एमेच्योर कबड्डी एसोसिएशन की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शिरकत की कृषि मंत्री ने चरखी दादरी जयवीर फौगाट, 23 जुलाई – कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जयप्रकाश दलाल ने कहा है कि हरियाणा खेलों का प्रदेश है। खेल हरियाणवीं संस्कृति का एक अभिन्न अंग हैं। यही कारण है कि ओलंपिक व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में सबसे अधिक पदक हरियाणा के खिलाड़ी ला रहे हैं। जयप्रकाश दलाल आज नई अनाजमंडी में एमेच्योर कबड्डी एसोसिएशन हरियाणा की ओर से आयोजित नेशनल पुरूष कबड्डी प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के तौर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल हर जिले में नए स्टेडियम, खेल नर्सरी, खिलाडिय़ों को आधुनिक सुविधाएं मुहैया करवा रहे हैं। सरकार ने ओलंपिक में गोल्ड मेडल पदक विजेता को 6 करोड़ रूपए, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ रूपए और कांस्य पदक विजेता को 2.5 करोड़ रूपए का पुरस्कार देेने की घोषणा की हुई है। उन्होंने कहा कि चरखी दादरी में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन होना गौरव की बात है। कृषि मंत्री ने अपनी ओर से कबड्डी एसोसिएशन को प्रोत्साहन स्वरूप पांच लाख रूपए देने की घोषणा की। एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद कृष्णलाल पंवार ने खिलाडिय़ों की हौंसला अफजाई के लिए कृषि मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दादरी शहर में पिछले दिनों लड़कियों की कबड्डी प्रतियोगिता करवाई गई थी। जिसमें देश भर से टीमों ने भाग लिया था। इस टूर्नामेंट में भी देश की 31 टीमें भाग ले रही हैं। रविवार 24 जुलाई की शाम को इस प्रतियोगिता का समापन होगा। इस दौरान खिलाडिय़ों के ठहरने और भोजन आदि के लिए एसोसिएशन ने बेहतर इंतजाम किए हुए हैं। जिसके लिए जिला प्रशासन पूरा सहयोग दे रहा है। हरियाणा एमेच्योर कबड्डी एसोसिएशन के महासचिव कुलदीप दलाल व जिला प्रधान राजेश फौगाट ने मुख्य अतिथि को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने खिलाडिय़ों से परिचय लिया और उनकी खेल भावना की सराहना की। कार्यक्रम में तेजस्वी गहलोत, वीरेंद्र फौगाट, गोबिंद मकड़ानिया, राममेहर घनघस, सुरजीत नरवाल, कोच विजेंद्र सिंह, अशोक अहलावत, सीआईडी निरीक्षक जलधीर सिंह, रवि शेट्टी, आसन कुमार, प्रदीप फौैगाट इत्यादि उपस्थित रहे। Post navigation अग्निपथ योजना को लेकर धरना-प्रदर्शन जारी…….आज धरने को पैंतीसवें दिन में प्रवेश फसलें जलमग्न होने से बर्बादी की कगार पर, पानी निकासी नहीं होने से भाकियू में रोष