गृह विभाग की ओर से आज मुख्य न्यायाधीश को लिखा जायेगा पत्र 

जांच के लिए नियम एवं शर्तें तय करेगा गृह विभाग 

पंजाब व  हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अगर सेवारत जज की उपलब्धता के लिए मना करते हैं तो सदन पुनर्विचार कर सकता है

चंडीगढ़,18 दिसंबर- हरियाणा विधानसभा में चल रहे शीतकालीन सत्र में जींद जिले के सरकारी स्कूल उचाना के प्रिंसिपल द्वारा छात्राओं के साथ की गई घिनौनी हरकत से जुड़े मामले पर उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला व पूर्व शिक्षा मंत्री व कांग्रेस की विधायक गीता भुक्क्ल के बीच सदन में एक दूसरे पर लगाए जा रहे प्रत्यारोपों पर सदन के नेता व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने स्पष्ट किया कि यह विषय तीखी नोकझोंक या आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है।अगर एक बार सदन में सर्व सम्मति से जांच करवाने के लिए सहमति दे दी गईहै तो अब एक बार यह प्रक्रिया पूरी करनी होगी।गृह विभाग की ओर से आज पंजाब व  हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा जायेगा।यदि मुख्य न्यायाधीश सेवारत जज की उपलब्धता के लिए मना करते हैं तो इस विषय पर सदन में पुनर्विचार किया जा सकता है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता पक्ष व प्रतिपक्ष को सदन की गरिमा बनाई रखनी होगी।उन्होंने कहा कि विपक्ष हमेशा किसी भी विषय पर सिटिंग जज से जांच करवाने की मांग करता है, परंतु इस विषय पर सदन में सिटिंग जज से जांच करवाने की सहमति बन गई तो नेता प्रतिपक्ष को किस बात की आपत्ति है। 

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