घबराए नहीं फोन करते ही पहुंच जाऊंगा – जयहिन्द
होमगार्डों का शोषण न करे सरकार – जयहिन्द
9050906161 पर फोन करके हमसे संपर्क कर सकते है – जयहिन्द
रौनक शर्मा

रोहतक (23 मार्च): शहीदी दिवस के अवसर पर समाजसेवी नवीन जयहिंद ने पेड़ों के नीचे प्रेसवार्ता कर अपनी झोपड़ी खाली कर दी। उन्होंने कहा, “मैं इस बाग में पेड़ों की रक्षा करने वाला माली था, लेकिन अब इसे छोड़ रहा हूं। हो सकता है कि अगले 100 दिन तक मैं नजर न आऊं, क्योंकि ऐसी जगह ढूंढने में समय लगेगा, जहां लोग आसानी से अपनी समस्याएं लेकर मुझसे मिल सकें।”
हालांकि, उन्होंने जनता से संपर्क बनाए रखने के लिए 9050906161 नंबर जारी किया और कहा कि लोग इस नंबर पर फोन कर अपनी समस्याएं बता सकते हैं या उनसे मिलने भी आ सकते हैं।
आंदोलन और संघर्षों का केंद्र रहा यह बाग
जयहिंद ने कहा कि वह पिछले 8-10 वर्षों से इस बाग में रहे हैं और यहां से कई महत्वपूर्ण आंदोलनों की अगुवाई की है। इनमें शामिल हैं:
- भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘सूटकेस में नौकरी, सूटकेस में सरकार’ आंदोलन
- लाखों बुजुर्गों की पेंशन, बीपीएल कार्ड और फैमिली आईडी से जुड़ी समस्याओं पर संघर्ष
- ‘थारा फूफा जिंदा है’ आंदोलन
- एसवाईएल नहर के लिए हरियाणा का हक मांगने का आंदोलन
- दलितों के घर गिरने से बचाने के लिए लड़ाई
- बेरोजगारों के हक में ‘बेरोजगारों की बारात’ निकालना
- रोहतक पीजीआई में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना और जेल जाना
- वामन मेश्राम द्वारा ब्राह्मण समाज पर की गई टिप्पणी के खिलाफ आंदोलन
- खेल कोटे की बहाली के लिए संघर्ष
होम गार्डों की समस्याएं: सरकार कब सुनेगी?
जयहिंद के हर रविवार लगने वाले जनता दरबार में इस बार हरियाणा के होम गार्डों का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा। उन्होंने अपनी समस्याओं को रखते हुए बताया कि—
- प्रदेश में 14,025 होम गार्ड तैनात हैं, लेकिन उन्हें न तो किसी तरह की सुरक्षा मिलती है और न ही पीएफ कटता है।
- होम डिस्ट्रिक्ट से दूर ड्यूटी करनी पड़ती है, वह भी अपने खर्चे पर।
- सैलरी मिलने का कोई निश्चित समय नहीं है।
- ड्यूटी के दौरान दुर्घटना होने पर भी किसी तरह का मुआवजा नहीं दिया जाता।
- रिटायरमेंट के बाद भी कोई आर्थिक सहायता नहीं मिलती।
- चुनावों के दौरान हरियाणा से बाहर (जैसे चंबल, असम, हिमाचल, तेलंगाना) ड्यूटी लगाई जाती है, लेकिन यात्रा का खर्च स्वयं वहन करना पड़ता है।
- सबसे बड़ी समस्या यह है कि हर 89 दिन बाद उन्हें हटा दिया जाता है, जिससे वे स्थायी कर्मचारी नहीं बन पाते।
जयहिंद की मुख्यमंत्री और विधायकों से अपील
होम गार्डों ने बताया कि वे अपनी समस्याओं को लेकर कई बार अधिकारियों और नेताओं से मिल चुके हैं, यहां तक कि मुख्यमंत्री सैनी भी समाधान का आश्वासन दे चुके हैं, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।
जयहिंद ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से अपील की कि वे इस मुद्दे पर संज्ञान लें। साथ ही, विधानसभा सत्र के दौरान सभी विधायकों से अनुरोध किया कि वे होम गार्डों की समस्याएं सदन में उठाएं और समाधान करवाएं।
कुरुक्षेत्र गोलीकांड पर जयहिंद की प्रतिक्रिया
कुरुक्षेत्र में हाल ही में हुई फायरिंग की घटना पर जयहिंद ने निष्पक्ष एसआईटी जांच की मांग की।
उन्होंने कहा, “जब समाज में 8 विधायक और संगठन के अध्यक्ष मोहनलाल बडौली मौजूद हैं, तो लोग मेरी बजाय उन्हें फोन कर मदद क्यों नहीं मांगते?”
निष्कर्ष: नवीन जयहिंद ने आंदोलनों का केंद्र रही अपनी झोपड़ी को छोड़ दिया, लेकिन जनता के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प व्यक्त किया। अब देखना होगा कि सरकार और प्रशासन होम गार्डों सहित अन्य मुद्दों पर क्या कदम उठाते हैं।