गुरुग्राम। ऑनलाइन फ्रॉड के खतरों से जूझते नागरिकों को अब एक आसान और याद रखने योग्य सुरक्षा फॉर्मूला मिल गया है। गुरुग्राम टाउनहॉल में शनिवार को आयोजित साइबर सुरक्षा संवाद कार्यक्रम में हरियाणा पुलिस के DGP ने ‘PVR मॉडल’ की घोषणा की। इस तीन-स्टेप मॉडल को ऑनलाइन ठगी बंद कराने के “सबसे तेज और कारगर हथियार” के रूप में पेश किया गया।
डीजीपी ने कहा, “आज के स्कैमर टेक्नोलॉजी नहीं, आपकी भावनाओं को हैक करते हैं।”
उन्होंने चेताया कि ऑनलाइन धोखेबाज़ अक्सर छह मनोवैज्ञानिक ट्रिगर्स का इस्तेमाल करते हैं — डर, जल्दबाज़ी, भरोसा, जिज्ञासा, लालच और लापरवाही।
🔴 PVR मॉडल — स्कैम से सुरक्षा का नया मंत्र

1️⃣ Pause — रुकिए
“स्कैमर आपकी घबराहट पर निर्भर करता है। 2 सेकंड रुक जाएँ… उनका खेल खत्म।”
2️⃣ Verify — जाँचिए
“नंबर, लिंक, ऐप और मैसेज की असलियत चेक करें।
सच्ची संस्थाएं कभी तत्काल जानकारी नहीं मांगतीं।”
3️⃣ Report — 1930 पर रिपोर्ट करें
“ज़रा भी शक हो तो तुरंत 1930 पर कॉल करें।
पैसा ट्रांसफर हुआ है तो मिनटों में फ्रीज़ कराया जा सकता है।”
🎬 सुरक्षा का सिनेमाई फॉर्मूला

टाउनहॉल के दौरान DGP ने माहौल हल्का बनाने के लिए PVR को फ़िल्मी लाइनों में पिरोया—
- Pause: “जिसका मुझे था इंतज़ार…”
- Verify: “कौन है वो, बोलो बोलो कौन है…”
- Report: “1930 – चक दे इंडिया!”
उन्होंने हँसते हुए कहा — “गाना याद रहेगा, तो सुरक्षा भी याद रहेगी।”
🛡️ हरियाणा की साइबर तैयारी
कार्यक्रम में बताया गया कि राज्य में—

- 24×7 साइबर हेल्पलाइन 1930
- हर जिले में साइबर पुलिस स्टेशन
- स्पेशल साइबर फॉरेंसिक टीमें
- FIR से पहले ही बैंक/वॉलेट में पैसे फ्रीज़ कराने की सुविधा
डीजीपी का दावा — “हमारा सिस्टम Speed + Support = Success पर काम करता है।”
📢 नागरिकों को संदेश
“संदिग्ध मैसेज आए — बस PVR चला दो।”
Pause. Verify. Report. यही आपकी डिजिटल ढाल है।






