अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर ऑनलाइन गोष्ठी

पंचकूला। बढ़ते नशे के खिलाफ कं’यूमर्स एसोसिएशन पंचकूला ने अंतरराष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस पर आॅनलाइन गोष्ठी आयोजित की।  जिसमें संस्था के प्रधान एनसी राणा ने बताया यह दिन हर साल ड्रग दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है उन्होंने लोगों से विशेषकर युवाओं से अपील की कि वो जागरूक कर खुद को आओ नशा छोड़ दें स्वस्थ रहने के लिए जीवन को नया मोड़ दें।

नशा एक सामाजिक समस्या का रूप धारण कर चुका है नशे से व्यक्ति मानसिक शारीरिक व आर्थिक रूप से कमजोर हो जाता है उसका समाज पर बुरा प्रभाव पड़ता है और वह कई तरह के बुरे कामों में व्यस्त हो जाता है इस प्रवृत्ति से मुक्ति तथा युवा शक्ति को सही मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए स्वस्थ समाज का निर्माण करना आवश्यक है और इसके लिए हम लोग प्रतिबंध है और समय-समय पर नशीली दवाओं के दुरुपयोगऔर अवैध तस्करी के खिलाफ जागरूकता शिविर लगाते हैं ।

संस्था के महासचिव वीके शर्मा ने कहा के युवा हमारे देश का भविष्य है केवल ऊर्जावान युवाओं से समृद्ध राष्टÑ की कल्पना की जा सकती है आज हमारी युवा पीढ़ी आधुनिकता की चकाचौंध में नशे का शिकार हो रही है। पिछले साल बढ़ते नशे के खिलाफ हिमाचल समेत 7 राज्यों ने बढ़ते नशे के खिलाफ एलान-ए-जंग किया है और एक मीटिंग की। इस मीटिंग मैं पंजाब हरियाणा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री शामिल हुए और हिमाचल के सीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिएइस मीटिंग में शामिल हुए और अपनी बात रखी ।

इसके अलावा बैठक में दिल्ली चंडीगढ़ और राजस्थान के अधिकारियों ने बैठक में शामिल हुए और इस मीटिंग में तय हुआ कि हरियाणा के पंचकूला में कॉमन सचिवालय बनाया जाएगा और सभी रा’यों के पुलिस एक दूसरे के सहयोग से बढ़ते हुए नशे के खिलाफ कार्रवाई करेगी। संस्था के वरिष्ठ उपप्रधान कै सी जिंदल कर्नल पीएस गोपाल मुख्य सलाहकार, एमएल गुप्ता उपप्रधान, वीके तरिहन वरिष्ठ सदस्य, गुलशन गिरधर वीबी कपिल, संजीव गौतम, एसके गुप्ता, के के वर्मा, एसएस सैनी, रोशन खंडूजा, आर एल सेतिया, कुलवंत, शर्मा विनय रोहिल्ला, सतीश शर्मा, रोमेश अग्रवाल तथा अन्य सदस्यों ने इस गोष्ठी में अपने विचार रखेंअंत में गोष्ठी में यह निर्णय लिया गया 

चंडीगढ़। हरियाणा में निजी अस्पताल अब कोरोना के इलाज के नाम पर जनता को नहीं लूट पाएंगे। क्योंकि हरियाणा सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए दिए जाने वाले पैकेज के दाम भी अब तय कर दिए हैं। जिसके बाद अब कोई भी अस्पताल 18 हजार से ज्यादा रूपये कोरोना इलाज के नाम पर नहीं वसूल पायेगा। इस बात की जानकारी देते हुए हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि हरियाणा में अस्पताल के लिए अलग अस्पतालों के अलग रेट तय कर दिए गए हैं। जिसके बाद अब हरियाणा में 8000 से लेकर 18000 रूपये तक रेट तय कर दिए गए हैं। विज ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई भी छोटा या बड़ा अस्पताल इससे ज्यादा रूपये लेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।*

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