मेवात में अल्प संख्यकों का उत्पीड़न स्वीकार्य नहीं.
सरकार मेवात की अफसरशाही पर लगाम को कसे.
मेवात में हाल ही घटनाओं को लेकर बना है रोष
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फतह सिंह उजाला
पटौदी।
  साथ लगते मेवात क्षेत्र में हाल ही में वहां पर अल्प संख्यक माने जाने वाले समुदाय और परिवारों पर हिंसक और कथित जानलेवा हमले की घटनाओं को लेकर अन्य समुदाय में तीव्र रोष पनपने लगा है। ऐसे ही माहौल के बीच में मीडिया से बात करते हुए आश्रम हरिमंदर पटौदी के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर धर्मदेव महाराज ने बेबाक शब्दों में दो टूक कहा है कि, कोई भी धार्मिक स्थल हो, उसे किसी भी कीमत पर हथियारों का जखीरा नहीं बनने देना चाहिये। फिर चाहे वह कोई मंदिर हो, गिरजाघर हो, गुरूद्वारा हो या फिर कोई मस्जिद-मदरसा ही क्यों न हों। किसी भी धार्मिक स्थल पर हथियारों या अन्य हिसंक चीजों की जरूरत ही क्यों है ? उन्होंने कहा यह गंभीर विषय सहित चिंता की बात है। सरकार को ऐसे मामले में बहुत ही गंभीरता के साथ सोचते हुए कठोरतम कार्रवाही करनी होगी।

हाल ही मेवात की हिसंक घटनाओं तथा वहां के अल्पसंख्यकों पर हमलों की कठोर तथा तीखे शब्दों में निंदा करते धर्मदेव महाराज ने कहा कि, दुनिया में कहीं भी अल्प संख्यक जैन, सिख, इसाई, पारसी, हिंदू पर अत्याचार हो रहे हैं, ऐसे लोगों को भारत में शरण दी जा रही है। लेकिन चिंता की बात यह है कि साथ लगते मेवात में अल्प संख्यकों पर हमले के बाद भी सरकार अपेक्षित हरकत में दिखाई नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि अब मेवात में अल्प संख्यकों पर हमले और उनकी अनदेखी बर्दास्त से बाहर की बात होती जा रही है। पीएम मोदी औैर सीएम खट्टर के रूप में ऐसे जन सेवक मिले हैं , जिनसे सभी वर्गो को बहुत उम्मीदे भी है। उन्होने सूबे की सरकार सहित सीएम खट्टर को एक प्रकार से नसीहत भरे शब्दों में कहा कि, मेवात में जहां भी अल्प संख्यको पर हमले हो, वहां के ही अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सबसे पहले उन्हीें की ही जवाबदेही तय की जाए। अब समय आ गया है कि मेवात में सख्त अधिकारी हो प्रशासन कानून के मुताबिक बिना भेदभाव कठोर एक्शन ले।

इधर विहिप ने मेवात में हिन्दू दमनकारी  व राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेज दी है। मेवात हिंदुओं का कब्रिस्तान बनता जा रहा है। हिंदू विरोधी और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के कारण इसके कुछ क्षेत्रों को मिनी पाकिस्तान भी बोला जाने लगा है। विश्व हिंदू परिषद ने तथ्यों की पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए एक उच्चस्तरीय जांच दल की स्थापना की थी। इस जांच दल में मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) जीडी बक्शी, महामंडलेश्वर धर्मदेव जी महाराज, एडवोकेट चंद्रकांत शर्मा सदस्य थे। जांच दल ने यह रिपोर्ट  गुरूग्राम में सौंप दी थी।

रिपोर्ट पर अपने प्रतिक्रया व्यक्त करते हुए विहिप के केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेन्द्र जैन ने आज कहा कि इस रिपोर्ट में वर्णित घटनाओं को पढ़कर ह्रदय द्रवित हो जाता है। हिंदुओं के साथ हो रहे अमानवीय, बर्बर अत्याचारों के बावजूद प्रशासन कैसे अत्याचारियों के साथ  खड़ा दिखाई देता है यह किसी को भी समझ में नहीं आता। वहां का दलित समाज, महिलाएं और पत्रकार भी अपने को सुरक्षित महसूस नहीं करते। हिन्दू-दलितों की महिलाओं का अपहरण व बलात्कार सामान्य घटनाएं होने लगी हैं। निर्भीकता के साथ इन सब विषयों पर रिपोर्ट करने वाले पत्रकारों पर भी झूठे मुकदमे बनाकर उन्हें अपने कर्तव्य पालन से रोका जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज यह रिपोर्ट हरियाणा के मुख्यमंत्री माननीय श्री मनोहर लाल खट्टर को भेज दी गई है। विश्व हिंदू परिषद विश्वास करती है कि मुख्यमंत्री महोदय इस रिपोर्ट की अनुशंसाओं को अति शीघ्र लागू करके मेवात को राष्ट्र विरोधी व हिंदू विरोधी गतिविधियों से मुक्त कराएंगे।

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