खापों, किसान और कर्मचारी संगठनों ने दिया 5 घंटे तक सचिवालय में धरना

चरखी दादरी जयवीर फोगाट,

08 जुलाई, लघु सचिवालय परिसर में इलाके की प्रमुख खापों, किसान और कर्मचारी संगठनों ने संयुक्त युवा मोर्चा की अगुवाई में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के दौरे का विरोध करते हुए 5 घंटे का धरना दिया। उन्होंने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर टीओडी को वापस नहीं लिया गया और पुरानी भर्ती को शुरू नहीं किया गया तो यह आंदोलन निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने पुरानी भर्ती की लिस्ट के साथ एयर फोर्स का फाइनल रिजल्ट निकालने की मांग की। संयुक्त युवा मोर्चा कमेटी के सदस्य सोनू फौगाट ने इन सबके साथ आंदोलन के दौरान आत्महत्या करने वालों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने बारे प्रस्ताव रखा जिसका सभी ने हाथ उठाकर अनुमोदन किया। पांच घन्टे तक चले धरने का मंच संचालन किसान नेता राजू मान ने किया।

इससे पहले आज सुबह 9.30 बजे से ही विभिन्न खापों और संगठनों से जुड़े लोग युवाओं के समर्थन में लघु सचिवालय परिसर में इकट्ठा होना शुरू हो गए थे। सबने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। अपने संबोधन में खाप और किसान संगठनों से जुड़े  पदाधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार देश की जनता का ध्यान महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुख्य मुद्दों से भटकाना चाहती है। इसलिए बिना किसी मांग के पहले कृषि के लिए तीन काले कानून लेकर आई अब सेना का मनोबल कमजोर करने के लिए अग्निपथ योजना लेकर आई है। जो बेरोजगार युवाओं के साथ सरासर धोखा है।

उन्होंने कहा कि जैसे सरकार को तीन काले कानून रद्द करने पड़े थे वैसे ही अग्निपथ योजना को वापिस लेना होगा। उन्होंने युवाओं से आग्रह करते हुए कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से चलना चाहिए और सभी  एकजुटता के साथ इस लड़ाई को लडेंगे और युवाओं को उनका हक दिलाकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार इस आंदोलन में युवाओं को डरा धमका दबाना चाहती है लेकिन वो अपने इन औछे हथकंडों में कामयाब नहीं होगी।

इस अवसर पर फौगाट खाप के प्रधान बलवंत नंबरदार, श्योराण खाप 25 के प्रधान बिजेंद्र बेरला, चिड़िया पंचगामा के प्रधान राजबीर शास्त्री, धनखड़ खाप के प्रधान ओमप्रकाश धनखड़, कादयान खाप से वीरेन्द्र सिंह, हुड्डा खाप से प्रदीप हुड्डा, नैन खाप के गंगा सिंह, जाखड़ खाप के हेडमास्टर ताराचंद, संयुक्त किसान मोर्चा के जोगिंद्र नैन, अखिल भारतीय जाट संघर्ष समिति के संयोजक अशोक बल्हारा, भाकियू लोकशक्ति के जगबीर घसोला, अत्तर सिंह बेरी, रामकुमार कादयान, सुनील पहलवान, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, कमलेश भैरवी, जोरावर सांगवान, कृष्ण फौगाट,  पूर्व पार्षद वीरेंद्र पप्पू, राहुल मराठा, बबलू श्योराण, रिम्पी फौगाट, प्रीतम पूर्व चेयरमैन, रणधीर घिकाड़ा, धर्मेन्द्र छपार, सुशील धानक, इंदुबाला, सत्या लेघा, सुनीता भैरवी, रणबीर फौजी, डॉ ओमप्रकाश, रवि तोशाम, सचिन फौगाट, बार एसोसिएशन के एडवोकेट गिरेंद्र फौगाट, सोमबीर सांगवान, धर्मपाल महराणा, सुरेश फौगाट, शमशेर फौगाट, प्रोफेसर राजेंद्र डोहकी, राजकरण पूर्व सरपंच, ईश्वर रावलधी, रितिक समेत अनेक गणमान्य मौजूद थे।