मकानों की तोड़फोड़ के विरोध में जनता में ज़बर्दस्त आक्रोश मकानों की तोड़फोड़ के विरोध में राज्यपाल को भेजा ज्ञापन कैप्टन अजय यादव और घर बचाओ गाँव बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने सिकंदरपुर में जाकर रुकवाई तोड़फोड़ गुरुग्राम, 15 जून,2023 – घर बचाओ गाँव बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले गुरुग्राम नगर निगम क्षेत्र के ग्रामवासी मकानों की तोड़फोड़ के विरोध में उपायुक्त कार्यालय के सामने धरने पर बैठे।धरने में विभिन्न सामाजिक संगठन,महिला संगठन, ट्रेड यूनियंस,राजनीतिक दलों तथा सभी गाँवों के गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष एवं जिला बार एसोसिएशन गुरुग्राम के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह ने बताया कि पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव,पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया,समाजसेवी भोले गुर्जर,जगपाल सिंह यादव,जितेंद्र यादव,जगमोहन यादव सरपंच,सूबे सिंह बोहरा, श्यामसिंह ठाकरान,धरम सिंह यादव नंबरदार,नत्थू सिंह सरपंच,पहलवान सतबीर खटाना,दुलीचंद सरपंच,कमल गढ़ौली,अशोक हंस,अटलबीर कटारिया,कुलभूषण भारद्वाज,अनिल पंवार, योगी यादव,सूबे सिंह यादव एडवोकेट,हीरालाल नंबरदार,रोहतास यादव,निशित कटारिया एडवोकेट,शयोचंद सरपंच,धर्मेन्द्र खटाना,मुकेश डागर,विजय यादव, पवन कुमार चौधरी,नरेश सहरावत,सूबे सिंह बोहरा,कुलदीप यादव पार्षद,जो कबीर सुखबीर तंवर, जसबीर ठाकरान, सोनू ठाकरान, सुशीला कटारिया, राजबाला शर्मा, मुकेश चौधरी, करमबीर,सुंदर सिंह,नीरज गंडास एडवोकेट, राम मेहर तंवर एडवोकेट, उदयबीर,विजय खटाना,प्रदीप जैलदार,पंकज डावर, जय सिंह हुड्डा,सुरेश कुमार यादव, और नगर निगम क्षेत्र के गाँव के पूर्व सरपंच, नंबरदार पूर्व पंच तथा भारी संख्या में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने धरने पर पहुंचकर घर बचाव गाँव बचाव अभियान का समर्थन किया। धरने पर सर्वसम्मति से निगम क्षेत्र के गाँव में तोड़फोड़ की कड़ी निंदा की गई।धरने में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया गया कि सभी गांवों में 21-21 व्यक्तियों की कमेटी बनायी जाएगी तथा उसके बाद बैठक करके आगे की रणनीति बनायी जाएगी।धरने पर यह प्रस्ताव भी सर्व सम्मति से पास किया गया कि यदि मकानों की तोड़फोड़ बंद नहीं की गई तो फिर एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा। धरने पर मकानों की तोड़फोड़ के विरोध में भारी जनसैलाब उमड़ा।मकानों की तोड़फोड़ के विरोध में जनता में भारी आक्रोश दिखाई दिया।सभी वक्ताओं ने मकानों के तोड़फोड़ की कड़ी निंदा की।उन्होंने आरोप लगाया कि पहले तोड़फोड़ के नोटिस दिए जाते हैं और पनीर मकान न तोड़ने का भरोसा देकर रिश्वत माँगी जाती है।सभी वक्ताओं ने तोड़फोड़ में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। गुरुग्राम नगर निगम क्षेत्र में शामिल गाँव सैकड़ों वर्षों से बसे हुए है और पीढ़ी दर पीढ़ी समस्त निवासीगण अपना-अपना मकान बनाकर रह रहे हैं।गांवों में मकान बनाने के लिए कोई भी नियम क़ानून ना था और ना ही मकान का नक्सा पास करवाने का प्रावधान था।