गुरुग्राम में सीएम उड़नदस्ता टीम व एडीसी कार्यालय की संयुक्त कार्रवाई भारत सारथी गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज: गुरुग्राम से दिन प्रतिदिन मिल रही शिकायतों के आधार पर सीएम उड़न दस्ते ने कमर कस ली है। बुधवार को सीएम उड़न दस्ते की टीम ने डीएलएफ क्षेत्र से एक फर्जी आधार पैन कार्ड बनाने वाले सेंट्रल था भंडाफोड़ किया है।जिसमें एक आरोपी व कुछ फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री उडनदस्ता व अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय की संयुक्त टीम ने यूनियन बैंक आफ इंडिया की डीएलएफ-फेस वन कुतुब प्लाजा शाखा के आधार सेवा केंद्र पर फर्जी दस्तावेज से आधार कार्ड बनाने के मामले में एक व्यक्ति को दबोचा है। छापामारी के दौरान आधार कार्ड बनाने वाले व्यक्ति को तो मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम ने पकड़ लिया। वही फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाला सेंटर संचालक छापेमारी की भनक लगने पर से पहले ही सेंटर छोड़कर फरार हो गया। फेस वन थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ के आपराधिक मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। बता दें कि सीएम उड़नदस्ता टीम को सूचना मिली की पाश क्षेत्र डीएलएफ-फेस वन के कुतुब प्लाजा सिथत यूनियन बैंक की शाखा में एक व्यक्ति फर्जी दस्तावेज के आधार पर लोगों के आधार कार्ड बनाने का काम करता है। जिस पर उड़नदस्ता की टीम ने अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय से संपर्क कर एक संयुक्त टीम का गठन किया। टीम ने बैंक में आधार सेवा केंद्र पर छापेमारी की तो वहां मोहम्मद आरिफ नामक व्यक्ति मिला। मौके से बरामद कागजात के बारे में वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी पश्चिम बंगाल का रहने वाला मिराज मोहम्मद आरिफ है जिसको बैंक ने लोगों के आधार कार्ड बनाने के कार्य पर रखा हुआ है। फर्जी आधार कार्ड बनाने के लिये इस कार्य में पश्चिम बंगाल का रहने वाला मिराज उनकी मदद करता है। मिराज चकरपुर गांव में किराए पर रहता है। चकरपुर गांव की कृष्णा मार्केट में सीएससी चलाता है। मिराज अपने सेंटर पर ही लोगों के फर्जी दस्तावेज तैयार करता है। वहीं से फर्जी दस्तावेज बनाकर मेरे आधार सेंटर पर भेज दिए जाते हैं। उन्हीं फर्जी दस्तावेज के आधार पर आधार कार्ड बनाए जाते हैं। एक आधार कार्ड बनाने का पच्चीस सौ से तीन हजार रुपये तक ग्राहक से वसूला जाता है। मौके पर मोहम्मद आरिफ के लैपटाप में कुछ कागजात मिले है। जानकारी मिली की फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर आधार कार्ड अप्लाई किये गये थे। काफी लोगो के फर्जी दस्तावेजों से आधार कार्ड अप्लाई करके बनाये गये है। आधार कार्ड बनाने में लैपटाप, प्रिंटर, स्केनर, आई स्केनर व अन्य कागजातों को कब्जा पुलिस में लिया गया। जिसमें दिल्ली, बिहार, रोहतक के बने जन्म प्रमाण पत्र, रीमा मैमोरियल पब्लिक स्कूल सेक्टर 28 के प्रिसिपल की मुहर व वहां रखे कम्पयूटर से एडिटिंग करके बनाये गये पैन कार्ड, वोटर कार्ड व अन्य कागजात बरामद हुये है। जिसके द्वारा काफी समय से यह कार्य किया जा रहा था। पुलिस ने सेंटर से काफी फर्जी दस्तावेज व मशीनें अपने कब्जे में ले ली है। मिराज की गिरफतारी के बाद ही पता चल पायेगा कि इसके द्वारा कितने लोगो के फर्जी दस्तावेज बनाये गये व उन्हीं दस्तावेजो के आधार पर लोगो ने आधार कार्ड के अलाव अन्य कौन-कौन से कागजात बनवाये है। पुलिस आगे की जांच पड़ताल करने में लगी हुई है। Post navigation डीसी निशांत कुमार यादव ने सोहना खंड के गांव निमोठ में आधुनिक आंगनवाड़ी केंद्र का किया उद्घाटन राव इंद्रजीत गुरुग्राम के मेट्रोमैन हुए साबित