आज तक किसी भीे सरकार व सत्तारूढ़ दल को किसीे भी निजी उद्योगपति पर लगे आरोपों व भ्रष्टाचार पर खुलकर बचाव करते नही देखा जैसा मोदी सरकार व भाजपा अडानी के पक्ष मेें सत्ता बल पर बचाव में उतरी है : विद्रोही
किसी भी लोकतांत्रिक सरकार का एक-दो पूंजीपति घरानों का इस तरह बेशर्मीे से समर्थन व सरंक्षण देना बडी चिंता का विषय तो है, साथ में सत्ता का भौंडा नग्न दुरूपयोग भी है : विद्रोही

23 नवम्बर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि जिस तरह मोदी सरकार के मंत्री-संतरी व भाजपा नेता गौतम अडानी की कम्पनियों के खिलाफ अमेरिका में फ्राड, रिश्वत के आरोप लगने के बाद अडानी व उनके भतीजे सहित अडानी गु्रप के 7 प्रबन्धकों के खिलाफ अमेरिका की अदालत मेें गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, उसके पक्ष में उतरकर खुद ही साबित कर रहे है कि अडानी के घोटाले में मोदी-भाजपा संलिप्त है। विद्रोही ने कहा कि उन्होंनें आज तक किसी भीे सरकार व सत्तारूढ़ दल को किसीे भी निजी उद्योगपति पर लगे आरोपों व भ्रष्टाचार पर खुलकर बचाव करते नही देखा जैसा मोदी सरकार व भाजपा अडानी के पक्ष मेें सत्ता बल पर बचाव में उतरी है। मोदी-भाजपा सरकार का यह रवैया घोर अनैतिक तो है ही, साथ मेें यह भी बताता है कि अडानी के सभी घोटालों को मोदी-भाजपा का सरंक्षण व समर्थन प्राप्त है। मोदी सरकार का यह रवैया भ्रष्टाचार व एकाधिकारवादी पूंजीवाद को बढावा देने का मुंह बोलता प्रमाण है। वहीं राजनीतिक हल्कों व आमजनों की यह धारणा और भी पुष्ट होती है कि मोदी-भाजपा की पूरी राजनीति ही अडानी-अम्बानी के कालेधन पर चलती है।
विद्रोही ने कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक सरकार का एक-दो पूंजीपति घरानों का इस तरह बेशर्मीे से समर्थन व सरंक्षण देना बडी चिंता का विषय तो है, साथ में सत्ता का भौंडा नग्न दुरूपयोग भी है। वहीं पूरी दुनिया की लोकतांत्रिके सरकारों के मुखिया अपने-अपने देश में विपक्ष के नेता के सवालों को बडी गंभीरता से लेकर स्वयं राष्ट्र प्रमुख उनके सवालों का जवाब देते हे लेकिन भारत में विगत दस सालों से उल्टी गंगा बह रही है। प्रधानमंत्री मोदी विपक्ष के नेता के सवालों के जवाब देने की बजाय उनके सवालों पर क्या तो चुप रहते है या सार्वजनिक सभाओं में मजाक उडाते है, जो लोकतंत्र के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। विद्रोही ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी विपक्ष के नेता राहुल गांधी के हर सवाल पर दड़ मारे रहते है, उनके मंत्री, भाजपा नेता, राहुल गांधी का मजाक उडाते है, जो स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए खतरनाक स्थिति है। विद्रोही ने मांग कीे कि केन्द्र सरकार अडानी पर अमेरिकी अदालत में लगे आरोपों को गंभीरता सेे लेकर उनके भ्रष्टाचार की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक विशेष जांच समिति से करवाये व सेबी अध्यक्ष माधवी बुच को तत्काल बर्खास्त करे।