खट्टर का नाम लिए बैगर राव बोले हमारे परिश्रम में बाधा डालने की कोशिश की, जनता ने जवाब दे दिया

डॉक्टर अभय सिंह का नाम लिए बगैर साधा निशाना, कहा एहसान फरामोश

भारत सारथी कौशिक 

नारनौल। एक ओर भारतीय जनता पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हैट्रिक जीत का जश्न मना रही है तो दूसरे ओर सीएम पद की रेस शुरू हो गई है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि इस बार दक्षिण हरियाणा से सीएम बनाया जाए। राव इंद्रजीत सिंह से पहले अनिल विज भी खुलकर अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं।

गुड़गांव से सांसद राव इंद्रजीत सिंह से पूछा गया कि उनकी सभा में यह डिमांड होती है कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए, क्या वह चाहते हैं इस बार दक्षिण हरियाणा से मुख्यमंत्री हो? इस पर राव ने कहा, ‘यह तो पार्टी का फैसला होगा। लेकिन जिस इलाके ने तीन बार भाजपा को सत्तासीन किया है उसे तवज्जो देनी चाहिए।’ चुनाव प्रचार के दौरान भी राव इंद्रजीत सिंह ने अपनी इच्छा खुलकर जाहिर की थी। 2014 और 2019 की तरह दक्षिण हरियाणा में भाजपा को एक बार फिर बंपर सीटें मिली हैं। गुरुग्राम की सभी चार सीटों पर भाजपा ने कमल खिलाया है तो फरीदाबाद और पलवल की 9 सीटों में सात पर भगवा परचम लहराया। महज दो सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली। हालांकि, नूंह में सभी तीन सीटों पर कांग्रेस का डंका बजा।

राव इंद्रजीत सिंह दक्षिण हरियाणा का कद्दावर नेता हैं। कभी कांग्रेस की ताकत रहे राव इंद्रजीत सिंह ने दक्षिण हरियाणा को भाजपा का गढ़ बनाने में अहम भूमिक निभाई है। हालांकि, अटेली सीट से उनकी बेटी आरती सिंह राव को बड़ी मुश्किल से जीत हासिल हुई। आरती ने 3085 वोटों से जीत हासिल की। उन्हें बसपा के अतर लाल ने कड़ी टक्कर दी। 

गुरुग्राम सांसद ने एक बार फिर बगैर नाम लिए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर पर निशाना साधा। उन्होंने कहा हमारे एक मुख्यमंत्री हुआ करते थे। उनका नाम मैं नहीं लूंगा। उन्होंने 10 साल के अंदर जितना खराबा किया, हमें बांटने की कोशिश की, लड़ाने की कोशिश की, नए-नए नेता बनने की कोशिश की। जो आज तक खुद नेता नहीं बन पाए थे, उसने हमारे 40 साल के परिश्रम में विघ्न (बाधा) डालने की कोशिश की। उन्हें जनता ने जवाब दिया है। भले ही पार्टी ने दिया या नहीं दिया हो। मैं समझता हूं पार्टी इस बात का संज्ञान अब जरूर लेगी।

क्या कहा राव इंद्रजीत सिंह ने

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राव इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि जिस इलाके में भाजपा को हरियाणा में सत्ता दिलाई है, उसे प्रमुखता देनी चाहिए। बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान भी राव इंद्रजीत सीएम पद पर अपनी दावेदारी ठोकते नजर आए हैं। अहीरवाल बेल्ट की 11 सीटों में से 10 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत के बाद रेवाड़ी स्थित रामपुरा हाउस में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे ।

राव इंद्रजीत सिंह ने कहा मुझे लग रहा था की आरती राव 15000 से अटेली जीत जाएगी। लेकिन आरती को हराने के लिए तमाम विरोधियों ने कोशिश की। लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं ने दिन-रात मेहनत कर उसे जीताने का काम किया। आरती ही नहीं बल्कि कोसली से अनिल, बावल से डॉक्टर कृष्ण, गुरुग्राम से मुकेश शर्मा, नारनौल से ओम प्रकाश यादव सहित तमाम सीटों पर हमारे कार्यकर्ताओं पार्टी प्रत्याशियों को जीतने के लिए जी तोड़ मेहनत की यही कारण है कि हम अपनी ताकत दिखाने में कामयाब रहे।

राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि मैं हमेशा इलाके के लोगों को संगठित होने की बात तो कहता था। लेकिन इस बात को मुझे अब पता चला कि पूरे क्षेत्र में एक ही लहर चल गई। उन्होंने कहा कि मेरी कोशिश नई पीढ़ी को आगे लाने की रही। इसलिए मैंने ज्यादा से ज्यादा नए लोगों को टिकट दिलाने का काम किया। जब मैं बावल में उम्मीदवार बदलवाना चाहता था तो कुछ हमारी पार्टी के नेता इसके पक्ष में नहीं थे। लेकिन मैंने पार्टी नेतृत्व को समझाया कि इन्हें गांव में घुसने नहीं देंगे। पार्टी ने टिकट बदलकर डॉक्टर कृष्ण कुमार को दिया। यहां की जनता ने उन्हें भारी मतों से जीताने का काम किया। 

राव इंद्रजीत सिंह को सीएम बनाने के नारे लगे 

कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम के दौरान ही राव इंद्रजीत सिंह को सीएम बनाने के नारे लगाए। हरियाणा का सीएम कैसा हो, राव इंद्रजीत सिंह जैसा हो।  इसके बाद राव इंद्रजीत सिंह ने कहा पार्टी को भी इस बात का संज्ञान लेना चाहिए कि जिस क्षेत्र के लोगों ने तीसरी बार सरकार बनाई उसका ध्यान रखना चाहिए। हमारे इलाके के लोगों ने ही पहले दो बार सरकार बनाने में अहम रोल अदा किया। लेकिन इस बार तो कठिन परिस्थिति के बाद भी हमारे इलाके के लोगों ने एकजुट होकर साथ दिया। ऐसे में यहां की जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ जाती है। राव इंद्रजीत सिंह ने बैगर नाम लिए डॉक्टर अभय सिंह पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इलाके की ज्यादातर सीट जीत गए। एक सीट हार भी गए तो कोई बात नहीं लेकिन एक एहसान फरामोश को जनता जवाब देती है। दरअसल इस बार राज्य मंत्री डॉ अभय सिंह नांगल चौधरी सीट से चुनाव हार गए।

भाजपा कैसे साधेगी सत्ता संतुलन

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा ने हरियाणा में अपने दम पर बहुमत हासिल किया है। इसलिए पार्टी पर पिछली बार की तरह कोई दवाब नहीं है। सीएम नायब सिंह सैनी बनेंगे और दो डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं। इसमें से एक डिप्टी सीएम दलित हो सकता है क्योंकि भाजपा ने इन चुनावों में शैलजा के बहाने दलित स्वाभिमान का मुद्दा खूब उठाया है।

नायब ही सीएम बनेंगे

पार्टी साफ कह रही है कि हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ही बनेंगे। उन्हीं के चेहरे पर हरियाणा का पूरा विधानसभा चुनाव लड़ा गया और पार्टी को जीत भी मिली। इसलिए नायब सिंह सैनी की दावेदारी काफी मजबूत है। वहीं पीएम मोदी ने भी अपने भाषण में नायब सिंह सैनी को ही जीत का क्रेडिट दिया है। वहीं राव इंद्रजीत सिंह की बात करें तो वह दक्षिण हरियाणा के बड़े नेता हैं। उन्होंने भाजपा को अपने इलाके में मजबूत बनाया है।

जानकारों का मानना है कि जिस तरह सैनी के नेतृत्व में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है, राव इंद्रजीत सिंह या अनिल विज की इच्छा को कोई खास तवज्जो नहीं मिल पाएगी। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी मुख्यालय से सैनी की तारीफ करते हुए उन्हें जीत का क्रेडिट दिया। 

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