श्रेय लेने की होड़ में माजरा एम्स प्रोजेक्ट विगत साढ़े 8 सालों से जमीन पर नही उतर पा रहा : विद्रोही पांच साल से एम्स निर्माण श्रेय की होड़ में निर्माण की तारीख पर तारीख तो घोषित की जा रही है, लेकिन निर्माण आज तक नही हुआ : विद्रोही 5 जनवरी 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि श्रेय लेने की होड़ में माजरा एम्स प्रोजेक्ट विगत साढ़े 8 सालों से जमीन पर नही उतर पा रहा। विद्रोही ने कहा कि जुलाई 2015 में घोषित मनेठी एम्स पहले मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर व केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह के बीच श्रेय लेने की होड़ में फुटबाल बना और फिर अहीरवाल की जनता के आंदोलन की बदौलत फरवरी 2019 में मोदी-भाजपा केबिनेट ने एम्स निर्माण की स्वीकृति दी, इसके बाद भी पांच साल से एम्स निर्माण श्रेय की होड़ में निर्माण की तारीख पर तारीख तो घोषित की जा रही है, लेकिन निर्माण आज तक नही हुआ। अब लोकसभा चुनाव 2024 में वोट हडपने व श्रेय लेने की होड में विगत 6 माह से तारीख पर तारीख घोषित हो रही है, पर माजरा एम्स शिलान्यास की असली तारीख कौनसी है, कोई बताने को तैयार नही। विद्रोही ने कहा कि श्रेय की होड़ में खट्टर व राव साहब की खींचातान में पहले ही माजरा एम्स निर्माण में देरी हो चुकी है। अब भाजपा की पूर्व सांसद सुधा यादव श्रेय होड में शामिल हुई और उन्होंने एम्स के लिए संघर्ष करने वाले कुछ लोगों को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर निश्चित तारीख बताने का दावा किया, पर सुधा यादव का दावा भी फुस पटाखेे की तरह ही निकला। अब श्रेय की होड़ में केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव भी कूद पड़े है। वे चाहतेे है कि गुरूग्राम के जंगल सफारी के शिलान्यास अवसर पर ही प्रधानमंत्री मोदी माजरा एम्स रेवाडी में आये बिना ही गुरूग्राम से ही एम्स का शिलान्यास करे ताकि वे श्रेय लूट सके, किन्तु इस श्रेय होड़ में अभी यह तय नही हो पा रहा है कि माजरा एम्स शिलान्यास किस तारीख को होगा। विद्रोही ने कहा कि जिस सरकार व दल भाजपा के लिए विकास व स्वास्थ्य सेवाओं के इतने बड़े संस्थान के निर्माण की बजाय श्रेय लेने व वोट हडपने की इस तरह मारामारी हो, ऐसी सरकार व भाजपाई-संघी नेतो कितने फासिस्ट, षडयंत्रकारी, ढोंगी, जनविरोधी, विकास विरोधी सोच के है, यह बताने की जरूरत नही। भाजपा का जनहित, विकास, जनसेवा से कोई मतलब नही, उसका एजेंडा ही लोगों को भावनात्मक रूप से ठगकर किसी भी तरह वोट हडपने का है, इस कटु सत्य को अहीरवाल के लोग अच्छी तरह से समझ ले। Post navigation कांग्रेस में बढ़ रही गुटबाजी व अनुशासनहीनता पर रोक नही लगाई तो जीती हुई बाजी खिसक सकती है : विद्रोहीे विगत 9 सालों से गरीबों, बेघरों, बेसहारा लोगों को ठंड से बचाने सरकार व प्रशासन पूर्णतया उदासीन : विद्रोही