सोमवार को 12 बजे तक आने का दिया था अधिकारियों के द्वारा समय अधिकारियों की हीला हवाली को देख ग्रामीण महिलाओं का फूटा गुस्सा गुरुग्राम और पटौदी के बीच जोड़ी में 4 घंटे सड़क पर डटी रही महिलाएं जाम की सूचना पर पुलिस प्रशासन व पटौदी एसडीएम प्रदीप कुमार पहुंचे संबंधित अधिकारियों का आश्वासन अंडर पास के लिए 10 दिन में सर्वे सोमवार को संतुष्ट होने पर 4 घंटे बाद ग्रामींण महिलाएं सड़क से हटी रोड जाम खुलने के बाद ही शासन प्रशासन द्वारा ली गई राहत की सांस फतह सिंह उजाला पटौदी । गुरुग्राम से पटौदी के बीच गांव जोड़ी खुर्द-जोड़ी कला मुख्य सड़क मार्ग पर अंडरपास बनाने की मांग को लेकर सोमवार को एक बार फिर से सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं का गुस्सा ठंडे मौसम में ऐसा गर्म हुआ कि सैकड़ों महिलाएं अपना-अपना काम धंधा छोड़कर अंडर पास बनवाने के लिए सड़क के बीचोबीच ही मोर्चा ही खोल कर बैठ गई। गौरतलब है कि संडे को भी ठीक इसी स्थान पर करीब 4 घंटे से अधिक तक सड़क मार्ग को गुस्साए ग्रामीणों के द्वारा जाम रखा गया था । उस समय मौके पर पहुंचे अधिकारियों के द्वारा सोमवार को 12 बजे तक मौके पर पहुंच, अंडरपास बनाने के उचित स्थान का सर्वे करने का भरोसा दिलाया, लेकिन सोमवार को जैसे-जैसे समय बीतता गया । ग्रामीण महिलाओं को महसूस हुआ कि अधिकारियों के द्वारा हीला हवाली कर पल्ला झाड़ लिया गया , इसी आशंका को लेकर गांव जोड़ी खुर्द-जोड़ी कला , घोष गढ़ सहित आसपास की सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं ने ठीक उसी स्थान पर सड़क के बीचो बीच अपना लंगर डाल दिया , जहां पर ग्रामीण बीते करीब 6 महीने से अधिक समय से अंडरपास बनवाने की मांग करते चले आ रहे हैं । गौरतलब है कि गुरुग्राम से पटौदी रेवाड़ी होते हुए नेशनल हाईवे एनएच 352 डब्लू का निर्माण कार्य प्रगति पर है । ऐसे में इस नेशनल हाईवे की चौड़ाई लगभग 90 फुट से अधिक होने के कारण सड़क के दोनों तरफ जो गांव मौजूद हैं , उनमें से एक तरफ आसपास के गांव के बच्चों के लिए स्कूल तथा सामूहिक श्मशान घाट और दूसरी तरफ ग्रामीणों के खेती-बाड़ी के लिए जमीन है । ऐसे में नेशनल हाईवे बनने के बाद आम ग्रामीणों सहित बुजुर्गों बच्चों के लिए तथा खेतों में आवागमन करने वालों के लिए सड़क पार करना जान जोखिम में डालने से कम साबित नहीं हो सकेगा । इन्हीं सब परेशानियों को देखते हुए ग्रामीणों के द्वारा क्षेत्र के विभिन्न मंत्रियों विधायकों और अधिकारियों को कई बार गांव जोड़ी में हाई स्कूल के पास अंडरपास बनाने की मांग के लिए अपनी फरियाद लिखित में दी गई । लेकिन किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होती देख ग्रामीणों का गुस्सा विशेष रूप से महिलाओं में गुस्सा अधिक ही दिखाई दे रहा है। सोमवार को मेजबान दोनों तीनों गांवों के अलावा बड़ी संख्या में महिलाओं में शामिल प्रेम , कविता ,कृष्णा ,प्रवीण ,सुनीता, भागमती, सावित्री, कौशल्या, कमला ,अंगूरी, रामरति ,मौसम ,पूजा, नेहा, रेखा, पवित्रा, अमरबाई, सुमन, सुदेश, फूलवती, चंद्रकला, कमलेश, पूजा, बबली , निर्मला, गीता, सीमा, उषा, निशा, धनपति, संतरा, के अलावा महिला सरपंच निशा और सरपंच योगेंद्र के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण मोर्चा खोलकर गुरुग्राम पटौदी मुख्य सड़क मार्ग के बीचो-बीच बैठ गए । इसके बाद जैसे ही ग्रामीणों के द्वारा सड़क मार्ग जाम करने की सूचना पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार तक पहुंची तो उनके निर्देश पर सबसे पहले पटौदी थाना प्रभारी राकेश कुमार ग्रामीणों को समझाने के लिए पहुंचे । लेकिन ग्रामीण और महिलाएं इस बात पर अड़ी रही कि प्रोजेक्ट से संबंधित अधिकारी मौके पर आकर ग्रामीणों से बात करें । मौके पर ही पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार भी पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए इस बात से इंकार नहीं किया कि जिस प्रकार की परेशानी महसूस की जा रही है, ऐसे में ग्रामीणों की मांग जायज है । इसके उपरांत पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार के द्वारा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के संबंधित अधिकारियों तथा प्रोजेक्ट मैनेजर से संपर्क कर अधिकारियों को मौके पर पहुंचे । ग्रामीणों की बात सुनने और समाधान करने के लिए निर्देश दिए। इस बीच किसी प्रकार से कानून व्यवस्था ना बिगड़े , इसके लिए एसीपी महेंद्र कुमार, और महिला पुलिस भी दलबल सहित घटनास्थल पर पहुंच चुके थे । सोमवार को धरने पर बैठी सैकड़ों महिलाओं सहित अन्य ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि जो अंडरपास बनवाया जाना है , उसके नहीं बनने के कारण कोसली, हेलीमंडी, तिपपड़ी , खंडेवला, वसुंडा, जाटोली, जाटोला, पटौदी, हेली मंडी, जमालपुर, घोष गढ़, बिनोला, नूरगढ़, हालियाकी, राजपुर ,सहित अन्य गांव के ग्रामीणों का अपने अपने गांव में आना जाना आने वाले समय में बहुत बड़ी चुनौती सहित समस्या साबित हो सकता है । यही कारण है कि जब से गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी के बीच नेशनल हाईवे का काम आरंभ किया गया , उसी समय से ही यहां पर ग्रामीणों की सुविधाओं के ध्यान में रखते हुए अंडरपास बनवाने की पहले से ही डिमांड की जाति आ रही है। मौके पर पहुंचे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी विकास मित्तल, प्रोजेक्ट मैनेजर धीरज के द्वारा सड़क जाम किए बैठी महिलाओं सहित ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया कि आगामी 10 दिनों के अंदर किस स्थान पर अंडरपास बनाया जा सकता है ? इसका कार्य और सर्वे पूरा कर लिया जाएगा । जिस स्थान पर भी अंडरपास बनाना सबसे अधिक सुविधाजनक होगा , उसी स्थान पर अंडरपास का निर्माण कार्य भी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और पीडब्ल्यूडी विभाग के सांझा प्रयास से बनाने का काम आरंभ करवा दिया जाएगा। इसके अलावा ग्रामीणों के द्वारा मौके पर पहुंचे अधिकारियों के सामने अंडरपास के अलावा इस मुख्य सड़क मार्ग पर ओवर ब्रिज या ऊपर गामी पुल बनाने के विकल्प का भी प्रस्ताव रखा है । ग्रामीणों के मुताबिक संबंधित विभाग और अधिकारियों को ही इस बात का फैसला करना है कि यहां पर अंडरपास बनाना या फिर ओवरब्रिज बनाना दोनों में से क्या ग्रामीणों के अधिक लाभकारी और हितकारी साबित हो सकेगा ? आखिरकार 5 घंटे के मैराथन रोड जान के बाद संबंधित अधिकारियों के पहुंचने और उनके द्वारा 10 दिन में अंडर पास बनवाने के दिए गए सर्वे के आश्वासन के बाद ही सड़क जाम पर बैठी सैकड़ों महिलाओं का गुस्सा शांत हुआ । लेकिन इसके साथ ही महिलाओं के द्वारा यह चेतावनी भी दे दी गई कि , यदि दिए गए समय के मुताबिक अंडरपास बनाने के सर्वे का काम नहीं किया गया तो एक बार फिर से ग्रामीण और ग्रामीण महिलाएं सड़क मार्ग जान करने के लिए मजबूर होंगी और इसके लिए पूरी तरह से जिला प्रशासन पटौदी प्रशासन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के संबंधित अधिकारी ही जिम्मेदार रहेंगे । अंततः लगभग शाम 4 बजे के बाद ही सड़क मार्ग जाम खुलने के बाद जहां वाहन चालकों को राहत मिली , वहीं अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली । ऐसे में एक बार फिर से ग्रामीणों के आंदोलन के बाद जोड़ी खूर्द-जोड़ी कला गांव में अंडरपास बनाने की गेंद पूरी तरह से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और कथित रूप से पीडब्ल्यूडी विभाग के पाले में ही ग्रामीणों के द्वारा डालकर छोड़ दी गई है। Post navigation जिला परिषद की चौधर…….. भाजपा के असंतुष्ट एडवोकेट यशपाल की तलवार-ढाल कमल पर भारी वंचित तबके का प्रतिनिधित्व कर रहे पटौदी विधायक से कांग्रेस नेत्री का बड़ा सवाल