… अब ऐसे होगा 101 कन्याओं के विवाह का संकल्प पूरा महामंडलेश्वर धर्मदेव महाराज के तैयार की विशेष योजना. पटौदी आश्रम में 24 से 26 तक दस जोड़ो का विवाह होगा. वृंदावन, आदिबद्री नाथ, गांेदर और भूरारानी में होंगे विवाह फतह सिंह उजाला पटौदी। धर्म शास्त्र के मुताबिक दान को श्रेष्ठ बताया गया है। कौन सा दान किस कार्य के नितिम किया, इसकी व्याख्या भी संभव नहीं। लेकिन भारतीय संस्कृति और सनातन में कन्या और गऊ का दान श्रेष्ठ माना गया है। कहा भी गया है कि हर बेटी के भाग्य में पिता होता है, लेकिन हर पिता के भाग्य में बेटी नहीं होती है। लेकिन श्रेष्ठ दान वहीं माना गया जो परमार्थ के हितार्थ किया जाए। करीब एक दशक पहले महामंडलेश्वर धर्मदेव अपने 50वें जन्मोत्सव पर 51 दत्तक पुत्रियों का पाणीग्रहण संस्कार अर्थात विवाह कर भी चुके हैं और करीब चार वर्ष पहले ही उन्होंने यह भी संकल्प किया था कि, आश्रम हरिमंदिर संस्था के शताब्दि वर्ष के मौके पर 101 दत्तक पुत्रियों का भव्य सामुहिक विवाह संस्कार का आयोजन कर संस्था की चैखट से अपना शुभाशीष देकर नव दंपतियों को विदा भी करेंगे। यह आयोजन इसी वर्ष अप्रैल माह में होना तय किया गया और भव्य तैयारियां को अंतिम रूप् दिया जा चुका था, लेकिन समय बहुत बलवान कहलाया है और समय के मुताबिक ही कार्य भी करने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाता है। इसी वर्ष अप्रैल मास में आश्रम हरि मन्दिर संस्कृत महाविद्यालय पटौदी ने अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण कर लिये हैं। इसी बीच में कोरोना कोविड 19 जैसी वैश्विक महामारी से भारत सहित पटौदी इलाका भी अछूता नहीं रह सका। ऐसे में प्रस्तावित दत्तक पुत्रियों के विवाह में हो रहे विलंब सहित संकल्प को पूरा किया जाने के विकल्प पर महामंडलेश्वर धर्मदेव के द्वारा आयोजन के सहयोगियों के साथ में चिंतन-मंथन के बाद में फैंसला किया गया कि , रविवार के सूर्य ग्रहण के बाद में 24 से 26 जून और 29 जून को अपनी 101 दत्तक पुत्रियों का पाणीग्रहण संस्कार अर्थात विवाह का संकल्प पूरा किया जाए। पाटौदी विधायक सत्यप्रकाश जरावता के साथ उपायुक्त गुरुग्राम से चर्चा की गई, उपायुक्त का भी यहीं मानना है कि परिस्थितियों के साथ तो हम सभी को समझौता करना ही पड़ेगा। पटौदी मेजबान संस्था में इलाके के आसपास के करीब 10 वर और वधु पक्ष के पांच-पांच सदस्यों को 24 से 26 जून के बीच सुबह और सायं को आमंत्रित करके 101 कन्याओं अर्थात दत्तक पुत्रियों के विवाह संपन्न करवाकर संकल्प की आहुति अर्पित की जाये। भूरारानी रूद्र पुर में होंगे 33 विवाह ठसी सामुहिक विवाह के अरयोजन के संदर्भ में जानकारी के मुताबिक , 33 जोड़ो के विवाह का आयोजन महामंडलेश्वर धर्मदेव के मार्ग दर्शन वाली भूरारानी रूद्र पुर में संस्था में संपन्न कराया जाएगा। यह सब फैंसला कोविड 19 महामारी से बचाव के लिए ही किया गया है। कि कही भरी आयोजन में सरकार के दिशा निर्देशों की अनदेखी नहीं होने पाये। भूरारानी रूद्र पुर में में संपन्न होने वाले विवाह आयोजन में 11 जोड़े रूद्रपुर और 12 जोड़े रामपुर के शामिल रहेंगे। 29 जून को यहां-यहां होंगे विवाह 101 कन्याओं अर्थात दत्तक पुत्रियों के सामुहिक विवाह के मुख्य आयोजन स्थान आश्रम हरि मंदिर संस्कृत महाविद्यालय परिसर के विपरीत ऐसी व्यवस्था की गई है कि, जहां-जहां भी आश्रम की सहयोगी संस्था अथवा संस्थान हैं, उनके आसपास में रहने वाले जोड़ो के विवाह भी वहीं पर ही संपन्न कराये जाएं। 29 जून को 9 जोड़ों के विवाह करनाल के गांेदर स्थित स्वामी अमर देव आदर्श सी सें स्कूल परिसर, 4 जोड़ों के विवाह वृंदावन स्थित परमहंस आश्रम और पांच जोड़ों के विवाह आदिबद्री धाम में तथा शेष विवाह संबंधित परिवारों की सुविधा के मुताबिक संपन्न कराये जाएंगे। महामंडलेश्वर धर्मदेव ने कहा है। कि सभी बेटियों को जो घरेलू जरूरत का सामान देने का संकल्प लिया था वह सामान उन्हें उनके घर पहुँचा दिया जाएगा। छलका धर्मदेव के दिल का दर्द. महामंडलेश्वर धर्मदेव नें कहा कि , विवाहों की प्रक्रिया को शुरू किया जा रहा है, इस समय कोरोना महामारी के कारण अधिक भीड़ का होना बिल्कुल भी उचित नहीं होगा। स्वयं पहले से कहता आया हूँ कि हालात को देखते हुए अनावश्यक घर से बाहर न निकलें,हम स्वयं भीड़ का हिस्सा ही बनें। प्रधानमंत्री मोदी भी कहते हैं कि जान है तो जहान है । इस समय सबसे पहली प्राथमिकता जीवन बचाने की है। प्रभु से प्रार्थना है कि इस समय खतरे में आई इस मानवसृष्टि की रक्षा हो । प्रभु से प्रार्थना एवं मनुष्य का सार्थक प्रयास ही रंग लाएगा,एक दिन इस संकट से जनमानस बाहर हो जाएगा। इसलिए विवशता है कि मैं आप सबको इस अवसर पर बुला नहीं पा रहा। सबका सुन्दर-स्वस्थ जीवन बना रहे,सबके परिवार सदा सुखी और समृद्ध हों। अन्यथा वे यहीं पटौदी आश्रम से ही सभी 101 दत्तक पुत्रियों को विवाह के उपरांत विदा करते। Post navigation इस बारिश में गुरुग्राम में नहीं होगा जलभराव: सुधीर सिंगला कोरोना का शिकंजा : शुक्रवार के बाद शनि को भी 12 पॉजिटिव केस सामने आए