क्षेत्र केे लोगों के बार-बार आवाज उठाने, धरना प्रदर्शन करने के बाद भी आमजनों को आश्वासनों का राशन, जुमलेबाजी, धोखाधडी के सिवाय कुछ नही मिला : विद्रोही लगभग एक साल से राजस्थान व हरियाणा दोनो राज्यों में ही भाजपा की सरकारेे है, फिर भीे भिवाडी से आने वाले रसायनयुक्त गंदे पानी को क्यों नही रोका गया? विद्रोही 11 सितम्बर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने भिवाडी से धारूहेडा में आ रहे रसायनयुक्त गंदे पानी के लिए हरियाणा भाजपा सरकार के निक्केपन को जिम्मेदार बताया। विद्रोही ने कहा कि विगत सात सालों से भिवाडी के उद्योगों का रसायनयुक्त गंदा पानी धारूहेडा में आकर इस औद्योगिक कस्बे व आसपास के 20 गांवों के लोगों का जीना दूभर कर रहा है। क्षेत्र केे लोगों के बार-बार आवाज उठाने, धरना प्रदर्शन करने के बाद भी आमजनों को आश्वासनों का राशन, जुमलेबाजी, धोखाधडी के सिवाय कुछ नही मिला। एक साल पूर्व तक तो हरियाणा भाजपा सरकार राजस्थान में कांग्रेस सरकार होने पर सरकार का सहयोग न मिलने का बहाना बनाकर अपनी जवाबदेही से भागती रही। लेकिन लगभग एक साल से राजस्थान व हरियाणा दोनो राज्यों में ही भाजपा की सरकारेे है, फिर भीे भिवाडी से आने वाले रसायनयुक्त गंदे पानी को क्यों नही रोका गया? विद्रोही ने कहा कि राजस्थान मेें भाजपा सरकार बनने के बाद तो भिवाडी का प्रशासन इतना बेखौफ हो गया है कि जब चाहेे तब हरियाणा प्रशासन द्वारा धारूहेडा-भिवाडी सीमा पर गंदले पानी को रोकने के लिए बनाये गए अवरोधों को तोडकर भिवाडी के उद्योगों का गंदला जहरीला रसायनयुक्त पानी धारूहेडा की ओर धकेल देते है व हरियाणा-रेवाडी का प्रशासन, भाजपा मंत्री-संतरी मीडिया में बयान बहादुर बनकर लम्बे-चौडे दमगज्जे तो मारते है, पर करते कुछ नही। सोमवार-मंगलवार को एकबार फिर भिवाडी प्रशासन व रीको ने नगीना आशियाना गार्डन में दो जगह दिवार तोडकर सारा गंदला रसायनयुक्त जहरीला पानी धारूहेडा की ओर धकेल दिया जिसके चलते महेश्वरी गांव तो पूरा इस गदंले पानी से भर गया। वहीं धारूहेडा के सैक्टरों व हाईवे तक गंदला पानी भरने से आमजनों को जीना दूभर हो गया। भिवाडी की लगभग 50 औद्योगिक ईकाईयों के गंदले रसायनयुक्त पानी का शोधन करने के लिए ईटीपी नही लगी जिसके चलते राजस्थान व रीको प्रशासन के निक्केपन ने भिवाडी को तो नरक बना रखा है, साथ में धारूहेडा व उसके आसपास के 20 गांवों को भी नरक बना दिया है। विद्रोही ने हरियाणा सरकार से मांग की कि जुमलेबाजी करके व आश्वासनों की चासनी लोगों को देने की बजाय गंभीरता से भिवाडी से आने वाले रसायनयुक्त गंदले जहरीले पानी को रोकने का प्रबंध करे और रेवाडी व हरियाणा प्रशासन के जो अधिकारी अपने कर्तव्य का पालन करते हुए गंदले पानी को रोकने के असफल रहते है, उसके खिलाफ भी काठोर कार्रवाई करे ताकि प्रशासन अपनी जवाबदेही से भाग न सके। Post navigation अहीरवाल से भाजपा सरकार द्वारा भेदभाव करने भी राव इन्द्रजीत सिंह ने भाजपा से बगावत क्यों नही की? विद्रोही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने स्वयं स्वीकार किया कि उन्हे बहुमत प्राप्त नही था, उनकी अल्पमत सरकार थी : विद्रोही