चरखी दादरी जयवीर फोगाट, 08 जुलाई, ने मांगों व समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री हरियाणा को ज्ञापन सौंपा है। सभा के प्रधान बाबू राम ने लिखित ज्ञापन के माध्यम से बताया कि ग्रामीण लंबे समय से चौकीदारों की मांगों बारे समय-समय पर सरकार को अवगत करवाते आ रहे हैं। परंतु अभी तक हमारी किसी समस्या का हल नहीं किया गया है और ना ही इस बारे सरकार द्वारा कोई कदम उठाया गया है। हरियाणा का ग्रामीण चौकीदार दलित व पिछड़े वर्ग से है। पिछले 4 वर्ष से हमारे मानदेय में कोई बढ़ौतरी नहीं हुई है। इस महंगाई के जमाने में 7000 में गुजारा करना बहुत मुश्किल है। उन्होंने निम्न मांगों व समस्याओं का निदान करवाने के लिए उचित कदम उठाए जाने की मांग की है। 11 सूत्रीय ज्ञापन-पत्र के माध्यम से उन्होंने मांग की है कि हरियाणा के ग्रामीण चौकीदारों को पक्का किया जाए जब तक पक्के नहीं होते तब तक 24 हजार न्यूनतम वेतन दिया जाए। चौकीदारों के वेतन को महंगाई भत्ते से जोड़ा जाए तथा प्रत्येक 6 माह में महंगाई भत्ता दिया जाए। हरियाणा सरकार ने ग्रामीण चौकीदारों को ई.पी.एफ. के तहत कवर करने की घोषणा की है परंतु इस घोषणा को अभी तक लागू नहीं किया गया है। हरियाणा के चौकीदारों, को सफाई कर्मचारियों की तर्ज पर बीडीपीओ ब्लॉक को इकाई मानकर चौकीदारों को ईपीएफ में कवर किया जाए। ग्रामीण चौकीदारों को ईएसआई के दायरे में लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जाए। कोरोना महामारी की चपेट में आने से मौत होने पर ग्रामीण चौकीदार को सरकार के आदेशानुसार 20 लाख बीमा राशि व परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए व ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की तरह दुर्घटना में मौत होने पर 5 लाख तथा बिमारी से मौत होने पर 2 लाख रूपये बीमा दिया जाए। चौकीदरों के लिए वर्दी जूता वार्षिक 2750 रूपये भत्ते को बढ़ाकर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के बराबर 4000 रूपये किया जाए व लाठी व बैटरी का खर्च अलग से दिया जाए। हर माह की 7 तारीख तक मानदेय का भुगतान किया जाए तथा एक माह मानदेय लेट होने पर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की तरह 500 रूपये अतिरिक्त दिया जाए। हरियाणा सरकार ने गाँव में मृत्यु का इन्द्राज करने बारे 300 रू प्रति देने बारे आदेश जारी किया था परंतु आदेश को अभी तक लागू नहीं किया गया है इसे तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए। कई वर्षों से बकाया पड़े बकाया मुनादी भत्ते का भुगतान किया जाए। चौकीदारों की सेवानिवृति पर एक मुश्त 5 लाख रूपये राशि देकर समान पत्र दिया जाए तथा चौकीदार की सेवानिवृति के बाद उसके परिवार से ही चौकीदार लगाया जाए। खाली पदों पर चौकीदारों की नियुक्ति की जाए व जनसंख्या के आधार पर बढ़ाई जाए। चौकीदारों को मिलने वाला मानदेय में हस्ताक्षर प्रणाली समाप्त की जाए। इस अवसर पर सभा के प्रधान बाबू राम, कोषाध्यक्ष भगत सिंह, महासचिव कली राम, वेद प्रकाश, चिमन लाल, सुरेश, कुलदीप, रोहताश, सतपाल, बलबीर, संजय, नत्थू राम, दौलत राम, महेन्द्र सिंह, राजेन्द्र सिंह, भूप सिंह, सुरेश, वीरेन्द्र, सतीश आदि उपस्थित रहे। Post navigation अग्निपथ योजना के विरोध के चलते किया मुख्यमंत्री खट्टर के दौरे का बहिष्कार गुरुग्राम की तर्ज पर हो दादरी के विकास : सोमबीर सांगवान