कहा- सरकार को जनता जनार्दन का फैसला मानना चाहिए चरखी दादरी जयवीर फौगाट, 8 अक्टूबर, – नगर पालिका के खिलाफ एसडीएम कार्यालय के सामने करीब एक माह से धरना चल रहा है। इस धरनास्थल पर समाज सेवी उमेद सिंह पातुवास ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया और धरने पर बाढड़ा विधायिका सहित दूसरे जनप्रतिनिधियों पर निशाना साधा। उल्लेखनीय हे कि बीते आठ सितंबर से बाढड़ा व हंसावास खुर्द के ग्रामीण नगर पालिका के खिलाफ धरना देकर ग्राम पंचायत बहाली की मांग कर रहे हैं। इस दौरान कई राजनैतिक दलों व सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग धरने पर पहुंचकर अपना समर्थन दे चुके हैं। उसी कड़ी में समाज सेवी उमेद पातुवास भी धरने पर पहुंचे और दोनों गांवों के लोगों की मांग का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि दादरी आगमन पर मुख्यमंत्री ने सर्वे करवाकर नगर पालिका का निर्णय करने की बात कही थी। जिसके बाद जो सर्वे हुई उसमें 89 प्रतिशत लोग नगर पालिका के खिलाफ हैं और ग्राम पंचायत की बहाली चाहते हैं। सरकार को जनता जनार्दन का फैसला मानना चाहिए लेकिन इसके विपरीत ग्रामीणों पर नगर पालिका को जबरदस्ती थोपा जा रहा है। पातुवास ने कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। बाढड़ा में ना कोई विधायक है ना सांसद। लोगों को ये ही नहीं पता कि सरकार किसकी है और किसकी चलती है। उन्होंने कहा कि बाढड़ा विधायिका का बेटा उप मुख्यमंत्री होने के बावजूद लोगों की मांग पूरी नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का नुमाइंदा चाहे तो धरनारत ग्रामीणों की मांग को किसी भी समय पूरा करवा सकता है। लेकिन बाढड़ा की विधायिका एक कमजोर विधायिका हैं जिसके चलते लोगों को अपनी मांग को पूरा करवाने के लिए जूझना पड़ रहा है। धरना स्थल पर विद्यानंद हंसावास, संदीप सिंटी, प्रदीप बाढड़ा, संत श्यामकलां, महेंद्र जेवली, रामौतार बाढड़ा, दिलबाग गोपी सहित अन्य मौजिजजन मौजूद थे। Post navigation बाजरा खरीद के दौरान गुणवत्ता में कमिया निकालने पर किसानों में रोष गठबंधन सरकार के विकास के दावे हुए फेल, गांव के लोग कीचड़ व टूटे हुए मार्ग पर चलने के लिए मजबूर : मनीषा सांगवान