
गुरुग्राम: हरियाणा में इस बार पहली बार ‘बिहार दिवस’ का आयोजन किया गया, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं। गुरुग्राम के समाजसेवी गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बीजेपी को यह बताना चाहिए कि उसने कभी बिहार में ‘हरियाणा दिवस’ मनाया है या नहीं?
क्या है बिहार दिवस?
हर साल 22 मार्च को बिहार दिवस मनाया जाता है। इस बार हरियाणा सरकार ने भी 23 मार्च को बिहार दिवस मनाने का निर्णय लिया और गुरुग्राम में बीजेपी के ‘गुरु कमल’ कार्यालय में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इसके अलावा, हरियाणा के सात जिलों – गुरुग्राम, फरीदाबाद, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत और सोनीपत में भी इस अवसर पर कार्यक्रम हुए।
गुरिंदरजीत सिंह ने सवाल उठाया कि अगर बिहार दिवस हरियाणा में मनाया जा सकता है, तो हरियाणा दिवस को बिहार या अन्य राज्यों में क्यों नहीं मनाया जाता?
बीजेपी को कोरोना काल में बिहार के लोगों की याद क्यों नहीं आई?
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि पिछले वर्षों में बीजेपी सरकार ने कभी बिहार दिवस नहीं मनाया, लेकिन अब अचानक बिहारियों को लुभाने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी के दौरान, जब बिहार के श्रमिक मजबूरी में हरियाणा से पलायन कर रहे थे, तब बीजेपी सरकार ने उनके लिए कोई इंतज़ाम नहीं किया।
“जब बिहार के प्रवासी मज़दूर लॉकडाउन में फंसे हुए थे, बेरोज़गारी और भुखमरी का सामना कर रहे थे, तब बीजेपी सरकार ने उनकी कोई मदद नहीं की। अब जब चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, तो बिहार दिवस मनाने की याद आ रही है।”
क्या बिहार चुनाव की राजनीति के कारण हरियाणा में मनाया गया बिहार दिवस?
गुरिंदरजीत सिंह ने आरोप लगाया कि बीजेपी बिहार में चुनाव को देखते हुए हरियाणा में बिहार दिवस मना रही है। बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, और माना जा रहा है कि बीजेपी-एनडीए की स्थिति वहां कमजोर हो रही है। यही वजह है कि हरियाणा में रहने वाले बिहारियों को खुश करने और उनका वोट पाने के लिए यह आयोजन किया गया।
हरियाणा में लाखों प्रवासी बिहारी श्रमिक काम करते हैं, और बीजेपी की नज़र इन वोटों पर है। यही कारण है कि हरियाणा सरकार ने पहली बार बिहार दिवस मनाने का फैसला किया और नेताओं को इसकी जिम्मेदारी सौंपी।
कितने राज्यों में बीजेपी ने ‘हरियाणा दिवस’ मनाया?
गुरिंदरजीत सिंह ने सवाल उठाया कि हरियाणा के लोग भी देश के अलग-अलग हिस्सों में रहते हैं, लेकिन बीजेपी ने कभी किसी राज्य में ‘हरियाणा दिवस’ मनाया है क्या?
“हरियाणा में बिहार दिवस मनाना अच्छी बात है, लेकिन क्या बीजेपी शासित राज्यों में कभी ‘हरियाणा दिवस’ मनाया गया? हरियाणा के लोग महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पंजाब और बिहार जैसे राज्यों में रहते हैं, तो क्या वहां भी हरियाणा दिवस मनाया जाएगा?”
उन्होंने सुझाव दिया कि मुख्यमंत्री नायब सैनी को अपनी पार्टी नेतृत्व को यह सलाह देनी चाहिए कि हरियाणा दिवस को भी अन्य राज्यों में उच्च स्तर पर मनाया जाए, ताकि हरियाणा की पहचान और संस्कृति का प्रचार किया जा सके।
निष्कर्ष:
बिहार दिवस का हरियाणा में पहली बार आयोजन किया गया, जिससे बिहार के प्रवासी श्रमिकों को लुभाने की कोशिश की गई।
गुरिंदरजीत सिंह ने सवाल उठाया कि बीजेपी ने कभी बिहार या अन्य राज्यों में ‘हरियाणा दिवस’ क्यों नहीं मनाया?
कोरोना काल में बिहारियों की परेशानी पर बीजेपी ने ध्यान नहीं दिया, लेकिन चुनावी लाभ के लिए अब बिहार दिवस मना रही है।
हरियाणा सरकार को अन्य राज्यों में भी ‘हरियाणा दिवस’ मनाने की पहल करनी चाहिए।
क्या बीजेपी अब अन्य राज्यों में भी हरियाणा दिवस मनाएगी? यह देखना दिलचस्प होगा!