गांव खोरड़ा, झिंझर, खेड़ी बूरा, हड़ौदी, कारी धारणी, कादमा, बेरला व उण में स्कूलों कें बाहर ग्रामीणों द्वारा किया गया प्रदर्शन

चरखी दादरी जयवीर फौगाट

22 अगस्त, अध्यापकों के पद समाप्त करने पर ग्रामीणों का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को दादरी जिले के कई गांवों से विरोध की खबरें सामने आई। अध्यापकों के पद समाप्त करने से खफा गांव खोरड़ा, झिंझर, खेड़ी बूरा, हड़ौदी, बेरला, ऊण, कादमा व धारणी में ग्रामीणों ने स्कूल गेट पर ताला लगा दिया व वहां कार्यरत अध्यापकों के साथ स्कूल गेट के बाहर धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दाैरान आम आदमी पार्टी के बाढड़ा हलका अध्यक्ष राकेश चांदवास ने भी गांव खोरड़ा में धरने पर पहुंचकर उनकी मांगों का समर्थन किया

रेशलाइजेशन व नार्मलाइजेशन नीति के तहत सरकारी स्कूलों में अध्यापकों के पद समाप्त किए जा रहे है। जिसके विरोध में गांव खोरड़ा के उच्च विद्यालय में कार्यरत अध्यापकों ने सामूहिक अवकाश लेकर धर्मबीर मेहरा, चंद्रवीर, कमल सिंह, मनोज कुमार आदि ग्रामीणों के साथ धरना देकर मांग की है कि इस नीति को शीघ्र बंद किया जाए। वहीं गांव हड़ौदी के ग्रामीणों ने निवर्तमान सरपंच सुनिता की अगुवाई में समाज सेवी जगबीर चांदनी, जय सिंह आदि ने स्कूल गेट पर ताला जड़कर वहां पर नारेबाजी कर रोष जताया। धरनारत ग्रामीणों व अध्यापकों ने कहा कि विद्यालयों में  विद्यार्थी अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक, हिंदी आदि विषय भी पढ़ते हैं। लेकिन इन विषयों के लिए कोई अध्यापक नहीं दिया गया है।

ग्रामीणों ने रोष जताते हुए कहा कि सरकार एक ही गांव में तीन-तीन शराब के ठेके खोल रही है और स्कूलों को बंद करने पर तूली हुई है। ग्रामीणों ने इस नीति को अविलंब बंद करने की मांग की है। आप नेता राकेश चांदवास ने धरनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार नई-नई नीति लाकर स्कूलों को बंद कर शिक्षा को नीजि हाथों में देना चाहती है। लेकिन आम आदमी पार्टी इसका डटकर विरोध करेगी और सरकारी स्कूलों को किसी भी सूरत में बंद नहीं होने दिया जाएगा। इसी प्रकार का विरोध प्रदर्शन जिने के गांव बेरला, झिंझर, खेड़ी बूराख् ऊण, कादमा व धारणी में भी देखने को मिला जहां ग्रामीणों ने स्कूल गेट पर एकत्रित होकर वहां रोष जताया और सभी विषयों का स्टाफ उपलब्ध करवाने की मांग की।

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