गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने दिए निर्देश

चरखी दादरी जयवीर फौगाट,

20 दिसंबर, चिन्हित अपराध में पुलिस, प्रशासन व जिला न्यायवादी यह सुनिश्चित करें कि अपराधी बच नहीं पाए और उसको सजा अवश्य मिलनी चाहिए।

पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत व अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस करते हुए प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग टीवीएसएन प्रसाद ने यह बात कही। उनके साथ पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार अग्रवाल व एडीजीपी क्राईम ओपी सिंह भी उपस्थित रहे। इस वीसी में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दादरी जिला में गंभीर किस्म के अपराध के मामलों की गहन छानबीन की जा रही है। अभी पिछले दिनों ही एक हत्या के मामले में दोषी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। उन्होंने बताया कि हत्या, लूटपाट, दुष्कर्म जैसे संगीन अपराधों में पुलिस की कार्रवाई बड़ी सख्त की जाती है। यह प्रयास होता है कि दोषी को उसके किए गए अपराध की सजा जरूर मिले। दादरी जिला में विगत एक साल के दौरान गंभीर अपराध के 16 मामले सामने आए हैं, इन सभी में साक्ष्य जुटाकर कानूनी कार्यवाही की जा रही है। दोषियों की धरपकड़ के  लिए दादरी पुलिस की स्पेशल टीमें लगातार मेहनत कर रही हैं और उनको सफलता भी मिली है।

अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के निर्देशानुसार यह निर्णय लिया गया है कि मंडलस्तर पर पुलिस की सहायता के लिए कुछ सेवानिवृत पुलिस अधिकारी, कानूनवेत्ता, फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीमें बनाई जाएं, जो कि गंभीर अपराध के मामलों में पुलिस विभाग की हर प्रकार से सहायता करेगी। गृह विभाग की ओर से ये टीमें गठित होने के बाद इनकी सूचि भिजवा दी जाएगी। पुलिस व न्यायिक विभाग का प्रयास होना चाहिए कि गंभीर अपराध का दोषी बचने ना पाए।  जिन मामलों में समझौते हो गए या कोर्ट में दोष साबित नहीं हुआ, उनकी गहन पड़ताल की जाए। इस मौके पर नगराधीश नरेंद्र मटौरिया, जिला न्यायवादी देवेंद्र मित्तल, सहायक न्यायवादी अमित सिवाच, रीडर प्रवीन कौशिक, जगप्रवेश उपस्थित रहे।

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