क्या भूपेंद्र सिंह हुड्डा व दीपेंद्र सिंह हुड्डा जी भी पेड़ कटवाना चाहते है – जयहिंद

पेड़ों से माफी मांगे विधायक बी बी बत्रा – जयहिंद

कहें तो विधायक जी को मैं कुल्हाड़ी गिफ्ट करदू पेड़ काटने के लिए – जयहिंद

कोर्ट स्टे के बावजूद गैकानूनी तरीके से काटे गए थे प्लॉट – जयहिंद

पेड़ काटने से पहले जयहिंद की गर्दन काटनी पड़ेगी

मुख्यमंत्री सैनी जी से मिलने का समय मांगेगे : जयहिंद

रौनक शर्मा

रोहतक / रोहतक से कांग्रेस विधायक भारत भूषण बत्रा ने विधानसभा में सेक्टर–6 स्थित बाग में लगे पेड़ों को लेकर बयान दिया है और इन पेड़ों को अवैध बताया। जिसे लेकर जयहिंद सेना सुप्रीमो नवीन जयहिंद ने सोमवार 25 नवंबर को पेड़ के नीचे प्रेसवार्ता की और बीबी बत्रा का वह वीडियो भी प्रेसवार्ता में दिखाया। जयहिंद ने विधायक बीबी बत्रा को बताया कि कोई बाप, बेटा व अन्य कोई व्यक्ति अवैध हो सकता है लेकिन पेड़ कभी अवैध नहीं हो सकता। विधायक बीबी बत्रा को पेड़ों से माफी मांगनी चाहिए। हम इस पेड़ों को नहीं कटने देंगे अगर पेड़ काटने है तो उससे पहले जयहिंद की गर्दन काटनी पड़ेगी।

जयहिंद ने बताया कि इसे लेकर मुझ पर एफआईआर भी की गई है। हम इन पेड़ों को कटते हुए नहीं देख सकते। मुझे जेल में डाल दो मेरे मारने के बाद इस पेड़ों को काट लेना। अगर पेड़ों को काटने का इतना ही ज्यादा दिल करता है तो मैं विधायक जी को कुल्हाड़ी गिफ्ट कर दूंगा।

जयहिंद ने विधायक भारत भूषण बत्रा द्वारा विधानसभा में बोले गए झूठ का भी पर्दाफाश करते हुए बताया कि 2008 में इस जमीन पर हाईकोर्ट का स्टे था और 2011 में एचएसवीपी (हुड्डा) विभाग द्वारा इस जमीन पर प्लॉट काटे गए। जबकि 2001 में जब चौटाला साहब की सरकार थी तब यहां किसानों की जमीनें अधिकरण की गई थी। और विधायक जी यह बताए कि जब 2004 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री बने तब कितनी जमीन अधिकरण की गई और कितनी छोड़ी गई, किन–किन लोगों की छोड़ी गई व किस आधार पर छोड़ी गई। साथ ही विधायक जी यह भी बताए कि हुड्डा विभाग द्वारा स्टे वाली जमीन पर प्लॉट काटे गए थे और आपके कितने आदमियों की जमीन क्या लेकर रिलीज की गई थी। यह स्टे होने के बावजूद भी गैरकानूनी तरीके से प्लॉट काटे गए थे और यह बात प्लॉट धारक भी जानते थे।

विधायक जी कहते है कि 11 साल हो गए लोगो को यहां कटे प्लाटों के पैसे भरे लेकिन इस जमीन पर स्टे तो 2008 में लगा था तो इसका मतलब स्टे को लगे 16 साल  हो चुके है और स्टे वाली जगह पर प्लॉट काटे गए। हम यह कह रहे है कि प्लॉट वाले को प्लॉट मिलने चाहिए लेकिन पेड़ों को काटकर ही क्यों। आसपास 16 किले खाली है उनमें भी प्लॉट काटे जा सकते है। यहां जो हजारों पेड़ काटने की बात हो रही है वे पेड़ 15 से 20 साल पुराने है, जो लाखों लोगों को स्वच्छ हवा व ऑक्सीजन प्रदान करते है। हमने इस पेड़ों को अपने हाथों से सिंचा है। हम विधायक जी से यह पूछना चाहते है कि विधायक जी ने अपने 10 साल के कार्यकाल में 10 पेड़ भी कहीं लगाए है क्या ? 10 भी किसी की समस्या उठाई है क्या? आपकी पेड़ों के साथ क्या दुश्मनी है?

जयहिंद ने कहा कि वे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिलने का समय मांगेगे और उनसे अपील भी की इस पूरे मामले पर एसआईटी बिठाकर जांच की जाए। बताते है कि यह सरकार की जमीन है तो सरकार का काम पेड़ लगाना होता है या पेड़ों को कटना। जबकि सरकार तो पेड़ों को पेंशन देने की बात कहती है तो सरकार कैसे पेड़ों को कटवा सकती है। यहीं सामने एक पार्क है उसमें आज तक कोई डेवलेपमेंट नहीं हुआ।

जयहिंद ने विधायक बीबी बत्रा से सवाल पूछते हुए कहा कि क्या जो कुछ आपने विधानसभा में बोला है वह भूपेंद्र सिंह हुड्डा साहब या दीपेंद्र सिंह हुड्डा जी से अनुमति लेकर बोला है क्योंकि ऐसा सुनने में आता है कि विधायक इनकी अनुमति के बिना पानी तक नहीं पीते। तो इस पर हमारा एक सवाल यह भी बनता है कि क्या भूपेंद्र सिंह हुड्डा व दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी इन पेड़ों को कटवाना चाहते है? अगर वे ऐसा चाहते है तो यहां आएं ओर कुल्हाड़ी के साथ इन सभी पेड़ों को काट जाएं।

जयहिंद ने कहा कि विधायक जी सुप्रीम कोर्ट का हवाला दे रहे है जबकि सुप्रीम कोर्ट ने तो यह भी फैसला दिया है कि हरियाणा को एसवाईएल का पानी मिलना चाहिए, हम उनसे पूछना चाहते है कि एसवाईएल को लेकर अपने कितनी बार विधानसभा में आवाज उठाई है ? कितनी बार सड़कों पर उतरकर रोहतक की जनता की आवाज उठाई है ?

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