे योजनाबढ़ रहे अतिक्रमण को रोकने के दिए निर्देश

पंचकूला, 10 अक्तूबर, सौंदर्यीकरण और मूलभूत ढांचे के विकास के साथ आगे बढ़ रहे पंचकूला शहर में नए प्रोजेक्टों का अंकुरण होने लगा है। देश के विशिष्ट शहर के तौर विकसित करने के लिए यहां अनेक बड़े प्रोजेक्ट मूर्त रूप लेने वाले हैं। जल्द ही दिल्ली की तर्ज पर क्लाउड फ्लाईओवर नजर आएंगे तो प्रत्येक सेक्टर में मल्टी पार्किंग का सपना भी साकार हो सकता है। ऐसा होने से शहरवासियों को पार्किंग की समस्या से निजात मिलेगी। शहर के समग्र विकास की योजना को मूर्त रूप देने के लिए शुक्रवार को विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता की अध्यक्षता में स्वच्छता एवं सौंदर्यीकरण समिति की बैठक में अनेक बड़े प्रोजेक्टों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में समिति पदाधिकारियों, नगर निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने चालू विकास कार्यों का ब्योरा प्रस्तुत किया तथा भविष्य में स्थापित किए जा सकने वाले प्रोजेक्टों की संभावना तलाशी गई।  

शहरवासियों को कार पार्किंग की समस्या को विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने गंभीरता से उठाया। उन्होंने कहा कि यह हर घर की समस्या बन गई है। इसके समाधान के लिए उन्होंने कहा कि प्रत्येक सेक्टर में बहुमंजिले पार्किंग क्षेत्र विकसित किए जाने चाहिए। इसके लिए नगर निगम और एचएसवीपी के अधिकारियों को मिलकर योजना तैयार करनी चाहिए। सुझाव आया कि इसके लिए खाली जगहों अथवा पार्कों की जगह का भी प्रयोग किया जा सकता है।

सेक्टर 20-21 को घग्गर पार के सेक्टरों से जोड़ने के लिए बड़े पुल का रास्ता भी साफ हो गया है। गुप्ता ने बताया कि इस संबंध में उनकी मुख्यमंत्री मनोहर लाल से चर्चा हुई है। पंजाब के अधिकारियों से बात कर पुल निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर कर लिया गया है। पीरमुच्छला से होते हुए यह रास्ता चंडीगढ़ एयरपोर्ट को निकलेगा, जिससे पंचकूला शहर की एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी सुगम होगी। 

जीरकपुर कालका रोड से सेक्टर 12 और 12ए और इंडस्ट्रियल एरिया में प्रवेश के लिए होने वाले दिक्कतों की तरफ भी ध्यान इंगित करवाया गया। ज्ञान चंद गुप्ता ने जानकारी दी कि एयरपोर्ट से आने वाली सड़क इस रोड में ही मिलेगी। यहां फ्लाईओवर की डिजाइनिंग इस प्रकार होगी कि इन सेक्टरों के दोनों तरफ के लोगों की समस्या का समाधान हो जाएगा।

शहर में विचरण करने वाले लावारिस पशुओं की समस्या पर विधान सभा अध्यक्ष तल्ख नजर आए। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों के सख्त निर्देश दिए कि इसके लिए विशेष अभियान चलाएं जाएं। नगर निगम के कार्यकारी अधिकारी जरनैल सिंह ने बताया कि सड़कों से पशुओं को हटाने के लिए अलसुबह से लेकर रात तक अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपने दुधारू पशुओं को सड़कों पर छोड़ देते हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए वे पुलिस की मदद ले रहे हैं और पांच पांच हजार रूपए का जुर्माना भी वसूल किया जा रहा है। विधान सभा अध्यक्ष ने पंचकूला में बढ़ रहे अतिक्रमण पर तुरंत बड़ी कार्रवाई करने और उसमे निरंतरता रखने के भी निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने एचएसवीपी के ईओ और नगर निगम के ईओ की जिम्मेदारी लगाई।

सेक्टर 19 समेत अनेक क्षेत्रों में बरसाती पानी के ठहराव की समस्या भी बैठक में उठी। सेक्टर 19 में गत वर्ष स्थापित रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रोजेक्ट पर विधान सभा अध्यक्ष ने रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने लाखों रुपये खर्च करके ये प्रोजेक्ट स्थापित करवाए है, इसलिए इनका समुचित लाभ सेक्टरवासियों को मिलना चाहिए। शहर की मुख्य सड़कों के सौंदर्यीकरण पर बैठक में विस्तृत चर्चा हुई। सभी सड़कों पर जल्द कर्व चैनल लगाए जाएंगे। इसके साथ ही सड़कों पर लाइटिंग की समुचित व्यवस्था करने के लिए भी निर्देश जारी किए गए। सार्वजनिक स्थानों पर बने शौचालयों के रखरखाव पर जानकारी लेते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने इन पर सर्वे रिपोर्ट मांगी है। ये सभी कार्य समयबद्ध तरीके से करने के निर्देश दिए। उन्होंने बस क्यू शेल्टरों का निर्माण पूरा न होने और उसकी गुणवत्ता को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने एचएसवीपी अधिकारियों को सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। बिजली की तारों को भूमिगत करने में आ रही बाधा पर अध्यक्ष ने जानकारी मांगी। 

कूड़ा संग्रहण का नया मॉडल, शहरवासियों से सहयोग की अपील

पंचकूला के घरों से कूड़ा संग्रहण का नया मॉडल विकसित किया जा रहा है। नगर निगम के कार्यकारी अधिकारी जरनैल सिंह ने बताया कि एक स्वयंसेवी संस्था शहरवासियों को चार प्रकार के कूड़ादानों में कूड़ा डालने के लिए जागरूक कर रही है। इस कूड़ा को स्थानीय कूड़ा उठाने वालों से के माध्यम से एकत्रित किया जा रहा है। इसके बाद विशेष मशीनों से कूड़े का निस्तारण होता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की व्यवस्था से शहरवासियों को काफी लाभ होगा। यह प्रक्रिया पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से भी काफी फायदेमंद होगी। पायलेट प्रोजेक्ट के आधार पर यह योजना फिलहाल सेक्टर 12, 12ए, 11, 14और 15 में चलाई जा रही है।

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