2047 तक विकसित भारत की नींव रखने वाला बजट – बोध राज सीकरी गुरुग्राम। अभी तक माननीय प्रधानमंत्री की दस साल की मेहनत, लगन, राष्ट्र प्रेम और स्वच्छ छवि के कारण निवेश चरम सीमा पर था। अब उस सीमा को और पंख लगेंगे और निवेश में नये-नये कीर्तिमान स्थापित होंगे। विपक्ष जो नकारात्मक राजनीति करता है और अपनी विफलताओं को छिपाता है, इस बजट में उसकी विफलताओं का उत्तर है। 140 करोड़ देशवासियों की आशाओं, अभिलाषाओं का यह बजट सराहनीय है। इस बजट में देश के गरीब, किसान, युवा और महिलाओं को सशक्त करने के लिए जनभागीदारी का एक जन आंदोलन है। देश के 140 करोड़ लोगों की आवाज़ को कुचलने का अलोकतांत्रिक तरीक़ा जो विपक्ष अपनाता है और देशविरोधी राजनीति करता है उसका उत्तर है यह बजट। जीडीपी वृद्धि देश के विकास की ओर एक सकारात्मक संकेत है। यह बजट भाजपा सरकार द्वारा लाये गये विभिन्न सुधारों को दर्शाता है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट में एनडीए गठबंधन सरकार के केंद्रीय बजट की 9 बड़ी प्राथमिकताओं का उल्लेख किया गया है, जिसमें कृषि में उत्पादकता, नौकरियां, सामाजिक न्याय, शहरी विकास, विनिर्माण ऊर्जा सुरक्षा, बुनियादी ढांचा, नवाचार और अनुसंधान और अगली पीढ़ी में सुधार प्रमुख है। मा.वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गरीबों, महिलाओं, युवाओं, किसानों पर फोकस करते हुए कई महत्वपूर्ण और सराहनीय घोषणाएं की हैं। जैसे बजट में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को 5 साल के लिए बढ़ाया गया है, जिसका लाभ देश के 80 करोड़ लोगों को मिल रहा है। हमारी सरकार का पूरा फोकस रोज़गार, हुनर और युवाओं पर है। इस साल 1.48 लाख करोड़ शिक्षा और रोज़गार के लिए खर्च किये जाने का प्रस्ताव है। युवाओं के रोजगार के लिए दो लाख करोड़ रुपये की पांच योजनाएं पेश की गई। कृषि क्षेत्र के लिए 1.52 लाख करोड़ रु का प्रावधान किया गया, जबकि उच्च शिक्षा के लिए 10 लाख रुपये तक के लोन की घोषणा की गई। पीएम आवास योजना के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में तीन करोड़ नए घर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। बजट में महिलाओं के लिए तीन लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। ग्रामीण विकास के लिए इस वर्ष 2.66 करोड़ रु का प्रावधान किया गया है। देश में नेचुरल फार्मिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए एक करोड़ किसान को सपोर्ट किया जाएगा। इसके अलावा डिजिटल खऱीफ फसल सर्वे 400 जिले में किया जाएगा। साथ ही 10 हजार बायो रिसर्च सेंटर भी बनाए जाएंगे। जन कल्याण को समर्पित यह बजट एक सर्वसमावेशी, सर्वहितैषी व हर वर्ग को साथ लेकर चलने वाला बजट है। इस बजट में की गई जनकल्याणकारी घोषणाएं देश को एक नई दिशा प्रदान करेगी। Post navigation पेड़ लगाना पुण्य कार्य किंतु पेड़ काटने पर सजा क्यों नहीं? गांव उल्लावास में डेढ़ एकड़ निगम भूमि को कराया कब्जा मुक्त