सत्ता के घमंड में बीजेपी जनसंवाद नहीं लट्ठसंवाद कर रही

·        ये सरकार सिर्फ लाठी चलाना जानती है, ऐसा कोई वर्ग नहीं जिसको इस सरकार ने अपमानित न किया हो – दीपेन्द्र हुड्डा

·        CET पास सभी अभ्यर्थियों को भर्ती के लिए योग्य क्यों नहीं मान रही सरकार– दीपेन्द्र हुड्डा

·        BJP-JJP तानाशाही से बेरोजगारों की आवाज दबा रही है, अपने हक़ की आवाज उठाने वाले युवाओं को हिरासत में लेना शर्मनाक – दीपेन्द्र हुड्डा

·        महंगाईबेरोज़गारी और भ्रष्टाचार जैसे मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने वाली राजनीति नहीं चलेगी – दीपेन्द्र हुड्डा

·        आगामी चुनाव में हरियाणा में भाजपा की गति कर्नाटका से भी बुरी होगी – दीपेन्द्र हुड्डा

ढडांरडु (पंचकुला), 14 मई। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने डबवाली गांव में मुख्यमंत्री के जनसंवाद कार्यक्रम में अपनी बात कहने गए किसानों पर लाठीचार्ज और उन्हें पुलिस हिरासत में लेने की निंदा करते हुए कहा कि सत्ता के घमंड में बीजेपी जनसंवाद नहीं, लट्ठ संवाद कर रही है। अगर जनता को बोलने ही नही देना है तो CM जन संवाद कैसा? उन्होंने आगे कहा कि 9 साल के बाद CM साहब को जनता की याद आई और उस पर भी इस तरह की तानाशाही शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि ये सरकार सिर्फ लाठी चलाना जानती है। इससे पहले किसान आंदोलन के समय 1 साल से ज्यादा समय तक जब किसान धरने पर बैठे रहे उनपर लाठियाँ, आँसू गैस के गोले दागे गए। मनरेगा मजदूर, खिलाड़ी, चौकीदार, कर्मचारी, सरपंच, महिलाएं, आशा वर्कर अपनी बात कहने गए तो उन पर भी लाठियाँ बरसाई गई। रेवाड़ी में जब युवाओं ने अहीर रेजिमेंट की मांग उठायी तो लाठियों के दम पर उनकी आवाज़ दबाने का काम किया। बीजेपी-जेजेपी ने हरियाणा को बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई में नंबर 1 बनाने के साथ ही लोगों का अपमान करने में भी नंबर 1 बना दिया। ऐसा कोई वर्ग नहीं बचा जिसे इस सरकार ने अपमानित न किया हो।

उन्होंने हरियाणा में रिकार्ड बेरोजगारी पर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि 2 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं, 30% बेरोजगारी दर है और BJP-JJP तानाशाही से बेरोजगारों की आवाज दबा रही है। उन्होंने सवाल किया कि CET पास सभी अभ्यर्थियों को भर्ती के लिए योग्य क्यों नही माना जा रहा?  ये मांग करने वाले युवाओं को हिरासत में क्यों लिया जा रहा है? आखिर CET का मकसद क्या था?

दीपेन्द्र हुड्डा ने मौजूदा सरकार की कार्यप्रणाली पर हमला करते हुए कहा कि 8 साल में युवाओं को भर्तियों के नाम पर पेपर लीक, परीक्षा रद्द, फर्जीवाड़ा और घूसखोरी मिली है। प्रदेश में बेरोजगारी इसलिए चरम पर है क्योंकि सरकार नौकरी देने की बजाए नौकरी से निकालने पर जोर दे रही है। मौजूदा सरकार ने 1983 पीटीआई और ड्राइंग टीचर को नौकरी से निकालने का काम किया। जबकि हुड्डा सरकार के समय अकेले शिक्षा महकमे में TGT, PGT, गेस्ट टीचर, कंप्यूटर टीचर समेत एक लाख से ज्यादा नौकरियां दी गई थी।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि कर्नाटका के जनादेश ने स्पष्ट कर दिया है कि महंगाई, बेरोज़गारी और भ्रष्टाचार जैसे मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने वाली राजनीति नहीं चलेगी। आगामी चुनाव में हरियाणा में भाजपा की गति कर्नाटका से भी बुरी होगी और काँग्रेस भारी बहुमत से सरकार बनाएगी। लोग अब बस चुनाव का इंतजार कर रहे हैं। कर्नाटक में कांग्रेस को मिली शानदार जीत का असर पूरे देश में होगा और इसका सबसे जबरदस्त असर हरियाणा में दिखाई देगा जहाँ पहले से ही चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस के पक्ष में लहर चल रही है। दीपेन्द्र हुड्डा ने आगे कहा कि कर्नाटका में अहंकार की हार हुई है और दक्षिण भारत भाजपा से मुक्त हो गया। इससे स्पष्ट है कि देश की जनता ड्रामेबाजी को पसंद नहीं करती। उसे महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से मुक्ति चाहिए। कर्नाटका के लोगों ने तो भ्रष्टाचार से मुक्ति पा ली, अब हरियाणा में मुक्ति पाने की बारी है।

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