अतिरिक्त उपायुक्त से मिली धरना कमेटी, जल्द फैसला लेने की रखी मांग

चरखी दादरी जयवीर फौगाट,

17 अक्तूबर, बाढ़ड़ा नगरपालिका को भंग कर बाढ़ड़ा और हंसावास खुर्द की पंचायत बहाली को लेकर ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट गया। आज उपायुक्त कार्यालय में पहुंची धरना कमेटी के सदस्यों ने अतिरिक्त उपायुक्त अनुराग ढालिया से मुलाकात के दौरान अपनी बात विस्तृत रूप से रखते हुए सरकार को 5 दिन की मोहलत देते हुए कहा कि इस बीच सरकार ने उनकी बात पर गौर नहीं किया तो आंदोलन को और गति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मसले पर कोई घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी। 

कमेटी सदस्यों ने कहा कि सरकार जानबूझकर इस मामले को लटका रही है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन उपायुक्त ने मुख्यमंत्री को गुमराह किया और पंचायत बहाली के पक्ष में आये 89 प्रतिशत वाले पहले सर्वे की रिपोर्ट को दबा दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की जुबान मायने रखती है उन्हें इसका कड़ा संज्ञान लेना चाहिए था और कार्यालय में बैठकर तैयार किए गये दूसरे सर्वे को रद्दी की टोकरी में डालकर ग्रामीणों की मांग पूरी करनी चाहिए थी।

उन्होंने अतिरिक्त उपायुक्त अनुराग ढालिया से समाचार पत्रों में पंचायत बहाली को लेकर बादली की तर्ज पर जनमत संग्रह होने बारे भी सवाल जवाब किए जिसके बारे में एडीसी ने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि इस बारे में अभी आधिकारिक सूचना आई नहीं है जैसे ही सरकार से कोई आदेश आएगा तो उनको अवगत करा दिया जाएगा। धरना कमेटी के सदस्यों ने एडीसी के सामने नगरपालिका से होने वाले नुकसान बारे खुलकर अपनी बात रखी और कहा कि किसी भी सूरत में दोनों गावों के लोग नगरपालिका नहीं चाहते इसलिए सरकार को अविलंब उनकी जायज मांग मानते हुए पंचायत बहाली की घोषणा कर देनी चाहिये।

उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे धरने को सरकार कमजोर समझने की भूल ना करे। उन्होंने कहा कि बाढ़ड़ा क्रांतिकारियों की भूमि है और सरकार ने इसकी सुध नहीं ली तो पांच दिन के बाद आंदोलन की तीव्रता उनकी नींद तोड़ने का काम करेगी। इस अवसर पर धरना कमेटी सदस्य विद्यानन्द हंसावास, किसान नेता राजू मान, भल्लेराम पूर्व चेयरमैन, व्यापार मंडल प्रधान बजरंग सिंटी, अमित, भल्लेराम, मुख्त्यार, प्रताप हंसावास, बलवान, राजेंद्र बाढ़ड़ा मौजूद थे।