देहात में कोविड की एंट्री पीड़ित सेक्टर दस के सरकारी अस्पताल का है गार्ड. जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग ने भेज दिया था घर. शनिवार को डयूटी पर पहुंचा तो रिपोर्ट थी पाॅजिटिव फतह सिंह उजाला पटौदी। कोविड 19 संक्रमण के पटौदी पालिका क्षेत्र. में ब्रेक के दावे के साथ ही कोविड 19 संक्रमण की पटौदी देहात में एंट्री निश्चित ही चिंता का विषय है। पटौदी के ग्रामींण अंचल में कोविड 19 पाॅजिटिव का पहला मामला कंफर्म होने के साथ ही मेजबान गांव सहित आसपास के गांवों में भी लोगों के बीच टेंशन बढ़ गई है। कोविड 19 पाॅजिटिव का पटौदी क्षेत्र के देहात में यह पहला मामला गांव डाडावास का है। सूत्रों के मुताबिक पीड़ित व्यक्ति सेक्टर दस के सरकारी अस्पताल में बतौर गार्ड कार्यरत है। तीन दिन के बाद यह गुरूग्राम अस्पताल अपनी डयूटी पर पहुंचा तो इसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव बताई गई और असके बाद में शनिवार मध्य रात्री में स्वास्थ्य विभाग की टीम पीड़ित के गांव डाडावास पहुंची और परिवार में मौजूद आठ सदस्यों की जांच सहित सेंपल के लिए इन्हें बोहड़ाकला के नीलकंठ अस्पताल में जाकर आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। सूत्रों के मुताबिक डाडावास निवासी और सेक्टर दस के सरकारी अस्पताल में बतौर गार्ड कार्यरत करीब 52 वर्ष के इस व्यक्ति के द्वारा अपनी तबीयत खराब होने के बारे में अस्पताल प्रशासन को जानकारी दी गई। कोविड संक्रमण की आशंका पर सेंपल जांच के लिए लेकर , इसे तीन दिन की कथित छुट्टी देकर घर डाडावास गांव भेज दिया गया। छुट्टी का समय समाप्त होने के बाद यह शनिवार को ही डयूटी पर गुरूग्राम सेक्टर दस अस्पताल में दिनभर कथित गार्ड की ही डयूटी भी करता रहा। बताया जा रहा है कि बीती सायं के समय जैसे ही इसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव आई तो, उसको वहीं अस्पताल में ही उपचार के लिए रोक लिया गया। साथ ही मामले की जानकारी पटौदी के स्थानीय प्रशासन को दे दी गई। ंग्रामींणों की माने तो गांव में किसी को कुछ नहीं मालूम था, और शनिवार को कोविड 19 पाॅजिटिव की रिपोेर्ट आने व अस्पताल डयूटी पर लौटने के तीन दिनों के दौरान , इस व्यक्ति का विभिन्न घरों में छाछ-लस्सी लेने सहित अन्य काम से आना – जाना का सिलसिला बना रहा। यहां तक कि गांव-परिवार में में भी किसी को इसके संक्रमित होने के बारे में भनक तक नहीं लग पाई थी। अब जब भेेद खुल चुका है तो गांव सहित संपर्क में आनें वाले लोगों की भी चिंता बढ़ गई है। शनिवार रात को एकाएक पुलिस के डाडावास पहुंचने पर ग्रामींणों को भी कुछ समझ में नहीं आया कि, आखिर पुलिस क्यों और किस मामले में पहुंची है। इसके बाद में करीब 11-11.30 के बीच बीती रात को जब एंबुलेंस पीड़ित के घर पर पहुंची तो, गांव में हड़कंप मच गया तथा ग्राामींणों को सारा माजरा भी समझ में आ गया। परिवार के आठ सदस्यों को ले गए डाडावास निवासी सरकारी अस्पताल के गार्ड को काविड 19 संक्रमित पाया जाने के बाद में, स्वास्थ्य विभाग की टीम एंबुलेंस में पुलिस की देखरेख में परिवार के आठ सदस्यों को जांच सहित इनके सेंपल लिया जाने के लिए बोहड़ाकला के नीलकंठ अस्पताल लेकर मध्य रात्री में ही पहुंच गई। कथित रूप से सभी आठ सदस्यों के सेंपल लेकर जांच के लिए भेज दिये गए है। पाड़ित के पिता, पत्नी, दो पुत्र, एक विवाहिता पुत्री जो कि इन दिनो अपने पिता के ही घर आई हुई था, वह और उसके तीन बच्चे शामिल बताए गए है। इनके सेंपल लिये जाने के बाद में सभी को बोहड़ाकला नीलकंठ अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ही डाक्टरों की निगरानी मेें रखा गया है। Post navigation कोई भी धार्मिक स्थल हथियारों का जखीरा न बनेः धर्मदेव स्वदेशी अपनाने से ही समृद्धशाली बनेगा भारत: पंडित अमरचंद