– अपने आस-पास सफाई रखना हमारी नैतिक जिम्मेदारी- विधायक सत्यप्रकाश जरावता – सफाई कर्मियों को न्यूनतम वेतन देकर वर्तमान सरकार ने पुण्य का काम किया- विधायक – सफाई एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं- विधायक 1 अक्टूबर, मानेसर। पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने रविवार को मानेसर नगर निगम की ओर से आयोजित स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में शामिल होकर एक घंटे का श्रमदान दिया। विधायक ने मानेसर के आईएमटी चौक व आसपास के क्षेत्र में सफाई करके राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को स्वच्छांजलि अर्पित की। विधायक ने कहा कि सफाई एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है,इसे हमें दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। सफाई को अपनी आदत में शामिल करके ही हम अपने आसपास को स्वच्छ रख सकते है। प्रत्येक व्यक्ति यदि सफाई को अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझे तो चारों और सफाई रहेगी। स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में उनके साथ मानेसर नगर निगम के आयुक्त अशोक कुमार गर्ग, संयुक्त आयुक्त दिनेश कुमार, एनएसजी के ग्रुप कमांडर जेपी मैथानी, स्क्वाड्रन कमांडर राजन सिंह, स्क्वाड्रन कमांडर सुमेर सिंह गुर्जर, महेंद्र सिंह, टीम कमांडर रजत पी, कर्नल पर्वत सिंह, नेहरू युवा केंद्र के डायरेक्टर कृष्ण लाल परीचा, ब्लू प्लांट ऑर्गनाइजेशन से कृष्ण कुमार, हरीश, शिव, शशि यादव, ओपी यादव, सुशीला शरण पुनिया, डॉक्टर सत्या सहाय, शिखा सिंह, नगर निगम की एसबीएम कंसल्टेंट जेनिथ चौधरी ,ब्लू जोन एंबेसडर अयाना चौधरी सहित पूर्व पंचायत सदस्य व एनएसजी के करीब 100 कर्मचारी व अधिकारी भी मौजूद रहे। अपने संबोधन में विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने कहा कि साल 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता के लिए संदेश दिया। जिसका देश के प्रत्येक नागरिकों ने स्वागत किया। उसी दिन से स्वच्छता को एक अभियान के तौर पर मनाया जाने लगा। आमलोगों ने सक्रियता दिखाते हुए अपने आस-पास कूड़े और गंदगी को न केवल साफ किया,बल्कि इधर-उधर कूड़ा डालने वाले लोगों को ऐसा न करने का संदेश भी दिया। विधायक ने कहा कि सफाई का काम बहुत ही जिम्मेदारी का काम है। वर्तमान सरकार ने सफाई कर्मियों को स्वच्छता सैनिक का नाम दिया और इन कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन देने के साथ मान-सम्मान भी दिया। सफाई कर्मचारियों का आह्वान करते हुए कहा कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। इस दौरान अपने संबोधन में आयुक्त अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि सफाई कर्मचारियों के काम को महत्व मिलना चाहिए। कोरोना काल में जब पूरा देश बंद हो गया था, तो केवल सफाई कर्मचारी ही अपने काम को पूरी ईमानदारी के साथ निभा रहे थे। आंकड़े बताते है कि सामान्य लोगों की तुलना में सफाई कर्मियों को एलर्जी और दमा ज्यादा होता है। जिस कारण उनकी मृत्यु तक हो जाती है, लेकिन अपनी जान की परवाह किए बगैर वे सैनिक की तरह अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते है। इस दौरान एनएसजी के ग्रुप कमांडर जेपी मैथानी ने भी अपने संबोधन में कहा कि आज पूरे देश में श्रमदान दिवस मनाया जा रहा है। सफाई रोजमर्रा की जरूरत है। इसे केवल एक दिन न चलाकर बल्कि इसे अपनी दिनचर्या में शामिल किया जाना चाहिए। बता दें कि मानेसर नगर निगम की ओर से रविवार को नगर निगम क्षेत्र में करीब 60 जगहों पर श्रमदान दिवस मनाया गया। इस दौरान नगर निगम के प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित की गई। प्रत्येक गांव या वाॅर्ड स्तर पर जनप्रतिनिधों को भी शामिल किया गया। स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े का समापन सोमवार को गांव नौरंगपुर वाटिका में होगा। इस दौरान विधायक सत्यप्रकाश जरावता व नगर निगम के आयुक्त व संयुक्त आयुक्त सफाई कर्मचारियों को सम्मानित भी करेंगे। Post navigation मूर्धन्य कवियों को स्वरांजलि……… अहम् ब्रह्मास्मि-नव उद्घोष का साहित्यिक आयोजन रेल मंत्री ने गुरुग्राम रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण डिज़ाइन का किया अवलोकन, कहा धरातल पर बहुत जल्द शुरू होगा कार्य