कुछ दिन पहले दीवार के ऊपर से अर्थी लेकर जाने का वीडियो हुआ था वायरल चरखी दादरी जयवीर फौगाट, 6 अक्टूबर, – गांव रानीला के ग्रामीण वीरवार को उपायुक्त प्रीति से मिले। ग्रामीणों ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर शमशान घाट के रास्ते पर बनाई गई दीवार को हटवाकर रास्ता खुलवाने की मांग की है। रानीला के ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से जिला उपायुक्त प्रीति को बताया कि अनुसूचित वर्ग के लोगों ने बीते छह जून को जिला उपायुक्त व एसडीएम को ज्ञापन देकर अनुसूचित वर्ग के शमशान घाट पर राजपुत समाज द्वारा बनाई गई दीवार को हटवाने की मांग की गई थी। जिस पर काफी समय बाद 15 जुलाई को एसडीएम व डीएसपी ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों का समझौता करवाया था। ज्ञापन देने पहुंचे लोगों का कहना है कि उस समय हुए समझौते के तहत किसी भी वर्ग के द्वारा मंदिर गेट के आगे से अर्थी को नहीं ले जाने पर सहमति बनी थी लेकिन अब दूसरा पक्ष उस समझाैते से मुकर रहा है। केवल अनुसूचित वर्ग के लोगों का श्मशान घाट जाने का रास्ता दीवार बनाकर रोका गया है। वहीं अनुसूचित वर्ग के लोगों ने धरना कमेटी पर भी आरोप लगाए हैं कि कमेटी के द्वारा कहा गया है कि मंदिर के सामने से अनुसूचित वर्ग के लोगों की अर्थी जाने पर मंदिर अछूत होता है और इसकी गरिमा को ठेस पहुंचती है। ग्रामीणों ने कहा कि इसके लिए वे दोबारा से 8 सितंबर को दादरी एसडीएम से मिले तो उन्होंने तुरंत प्रभाव से बीडीपीओ को रास्ते पर बनाई गई दीवार का मसला सुलझाने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन मसले का हल नहीं करवाया गया। जिसके बाद एसडीएम ने 12 सितंबर को गांव रानीला पहुंचकर दूसरे पक्ष के लोगों से बात की तो उन्होंने पूर्व में हुए फैसले को मानने से इंकार कर दिया था। ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से जिला उपायुक्त से मांग की है कि शमशान घाट के रास्ते बनी दीवार को हटाकर रास्ते को खुलवाया जाए या फिर मंदिर गेट के सामने से किसी भी जाति की अर्थी नहीं निकाले जाने के निर्णय को लागू कराया जाए। इस दौरान ग्रामीण औमप्रकाश, आशीष, हरिओम, अमित कुमार, सोनू, सतीश, जयपाल आदि मौजूद थे। विडियो हुआ था वायरल : गांव रानीला में शमशान घाट के रास्ते पर दीवार बनाए जाने के बाद अनुसूचित वर्ग के लोगों द्वारा एक महिला की अर्थी को दीवार फांदकर ले जाया गया था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। उसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव में पहुंचकर दोनों पक्षों से बातचीत कर मसले को सुलझाने का प्रयास किया था। Post navigation आरटीए विभाग ओवरलोडिंग के खिलाफ हुआ सख्त, दो लाख के काटे चालान बाजरा खरीद के दौरान गुणवत्ता में कमिया निकालने पर किसानों में रोष