
चंडीगढ़,गुरुग्राम,रेवाड़ी – 26 मार्च 2025: स्वयंसेवी संस्था ‘ग्रामीण भारत’ के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से मांग की है कि हरियाणा में संगठन की नियुक्तियों में और देरी न की जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संगठन के गठन में हो रही देरी का रिकॉर्ड अब ऐतिहासिक बन चुका है, जिसे न तो कोई तोड़ पाएगा और न ही किसी अन्य दल में ऐसी स्थिति संभव है।
विद्रोही ने कहा कि हरियाणा में बीते 11-12 वर्षों से कांग्रेस संगठन का अभाव ही पार्टी की लगातार चुनावी हार का सबसे बड़ा कारण रहा है। कांग्रेस की असमंजसपूर्ण नीति के कारण पार्टी अपने परंपरागत मतदाताओं से विमुख होती जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस के मतदाताओं का बड़ा वर्ग पहले ही भाजपा के पाले में चला गया है और यदि पार्टी नेतृत्व ने अब भी ठोस निर्णय नहीं लिए, तो जो मतदाता आज भी कांग्रेस के साथ खड़े हैं, वे भी अन्य विकल्प तलाश सकते हैं।
उन्होंने कहा कि लगातार तीन आम चुनाव हारने के बावजूद कांग्रेस नेतृत्व ने हरियाणा में कोई ‘करेक्टिव मेजर’ (सुधारात्मक कदम) नहीं उठाया। बल्कि, यथास्थितिवाद बनाए रखकर पार्टी ने खुद अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है। विद्रोही ने कांग्रेस नेतृत्व को आगाह करते हुए कहा कि अगर हरियाणा में संगठन को मजबूत करने की दिशा में तुरंत कदम नहीं उठाए गए, तो यहां भी कांग्रेस की स्थिति उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसी हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को अब तय करना होगा कि वह हरियाणा में पार्टी को फिर से मजबूत करना चाहता है या इसे धीरे-धीरे कमजोर करके अन्य राज्यों की तरह हाशिये पर पहुंचाना चाहता है। उन्होंने अपील की कि कांग्रेस यदि हरियाणा में फिर से अपनी खोई हुई ज़मीन हासिल करना चाहती है, तो संगठनात्मक नियुक्तियों में अब और देरी नहीं होनी चाहिए।