बाढड़ा जयवीर फोगाट,

04 जुलाई, बाढड़ा उपमंडल के गांव किष्कंधा में खोले गए शराब ठेके का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। बीते एक सप्ताह के दौरान ग्रामीण कई बार एकत्रित होकर शराब ठेका खोलने का विरोध कर चुके हैं। यहां तक कि शराब ठेके पर ताला जड़कर प्रशासन से भी गांव से ठेका हटवाने की मांग कर चुके है। इसके लिए ग्रामीणों ने पंचायत का आयोजन कर सर्वसम्मति से गांव में ठेके नहीं खोलने देने का भी निर्णय लिया हुआ है। लेकिन अभी तक गांव से ठेका नहीं हटवाए जाने को लेकर उनमे लगातार प्रशासन व सरकार के खिलाफ रोष देखने को मिल रहा है। सोमवार को ग्रामीणों ने पूर्व सरपंच शुभराम की अध्यक्षता में दोबारा से बैठक का आयोजन किया। जिसमें ग्राम सचिव की मौजूदगी में गांव की सीमा में शराब का ठेके खोले जाने से आपसी भाईचारा खराब होने व लड़ाई झगड़े की आशंका का हवाला देते हुए गांव में शराब का ठेका नहीं खुलने देने का प्रस्ताव पारित किया। जिसकी कॉपी संंबंधित अधिकारियों को भी भेजी गई है। वहीं ग्रामीणों ने शराब ठेके के विरोध में आम आदमी पार्टी के हल्का अध्यक्ष राकेश चांदवास की अगुवाई में प्रशासन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर गांव से शराब का ठेका हटवाने की मांग की है।

ग्रामीणों ने पंचायत के दौरान पारित किए गए प्रस्ताव में लिखा है कि उन्होंने सब की सहमति से निर्णय लिया है कि गांव में शराब का ठेका खोला जाना उनके हित में नहीं है। जहां पर ठेका खोला जा रहा है उसके नजदीक स्कूल, मंदिर, आंगनबाड़ी केंद्र व खेल मैदान है। इसके अलावा वहां से आमजन, महिलाओं व पढ़ने वाले बच्चों का आवागमन रहता है जिससे उन पर प्रतिकूल असर पड़ेगा व आपसी भाईचारे के बिगड़ने का भय है। इस शराब के ठेके को लेकर ग्रामवासी नाराज हैं जिसके कारण गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। इसलिए उनकी मांग है कि गांव किष्कंधा के सीमा क्षेत्र में शराब का ठेका ना खोला जाए। ग्रामीणों ने इस प्रस्ताव की कॉपी बाढड़ा बीडीपीओ के माध्यम से दादरी जिला उपायुक्त व आबारी विभाग के एसीएस को भेजी है। प्रस्तावित पारित करने के बाद वहां काफी संख्या में एकत्रित हुई महिलाओं ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और किसी भी सूरत में गांव में ठेका नहीं खोलने देने की बात कही। इस अवसर पर शुभराम, निर्मला, कुलवंती, सुमन, संतोष, चंद्रकला उर्मिला, सविता, विनोद, कविता, रोशनी आदि मौजूद थे।

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