चरखी दादरी जयवीर फौगाट,

24 जुलाई, बीते दिनों हुई बारिश से जिले के कई गावों में फसल जलमग्न हो गई है। लगातार जलभराव से फसलें बर्बादी की कगार पर पहुंच गई हैं। गांव मैहड़ा व साथ लगते गांवों में चार दिनों से फसलों में जलभराव होने व पानी निकासी के प्रबंध नहीं होने के कारण किसानों में रोष बना हुआ है। भारतीय किसान युनियन के युवा जिला अध्यक्ष सीटू मैहड़ा की अगुवाई में किसानों ने रोष जताते हुए शीघ्र पानी निकासी की मांग की है।

भाकियू पदाधिकारियों ने कहा कि गांव मैहड़ा, बिरही कलां व तिवाला के खेतों मे पिछले चार दिनों से पानी भरा हुआ है। जिससे कपास, ग्वार, बाजरा, धान, ज्वार आदि फसलें खराब होने के कगार पर खडी है। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा कड़ी मेहनत व काफी रुपये खर्च कर फसलें लगाई गई थी। लेकिन सरकार व प्रशासन की अनदेखी के चलते किसान प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे हैं और उनकी फसलें उनकी आंखों के समाने बर्बादी की भेंट चढ़ रही हैं लेकिन किसान चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहा है।

उन्होंने कहा कि करीब आधा दर्जन गांवों में सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न होने से किसानों को आर्थिक व मानसिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं सरकारी महकमे के द्वारा जो मोटर लगाई गई हैं वो पानी निकालने मे नाकाम लग रही हैं। जिसके कारण लगातार चार दिनों से फसलें जलमग्न हैं। यदि शीघ्र प्रशासन ने इस ओर ध्यान देकर पानी निकासी का कार्य नहीं करवाया तो किसानों की सैकड़ों एकड़ में खड़ी फसल प्राकृति आपदा की भेंट चढ़ जाएगी। भारतीय किसान यूनियन ने प्रशासन व सरकार से शीघ्र इस पर संज्ञान लेकर बड़ी मोटर लगवाने व 24 घंटे बिजली आपूर्ति चालू करवाकर पानी निकासी की मांग की है ताकि बर्बादी की कगार पर खड़ी सैकड़ों एकड़ फसलों को बचाया जा सके। इस अवसर पर दिनेश, राजा, जितल, सतबीर, विजय, रामनिवास, रविंद्र आदि माैजूद थे।

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