मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार न कर कर्मचारियों के साथ अन्याय कर रही है सरकार चंडीगढ़, 06 अगस्त। अखिल भारतीय कांग्रेस की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि वायदा करके मुकर जाने की प्रदेश की भाजपा सरकार की पुरानी आदत है। मांगों के समर्थन में एनएच कर्मियों की हड़ताल पर है, गूंगी बहरी सरकार को नींद से जगाने के लिए सिरसा में कर्मचारी जान जोखिम में डालकर पानी की टंकी पर चढ़े हुए हैं। दूसरी ओर हड़ताल के चलते प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं ठप हैं। मरीजों की जान पर बन आई है। अगर सरकार को जरा भी चिंता है तो हड़ताली कर्मचारियों से वार्ता की समस्या का समाधान करें। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं ठप हैं। हड़ताल से एनीमिया कार्यक्रम, टीकाकरण, एंबुलेंस सेवा, कैंसर मरीजों की जांच, गर्भवती का पंजीकरण आदि सुविधाएं प्रभावित हैं। पर सरकार हठधर्मिता पर अडिग है। एनएचएम कर्मियों की कोई सुध नहीं ली जा रही है, इसका खमियाजा सरकार को विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हड़तालियों की मांग है कि एनएचएम कर्मचारियों को जल्द नियमित किया जाए, बायलॉज की वेतन विसंगति को दूर कर सातवें पे कमीशन का लाभ दिया जाए, 58 साल तक सभी एनएचएम कर्मियों की नौकरी की सुरक्षा दी जाए और कर्मचारियों को ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाए। एनएचएम कर्मचारियों कहते आ रहे है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के तहत वेतन देने की मांग की थी। दूसरी ओर 25 सालों से कार्यरत कर्मचारियों को नियमित होने की इंतजार है नियमति करने की मांग पूरी तरह से जायज है। इसके अनदेख कर सरकार उनके साथ अन्याय कर रही है। कर्मचारी सेवा सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक सुरक्षा की मांग कर रहे है, सरकार को कर्मचारियों के मन में सुरक्षा का भाव पैदा करना होगा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया होता तो सिरसा में हड़तालियों को पानी की टंकी पर चढ़ने की जरूरत न होती। Post navigation विधानसभा चुनाव में क्या कांडा ‘कमल’ छोड़ पकड़ेंगे ‘हाथ’, सियासी गलियारों में कयास …… नए मेडिकल कॉलेज खोले नहीं, पुरानों की हालत खराब: कुमारी सैलजा