रेवाड़ी: 200 बेड के सिविल अस्पताल की क्षमता के साथ एकमुश्त बजट जारी किया जाए – विद्रोही

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अहीरवाल में विकास परियोजनाओं को बजट अभाव से न रोकने की अपील

रेवाड़ी, 8 दिसंबर 2025 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने रेवाड़ी जिला सरकारी अस्पताल के पुराने, जर्जर भवन को गिराकर नए अस्पताल भवन निर्माण की शुरुआत का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नए भवन को भविष्य की स्वास्थ्य सुविधाओं की जरूरतों के अनुरूप कई मंजिला स्वरूप में विकसित करे, ताकि इस परिसर में 200 बेड की अस्पताल सुविधा सुनिश्चित हो सके।

विद्रोही ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि रेवाड़ी सिविल अस्पताल के नए भवन की कुल क्षमता 200 बेड के मानक पर ही तय की जाए और निर्माण हेतु एकमुश्त बजट राशि जारी की जाए, जिससे आर्थिक कमी के कारण काम न रुके, न धीमा पड़े और पूरा निर्माण 1 से 1.5 वर्ष के भीतर पूरा हो सके।

उन्होंने आरोप लगाया कि विगत दस वर्षों में अहीरवाल क्षेत्र और रेवाड़ी जिले की विकास परियोजनाओं के साथ भाजपा सरकार का रवैया सौतेला और भेदभावपूर्ण रहा है। उनका कहना है कि यह राजनीतिक आरोप नहीं बल्कि जमीनी सच्चाई है।
“मुख्यमंत्री यदि रेवाड़ी की पिछले दस सालों की विकास परियोजनाओं की समीक्षा करें, तो यह तथ्य स्पष्ट हो जाएगा कि यहां की अधिकांश परियोजनाएं लक्ष्य से 5–8 साल पीछे चल रही हैं। कई घोषणाओं पर 7–8 वर्ष बीत जाने के बावजूद निर्माण कार्य शुरू तक नहीं हुए,” उन्होंने कहा।

विद्रोही का कहना है कि प्रदेश के अन्य हिस्सों की तुलना में अहीरवाल क्षेत्र को सबसे कम बजट मिलता है, जिसके कारण यहां कोई भी परियोजना समय पर पूरी नहीं हो सकी।
उन्होंने चेताया कि इसी बजट अभाव की स्थिति को दोहराने से रोकने के लिए रेवाड़ी में नए सिविल अस्पताल निर्माण हेतु एकमुश्त पर्याप्त बजट तुरंत जारी किया जाना आवश्यक है।

साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से यह स्पष्ट करने की भी मांग की कि प्रस्तावित 200 बेड का अस्पताल इसी नए भवन में स्थापित किया जाएगा या फिर किसी अलग स्थान पर एक नई सुविधा विकसित की जाएगी।
“सरकार की स्पष्ट घोषणा से यह भ्रम दूर होगा कि 200 बेड का अस्पताल कहां बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री को इस विषय पर तुरंत स्पष्टता देनी चाहिए,” विद्रोही ने कहा।

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Author: Bharat Sarathi

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