गुरुग्राम, 5 अप्रैल 2025। भारत सरकार की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत देशभर के स्कूलों में शतरंज को अब औपचारिक शिक्षा का हिस्सा बनाया जाएगा। इस दिशा में हरियाणा राज्य में तेज़ी से कार्यवाही शुरू हो चुकी है। शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने और छात्रों की बौद्धिक क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से शतरंज को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल करने की योजना को लागू किया जा रहा है।

जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जिले के समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों और प्राइमरी, एलिमेंट्री तथा सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के प्रिंसिपलों को इस संबंध में आदेश पत्र जारी किया गया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का निशुल्क शतरंज प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा।

महाभारत के भीष्म पितामह ‘शक्तिमान’ के नेतृत्व में शतरंज मिशन

यह विशेष अभियान हरियाणा शतरंज एसोसिएशन (HCA) द्वारा चलाया जा रहा है, जिसके अध्यक्ष प्रसिद्ध अभिनेता मुकेश खन्ना हैं। इस योजना का उद्देश्य है कि हरियाणा के गांव-गांव से अंतरराष्ट्रीय स्तर के शतरंज खिलाड़ी तैयार हों। प्रशिक्षण की पूरी कार्ययोजना एचसीए द्वारा तैयार की गई है।

पेरिस इंटरनेशनल ओलंपिक 2024 से लौटे शतरंज एशिया महाद्वीप के महासचिव ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज ने बताया कि शतरंज एक ऐसा खेल है जो बच्चों की स्मरण शक्ति, ध्यान केंद्रित करने की क्षमता, तर्कशक्ति और समस्या समाधान कौशल को बढ़ाता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह खेल डिप्रेशन, चिंता और अल्ज़ाइमर जैसी मानसिक समस्याओं को दूर करने में भी सहायक होता है।

शतरंज से शिक्षा में निखार

शतरंज सीखने से न केवल छात्रों का ध्यान पढ़ाई में बढ़ता है बल्कि उनकी एकाग्रता, अनुशासन और सोचने की शक्ति भी विकसित होती है। नई शिक्षा नीति में इस बात पर ज़ोर दिया गया है कि शतरंज न केवल एक खेल है, बल्कि यह विद्यार्थियों के मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास का एक अहम माध्यम है।

शिक्षकों को पहले दी जाएगी प्रशिक्षण

प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत स्कूलों में पहले शिक्षकों की मीटिंग ली जाएगी, जिसमें इच्छुक महिला व पुरुष शिक्षकों का चयन किया जाएगा। उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे आगे छात्रों को कुशलता से प्रशिक्षित कर सकें।

हरियाणा शतरंज एसोसिएशन के नियमों के अनुसार, महिला शिक्षकों को महिला प्रशिक्षक ही प्रशिक्षण देंगी ताकि वे सहजता के साथ पहले स्वयं शतरंज सीख सकें और फिर छात्राओं को प्रशिक्षित कर सकें।

कैसे जुड़ सकते हैं स्कूल इस अभियान से?

जो स्कूल इस अभियान से जुड़ना चाहते हैं, वे व्हाट्सएप नंबर 98179 00931 या www.IndianChess.org के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं।

शतरंज: सिर्फ खेल नहीं, जीवन का पाठ

ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज के अनुसार, “शतरंज एक ऐसा अद्भुत खेल है जो जीवन में धैर्य, रणनीति, आत्मनियंत्रण और समर्पण का अभ्यास सिखाता है। यह व्यक्ति को सिखाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी डटे रहना और अंत तक लड़ना चाहिए।”

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