*पूछा – बीजेपी सरकार द्वारा दलितों, पिछड़ों व अल्पसंख्यक वर्गों के बच्चों की प्री – मैट्रिक वजीफा स्कीम खत्म करना उचित या अनुचित ?

पटौदी 29/11/2022 : ‘गरीब बच्चों की शिक्षा का अधिकार खत्म करने वाली इस बीजेपी सरकार ने एससी/एसटी/ओबीसी व अल्पसंख्यक वर्गों के छात्रों के हितों पर एक बड़ा कुठाराघात किया है की उनकी प्री – मैट्रिक छात्रवृत्ति स्कीम को खत्म कर दिया गया है। ये कहना है महिला कांग्रेस नेत्री सुनीता वर्मा का, उन्होंने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में बीजेपी पर इन वर्गों से घिनौना दुराग्रह रखने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस गरीब विरोधी मानसिकता वाली बीजेपी को अपना ये तुगलकी फरमान तुरंत वापिस लेना चाहिए अन्यथा इन्हें जनता के विरोध का गंभीर परिणाम भुगतना होगा।

वर्मा ने कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला के बयान का हवाला देते हुए कहा कि कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के लाखों एससी/एसटी/ओबीसी और अल्पसंख्यक बच्चों की प्री-मैट्रिक छात्रवृति योजना ख़त्म करना ग़रीब व शिक्षा पर भाजपाई कुठाराघात है, देश इसे कभी मंज़ूर नहीं करेगा।

कांग्रेस नेत्री ने बीजेपी के स्थानीय विधायक सत्यप्रकाश जरावता से भी इस बारे सवाल करते हुए पूछा की वो इन वर्गों का प्रतिनिधित्व करते हैं और वो इनका खुद को हितैषी भी बताते हैं, तो वो इन्हें बताए की उनकी सरकार की ये नीति सही है या गलत? क्षेत्र की जनता उनसे इस बारे ये सब जानना चाहती है, लेकिन वो इस मुद्दे पर मुंह में दही जमा कर न बैठें। उन्होंने कहा कि इस मामले पर दलित विधायक का मौन धारण ये साबित करता है कि वो सिर्फ खुद के हितों की परवाह करते हैं, समाज उनकी प्राथमिकताओं में नहीं आता।

महिला कांग्रेस नेत्री ने प्रेस को जारी अपने पत्र में ये भी कहा कि बीजेपी के कुछ नेता इस मामले को तूल पकड़ता देख कर हड़बड़ाहट में जनता को गुमराह करने वाले ये बयान दे रहे हैं की ये फैसला केवल अल्पसंख्यक वर्गों पर लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि इस बारे स्थानीय विधायक को जनता से स्पष्ट बताना चाहिए कि वो इन वर्गों के हितों पर खर्च होने वाले वार्षिक बजट में भी कटौती करने वाली इस सरकार की इस नीति को सही ठहराएंगे या गलत?

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