– प्रगति रैली ने खोले विकास के नए द्वार चंडीगढ़, 8 जुलाई – मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज चरखी दादरी में आयोजित प्रगति रैली में इस जिला को करीब 1100 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं की सौगात दी। मानसून के मौसम में मुख्यमंत्री खूब मेहरबान दिखाई दिए, उन्होंने जमकर धनवर्षा की। मुख्यमंत्री ने चरखी दादरी से अपना 32 साल पुराना संबंध बताते हुए कहा कि उनके दिल में इस पिछड़े क्षेत्र को विकसित करने की कसक थी , आज वे विधायक, सांसद तथा आम आदमी की डिमांड पर लगभग 600 मांग पूरी करने की घोषणा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने करीब 745 करोड़ रुपए से इन मांगों को अमलीजामा पहनाने के लिए तुरंत मंजूरी देने की घोषणा कर डाली। इनमें मुख्य रूप से दादरी का रिंग रोड बाईपास, इमलोटा में बस स्टैंड, बाढड़ा में चालक प्रशिक्षण, दादरी से खैरड़ी रोड़ का निर्माण, झोझू-कादमा-सतनाली रोड़, दादरी शहर सीवरेज का सुधार इत्यादि शामिल हैं। इससे पूर्व , मुख्यमंत्री ने चरखी दादरी जिला में 350 करोड़ रूपये की लागत की 17 विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवम शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी है उनमें करीब सौ करोड़ की लागत से बनने जा रहे निमड़-बडेसरा पेयजल प्रोजेक्ट के अलावा दादरी शहर में चिडिय़ा व घसोला रोड के समीप 72 करोड़ की लागत से बनने वाले लघु सचिवालय का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने दादरी शहर में 70 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे हाऊसिंग कॉम्पलेक्स की भी आधारशिला रखी। कस्बा बौंद में महाविद्यालय का नया भवन बनने की मांग भी सीएम ने पूरी की। इस कालेज की बिल्डिंग बनाए जाने पर 16 करोड़ 11 लाख रूपए की लागत आएगी। मुख्यमंत्री ने 36 करोड़ रूपए की लागत से बनकर तैयार हुए सिरसली जलघर, पांच करोड़ 78 लाख की लागत से बने दादरी फायर स्टेशन, करीब 18 करोड़ की लागत से बनकर तैयार दादरी-महेंद्रगढ़ रोड का उद्घाटन किया। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने दो करोड़ 41 लाख की लागत से बनी हड़ौदी माईनर, दो करोड़ की लागत से बने छपार-रामपुरा लिंक रोड, एक करोड़ 15 लाख की लागत से बनी लोहारू फीडर व गांव सांवड़ में एक करोड़ 60 लाख की लागत से बने पचास बिस्तरों के हॉस्पिटल का भी उद्घाटन किया। Post navigation चरखी दादरी भले हरियाणा का आखिरी जिला लेकिन विकास की पंक्ति में रहेगा आगेः मुख्यमंत्री मनोहर लाल अग्निपथ योजना के विरोध के चलते किया मुख्यमंत्री खट्टर के दौरे का बहिष्कार