गाँव आपसी भाईचारे में बसे हुए है। गाँव के आबादी के लाल डोरे बढ़ाये नहीं गए हैं और इसी वजह से गाँव में विस्तार के बाद विस्तारित आबादी बसी हुई है। नगर निगम गुरुग्राम क्षेत्र के गाँवों मैं तथा गाँवों की विस्तारित आबादी में जब भी कोई निवासी भवन निर्माण,पुनर्निर्माण,मरम्मत इत्यादि करता है,तो नगर निगम के अधिकारी अकारण ही ग्राम वासियों को नोटिस भेजते हैं तथा बाद में मकानों की तोड़फोड़ करके प्रताड़ित करते हैं,जिसके कारण ग्रामवासियों को लाखों का नुक़सान होता है। ग्राम वासियों के मकान वर्षों पहले बने हुए हैं, जबकि नगर निगम गुरुग्राम 2008 में अस्तित्व में आया है।जब मकान नगर निगम के अस्तित्व में आने से पहले बने हुए हैं और वैध थे,तो अब अवैध कैसे हो गए?अब नगर निगम बार-बार मकानों को अवैध बताकर तोड़ने की कार्रवाई करता है,जो कि सरासर ग़लत है।मकानों की तोड़फोड़ से ग्रामीणों का लाखों का नुक़सान होता है और पूरे नगर निगम क्षेत्र के ग्रामीण समाज में भय का माहौल है। अभी हाल ही में गाँव नाथूपुर में मकानों की तोड़फोड़ की गई है।नगर निगम क्षेत्र के सभी गाँव में मकानों की तोड़फोड़ की जा रही है।गाँव सिकंदरपुर, कन्हैयी,झाडसा,हसलापुर,चकरपुर तथा अन्य सभी गांवों में तोड़फोड़ की गई है। यहाँ यह भी विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि नगर निगम गुरुग्राम क्षेत्र में आने वाले सभी गांवों की ग्राम पंचायतों का अरबों खरबों रुपया भी निगम में आ चुका है।ग्राम पंचायतों का अरबों खरबों रुपया भी नगर निगम गुरुग्राम में आने के बावजूद भी गाँव में विकास के कार्य नाममात्र हैं और ऊपर से गाँव में मकानों की तोड़फोड़ करके ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है। धरने के बाद राज्यपाल हरियाणा को मकानों की तोड़फोड़ के विरोध में उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया।घर बचाओ गाँव बचाओ संघर्ष समिति गुरुग्राम ने राज्यपाल हरियाणा के नाम ज्ञापन भेजकर माँग की कि आप सरकार को निर्देश दें कि गुरुग्राम नगर निगम क्षेत्र में शामिल सभी गाँवों तथा गाँवों की विस्तारित आबादी में मकानों की तोड़फोड़ पर रोक लगायी जाए अन्यथा नगर निगम गुरुग्राम क्षेत्र में आने वाले सभी गांवों के निवासीगण आंदोलन करने को मजबूर होंगे। यह तरह एक तरफ़ घर बचाओ गाँव बचाओ संघर्ष समिति मकानों के तोड़फोड़ के विरोध में उपायुक्त के गुरुग्राम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेज रही थी तो दूसरी तरफ़ तोड़फोड़ दस्ता भारी पुलिस बल के साथ बुल्डोजर लेकर गाँव सिकंदरपुर में तोड़फोड़ के लिए पहुँचा। जैसे ही घर बचाओ गाँव बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों को सूचना मिली सभी फ़ौरन गाँव सिकंदरपुर पहुँच गए।पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव भी गाँव सिकंदरपुर पहुँच गये।उसके बाद सभी ने मिलकर वहाँ पर तोड़फोड़ रुकवाई। Post navigation निगमायुक्त पीसी मीणा ने ठोस कचरा प्रबंधन कार्य की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश नवीन गोयल के निवेदन पर मुख्य सचिव ने गौवंश की सुरक्षा को लेकर शुरू की कार्यवाही