-डीसी ने सिविल सर्जन के साथ दो निजी अस्पताल व नागरिक अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का लिया जायजा
-पैनिक क्रिएट ना करते हुए सतर्कता बरते जिलावासी: डीसी गुरुग्राम

गुरुग्राम, 27 दिसम्बर। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोरोना के नए वैरिएंट के बढ़ते खतरे व केंद्र सरकार द्वारा कोविड को लेकर जारी की गई एडवाइजरी के मद्देनजर गुरुग्राम जिला में महामारी से निपटने की तैयारी तेज कर दी गई है।जिला में कोविड अस्पतालों में पहले से मौजूद संसाधनों के बेहतर व सुव्यवस्थित उपयोग की तैयारी हो रही है। इस क्रम में मंगलवार को गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव व सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव की उपस्थिति में गुरुग्राम के सेक्टर 10 स्थित नागरिक अस्पताल में मॉकड्रिल कर कोविड के मरीज के अस्पताल आने पर बरते जाने वाले ऐहतियात और कोविड संक्रमित मरीज के इलाज की प्रक्रिया की रिहर्सल की गई।

डीसी श्री यादव ने केंद्र सरकार द्वारा मंगलवार को देश के सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना अस्पतालों की मॉकड्रिल के लिए जारी की गई एडवाइजरी के तहत सर्वप्रथम जिला के मैक्स व फोर्टिस अस्पताल में कोरोना के उपचार के लिए उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। इसके उपरांत डीसी श्री यादव ने सेक्टर 10 स्थित नागरिक अस्पताल पहुँचकर इमरजेंसी वार्ड, आईसीयू व पीएसए प्लांट का भी निरीक्षण किया।

मॉकड्रिल के उपरांत मीडियाकर्मियों से बात करते हुए डीसी श्री यादव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहे कोरोना व उसके नए वैरिएंट को लेकर केंद्र सरकार के परिवार और स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय द्वारा पिछले चार दिनों से निरंतर गाइडलाइंस और एडवाइजरी जारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि अभी गुरुग्राम में कोविड के केवल 16 केस ही एक्टिव है। जिला में पॉजिटिविटी रेट भी एक प्रतिशत से कम है। पत्रकारों द्वारा गुरुग्राम में बाहर के देशों से आ रहे लोगों के साथ क्या एहतियात बरते जा रहे है, के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना प्रभावित देशों से आ रहे आगंतुकों की टेस्टिंग की व्यवस्था केंद्र सरकार द्वारा पहले ही एयरपोर्ट पर कर दी गयी है। एयरपोर्ट पर उनकी जांच होने के बाद ही उन्हें उनके गंतव्य स्थान पर जाने दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम जिला प्रशासन इस पूरे मामले पर करीब से नजर बनाए हुए है, जिला में ऐसे किसी भी मरीज की पहचान होती है तो कोविड प्रोटोकॉल के तहत आगे की कार्यवाही की जाएगी।

डीसी श्री यादव ने जिलावासियों से आह्वान किया कि जिस प्रकार सभी लोगों ने कोरोना वैक्सीन की पहली व दूसरी डोज़ लगवाई थी, ठीक उसी प्रकार बूस्टर डोज़ की अहमियत को समझते हुए इसे नजरअंदाज ना करें। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में निरन्तर बदल रहा मौसम व कोरोना वायरस एक ऐसा कॉम्बिनेशन हो सकता है जिसमें बूस्टर डोज़ की महत्ता बढ़ जाती है। उन्होंने कहा की सभी जिलावासी बूस्टर डोज़ को मिशन मोड पर लेते हुए अपना टीकाकरण करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में सरकारी व निजी अस्पतालों में कुल बेड की संख्या छह हजार के करीब है। ऐसे में किसी भी आपात स्थिति में यदि हमे डेडीकेटेड वार्ड बनाने की आवश्यकता होगी तो जिला प्रशासन की सभी तैयारिया पूरी हैं।

उपायुक्त ने कहा कि जिला में अभी कोरोना को लेकर स्थिति नियंत्रण में है। जिला के नागरिक कोरोना को लेकर किसी प्रकार का पैनिक क्रिएट ना करें लेकिन आने वाले दिनों में इसके मामले ना बढ़े, इसलिए हमें सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा कि यह समय घबराने का नहीं बल्कि सतर्क और सावधान रहने का है। सभी को कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा। अस्पतालों, बसों, रेलवे स्टेशनों और बाजारों जैसे भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क का इस्तेमाल करने के साथ ही अन्य लोगों को भी फेस मास्क पहनने के लिए जागरूक करें।

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