-राव दान सिह के राजनीतिक करियर पर लग सकता है ग्रहण सूत्र

– पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी हैं दानसिंह, आरोप है कि हुड्डा का अधोषित पैसा लगा है कारोबार में 

भारत सारथी/कौशिक 

नारनौल। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम वीरवार सुबह महेंद्रगढ़ के कांग्रेस विधायक राव दान सिंह के आवास, फार्म हाउस व उनके भाई की कोठी पर दबिश देने पहुंची। बताया जा रहा उनके गुरुग्राम स्थित आवास पर भी दबिश दी गई है। यह दबिश किस मामले में दी गई है, अभी ईडी अधिकारी कुछ नहीं बता रहे। अधिकारियों की टीम अभी उनके ठिकानों पर मौजूद है। टीम सुबह आठ बजे पहुंची। सुत्रों अनुसार ईडी की रेड के समय  गुरुग्राम सेक्टर 17 स्थित अपने आवास के सामने बने पार्क में घूम रहे थे। कांग्रेस विधायक राव दान सिंह ईडी की टीम ने घर में किया प्रवेश तो अचानक पार्क से कांग्रेस विधायक राव दान सिंह गायब हो गए।

पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबियों में राव दान सिंह की गिनती करीबियों में होती है। आरोप है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गुमनाम पैसा दान सिंह के बिजनेस में लगा हुआ है। गत लोक सभा चुनावों में अपने चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दान सिंह पर आरोप लगाया था कि लोगों के खून पसीने की कमाई चुस कर दान सिंह ने अरबों रुपए कमाई की और  उनका बेटा अक्षत राव 9 हजार करोड़  घोटाले के केस में बेल पर है।

– बहादुरगढ़ में भी चल रही है ईडी की रेड।

दिल्ली रोहतक रोड़ पर स्थित एएसएल यानी एलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड कंपनी में सुबह से रेड जारी है। ईडी के आधा दर्जन से ज्यादा अधिकारी मौके पर मौजूद है। सीआरपीएफ के जवान भी सुरक्षा में मौके पर तैनात। कम्पनी के बैंक खातों से सम्बंधित रिकार्ड खंगालने में जुटी टीम। यह कम्पनी विधायक राव दान सिंह के बेटे अक्षत सिंह और उनके परिवार से जुड़ी बताई जा रही है। कम्पनी के मुख्य प्रमोटर महेंद्र अग्रवाल और गौरव अग्रवाल हैं।

सूत्रों को कहना है कि कांग्रेस विधायक राव दान सिंह के पास देश भर में लगभग 100 पेट्रोल पंप व गैस एजेंसी सहित हजारों एकड़ जमीन है। वर्ष 2022 में 1392 करोड़ रुपये के बैंक फ्राड मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की थी। बाद में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत ईडी ने मामला दर्ज के किया था।

ईडी ने बैंक धोखाधड़ी मामले पर हरियाणा के महेंद्रगढ़ से कांग्रेस विधायक राव दान सिंह पर शिकंजा कसा है,1392 करोड़ के बैंक धोखाधड़ी केस में देश के 5 शहरों में छापेमारी की जा रही है।बैंक घोटाले में ये छापेमारी महेंद्रगढ़ के विधायक राव दान सिंह और उनके परिवार व अन्य लोगों के खिलाफ की जा रही है। इस बैंक धोखाधड़ी की जांच का जिम्मा ईडी के साथ-साथ सीबीआई को भी सौंपा गया है।

दरअसल, मेसर्स अलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड नाम की एक कंपनी है। जो कि विधायक राव दान सिंह और उनके परिवार से जुड़ी हुई है। उसके जरिये 1392 करोड़ रुपये का लोन लिया गया । जिसे कभी वापस नहीं लौटाया गया। सीबीआई ने इस मामले में कंपनी और उसके प्रमोटर्स मोहिंदर अग्रवाल और गौरव अग्रवाल समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। बाद में ईडी ने इस मामले में अलग से प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट यानी पीएमएलए के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी।

– लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं राव दान सिंह

ईडी की टीम महेंद्रगढ़ के विधायक राव दान सिंह के आवास पर सुबह-सुबह छापेमारी के लिए पहुंची। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों को भी ईडी की टीम के साथ देखा गया। राव दान सिंह को भूपेंद्र सिंह हुड्डा का करीबी माना जाता है। कांग्रेस ने उन्हें लोकसभा चुनाव के दौरान  महेंद्रगढ़- भिवानी सीट से टिकट भी दिया था। लेकिन उन्हें बीजेपी के उम्मीदवार धर्मवीर सिंह के हाथों हार मिली। उनको टिकट दिए जाने को लेकर कांग्रेस में काफी ज्यादा विवाद भी हुआ था। राव दान सिंह हरियाणा के बड़े शिक्षा संस्थान के मालिक भी हैं।

– हरियाणा चुनाव में बैंक धोखाधड़ी बन सकता है मुद्दा

हरियाणा में तीन माह बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसके लिए सभी दलों ने कमर कसना शुरू कर दिया है। इस बार मुकाबले में कांग्रेस मजबूत नजर आ रही है। लेकिन विधायक राव दान सिंह के जरिए किए गए बैंक धोखाधड़ी का मुद्दा गरमा सकता है। बीजेपी इस मुद्दे को पूरी तरह से भुनाने की कोशिश करेगी और भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर कांग्रेस को घेरने का प्रयास करेगी। दूसरी तरफ कांग्रेस भाजपा पर ईडी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाती रही है। ऐसे में कांग्रेस नेता के घर चुनाव से पहले दबिश को कांग्रेस मुद्दा बना सकती है।

error: Content is protected !!