मानसून में एक बार फिर से गुरुग्राम हुआ पानी ही पानी

जल भराव के कारण लगे जाम में वाहन रेंगते ही रहे

स्थानीय प्रशासन के सभी दावे बरसाती पानी में बह गए

गुरुग्राम में तीन स्तरीय व्यवस्था भी हो गई तार – तार

मानसून के आरंभ में जल भराव के बाद लोगों की फूली सांस

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम। शुक्रवार को हुई बारिश ने एक बार फिर से प्रशासन के दावों को धो दिया। फिर से शहर पानी-पानी हो गया। फिर से यातायात जाम लोगों को झेलना पड़ा। फिर से लोग पानी के बीच से गुजरते नजर आए। फिर से लोगों ने प्रशासन को कोसा।

गुरुग्राम-जयपुर एक्सपे्रस-वे की सर्विस लेन में कई फुट पानी भर गया। कंपनियों से ड्यूटी करने वाले महिला, पुरुष कर्मचारी पानी में से निकलने को मजबूत हुए। बरसात के कारण सीवर भी ओवरफ्लो हो गए। कई गलियों में सीवरेज से निकला गंदा पानी भर गया। बारिश का पानी भरने से गुरुग्राम-सोहना पर रोड पर लंबा जाम लग गया। इस बारिश ने एक बार फिर से जिला प्रशासन, गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) और नगर निगम के जल निकासी के प्रबंधों की पोल खोली। मॉनसून आने से पहले बरसाती नालों की सफाई के पुख्ता दावे किए गए थे। कुछ जगहों पर नालों की सफाई की भी गई, लेकिन सभी नालों की सफाई नहीं हुई। मॉनसून के आने के समय से कुछ दिन पहले तो यहां नालों की सफाई शुरू की गई, जो कि पूरी नहीं हुई।

 मिलेनियम सिर्टी गुरुग्राम में सामान्य दिनों में सफाई और बरसात के दिनों में जलभराव अहम मुद्दा रहता है। दुनियाभर में मशहूर गुरुग्राम में तीन स्तरीय प्रशासन इन दोनों मामलों में ही फेल नजर आता है। आज तक ना तो पूरा शहर कभी साफ, स्वच्छ नजर आया और ना ही यहां बारिश के समय कभी सब कुछ सही नजर आया। हालांकि अधिकारियों ने हमेशा बारिश से पहले दावे किए हैं कि इस बार जलभराव नहीं होगा। हर उस जगह पर लाखों रुपये खर्च करके पम्प सेट भी लगाए गए हैं, जो कि नियमित तौर पर वहीं लगे रहते हैं। इसके बाद भी जलभराव की स्थिति नियंत्रण में नहीं आ रही। 30 जून तक हरियाणा में मॉनसून आने की संभावना है। इस बारिश को प्री-मॉनसून की ही बारिश कहा जा सकता है। इसी पहली बारिश ने सारे दावों को धोकर रख दिया।

विशेष हेल्पलाईन नंबर 7290076135 व 7290088127  जारी

बरसात के दौरान निगम क्षेत्र में कहीं पर भी जलभराव की समस्या से नागरिकों को परेशानी ना हो, इसके लिए नगर निगम गुरुग्राम द्वारा दावा किया गया कि सभी पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित कर लिए गए हैं। शुक्रवार को बरसात के दौरान सुबह से ही निगम कर्मचारियों ने पर्याप्त मशीनरी, पंपसेट व अन्य संसाधनों के साथ फील्ड में मोर्चा संभाले रखा। नगर निगम गुरुग्राम द्वारा जलनिकासी की समुचित व्यवस्था के लिए निगम क्षेत्र में 12 जेसीबी, 12 सक्शन टैंकर, 61 ट्रैक्टर माउंटिड पंप, 25 डीजल इंजन सहित पर्याप्त संख्या में मैनपावर की तैनाती की गई है। इसके अलावा, सभी नालों, सीवर व रोड़ गल्ली की समुचित सफाई के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में लगातार टीमें कार्य कर रही हैं।

वार्ड वाइज अधिकारी जलनिकासी करेंगे सुनिश्चित

मानसून के दौरान क्षेत्र में त्वरित जल निकासी सुनिश्चित करने के लिए वार्ड अनुसार सहायक अभियंताओं व कनिष्ठ अभियंताओं की जिम्मेदारियां लगाई गई हैं। ये अधिकारी अपने-अपने आवंटित वार्ड तथा एक्सटेंडेड एरिया में जलनिकासी प्रबंध सुनिश्चित करेंगे। मानसून के दौरान जलभराव की शिकायतें प्राप्त करने सहित शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए विशेष हेल्पलाईन नंबर 7290076135 तथा 7290088127  जारी किए गए हैं। ये हेल्पलाईन नंबर 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। हेल्पलाईन नंबर पर व्हाट्सएप के माध्यम सेे भी फोटो, पते व लोकेशन सहित शिकायत भेजी जा सकती है।

जल निकासी के प्रबंधों की निगरानी करें नागरिक

नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ ने निवर्तमान निगम पार्षदों, आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों तथा गणमान्य नागरिकों से अपील की है कि वे उनके क्षेत्रों में जल निकासी के प्रबंधों की निगरानी करें। इसके अलावा अगर कहीं पर जलभराव की समस्या आती है तो संबंधित वार्ड के सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता या विशेष हेल्पलाईन नंबरों पर संपर्क करें। सभी सहायक अभियंताओं व कनिष्ठ अभियंताओं को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि वे फोन कॉल्स को अटेंड करेंगे तथा अगर किसी कारणवश अटेंड नहीं कर पाते हैं, तो समय मिलने पर कॉल बैक करेंगे।

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