भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। गौड़ ब्राह्मण सभा के प्रधान व वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश महता ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान की निंदा की है जिसमें मोहन भागवत ने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था की जातियां कुछ नहीं होती है, जातियां ब्राह्मणों ने बनाई है। श्री महता ने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान का कोई तथ्य नहीं है। उन्होंने कहा की ऐसा प्रतीत हो रहा है कि भविष्य में देश में होने वाले चुनावों से पूर्व ब्राह्मण समाज को लक्ष्य बनाकर उन्होंने जानबूझकर यह बयान दिया है ताकि ब्राह्मण समाज को अन्य वर्ग हानि पहुंचा सके। उनके कहा कि इस बयान में केवल और केवल राजनीतिक की झलक दिखाई देती है। ब्राह्मण समाज कभी भी इस बात का पक्षधर नहीं रहा है। ब्राह्मण समाज ने कभी सत्ता और शासन के लोभ नहीं किया। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण ने हमेशा समभाव की बात की है। श्री महता ने कहा कि भगवान श्री परशुराम ने निरंकुश राजाओं का दमन करके भू भाग को महर्षि कश्यप को दान कर दिया ताकि अच्छे तरीके से क्षत्रीय लोग शासन चला सके। देश के स्वतंत्रता संग्राम में ब्राह्मण समाज का बहुत बड़ा योगदान व बलिदान रहा है, इतिहास इस बात का गवाह है। आजादी के बाद विभिन्न शासकों ने व राजनीतिक दलों ने समय-समय पर ब्राह्मण समाज को निशाना बनाकर अपना राजनीतिक उल्लू सीधा करने का प्रयास किया जो गलत है। ब्राह्मण समाज ने देश में हमेशा गलत कार्य का विरोध किया है और आगे भी करता रहेगा। ब्राह्मण समाज सबको साथ लेकर देश व समाज का सर्वांगीण विकास करना चाहता है। उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से अपने इस ब्राह्मण समाज विरोधी बयान का खंडन करने की बात कही है। Post navigation केंद्रीय मंत्री गडकरी के नाम समिति ने डीसी की मार्फत भेजा ज्ञापन जाति व्यवस्था पर पंडितों के लिए बयान देकर घिरे संघ प्रमुख, डेमेज कंट्रोल में जुटे भाजपा-संघ