पार्षद सीमा पाहुजा ने यह कहते हुए सदन को गुमराह किया कि उर्वा 4/7 ने यहाँ स्थित पुस्तकालय पर क़ब्ज़ा कर रखा है।धर्म सागर
निगम आयुक्त के आदेशानुसार यहाँ के रख रखाव का अधिकार भी उर्वा 4/7 के पास है। धर्म सागर

गुरुग्राम, 30 जून। उर्वा सेक्टर 4/7 तथा सेक्टर 4 के निवासियों के प्रति अपने द्वेष व उनके अधिकारो के हनन की तमाम सीमाएँ अपने झूठे बयान देकर पार कर दी। उर्वा के विरुद्ध पहले भी अनेको बार ऐसा झूठा प्रचार प्रसार करती रही है। इसी के बाबत उर्वा 4/7 के पदाधिकारियों की एक मीटिंग हुई जिसमें वार्ड 15 के पार्षद द्वारा उर्वा के विषय में दिए झूठे वक्तव्य की निंदा की गई। पार्षद सीमा पाहुजा ने यह कहते हुए सदन को गुमराह किया कि उर्वा 4/7 ने यहाँ स्थित पुस्तकालय पर क़ब्ज़ा कर रखा है। जबकि यह सर्व विदित है कि उर्वा जिस दिन से कम्यूनिटी केंद्र बना है तभी से यहाँ एक पुस्तकालय संचालित कर रही है तथा यहीं उसका एक कार्यालय भी है। निगम आयुक्त के आदेशानुसार यहाँ के रख रखाव का अधिकार भी उर्वा 4/7 के पास है। सभी ने सर्व सम्मति से इस विषय को उचित मंचो पर उठाने तथा इसके विरोध में एक बड़े धरने प्रदर्शन के साथ साथ मीडिया के माध्यम से इस झूठ के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने को कहा।

उर्वा 4/7 के अध्यक्ष धर्म सागर ने बताया कि उनका यह बयान पूरी तरह से झूठ का पुलिंदा है तथा सदन व अधिकारियों को गुमराह करने वाला है। यह सेक्टर 4 के निवासियों के अधिकारो का हनन है क्यूँकि यहाँ के प्लॉट धारकों से हुडा ने प्लॉट देते समय कम्यूनिटी केंद्र की क़ीमत को भी जोड़ कर लिया था। परंतु पार्षद महोदया यहाँ केवल अपना ही क़ब्ज़ा चाहती है। वह सेक्टर के निवासियों को कम्यूनिटी केंद्र के इस्तेमाल से रोक रही है। उनका कहना है कि आगे की इमारत तो निगम व पार्षद का कार्यालय है केवल पीछे का हिस्सा ही यहाँ के निवासी प्रयोग कर सकते है उनका केवल वही कम्यूनिटी केंद्र है। जो कि सरासर ग़लत है। जबकि कम्यूनिटी केंद्र केवल यहाँ के रहने वालों के प्रयोग के लिए है। लेकिन उनके द्वारा 8 में से 7 कमरों पर क़ब्ज़ा कर रखा है। जबकि उन्हें केवल एक ही कमरा निगम द्वारा दिया गया है। उर्वा के एकमात्र कमरे से उन्हें परेशानी है। उन्होंने कहा कि पार्षद ने पिछले पाँच सालो में सेक्टर को स्लम कालोनी बनाने का जो अथक प्रयास किया है उसे सेक्टर वासी कभी भुला नहीं सकते और उनके विरुद्ध बोलने वालो के साथ इसी प्रकार का व्यवहार होता है।

संस्था के महासचिव प्रमोद शर्मा ने बताया कि सेक्टर 4 की दुर्दशा के विषय में आवाज़ उठाने के चलते पार्षद महोदया निगम के अधिकारियों पर इस प्रकार की कार्यवाही का दबाव बना रही है। इससे पहले भी इस प्रकार की कार्यवाही कई बार उर्वा पर की गई परंतु हर बार विभागीय जाँच के बाद उर्वा को सही बताते हुए निगम आयुक्त के आदेश से पुनः कम्यूनिटी केंद्र की देखरेख का अधिकार उर्वा को दिया। यदि इतना प्रयास सेक्टर के बदतर हो चुके सीवर, सड़क, जलभराव, सफ़ाई व पार्कों की बेहतरी के लिए किया होता तो आज यहाँ की स्थिति शायद इतनी ख़राब ना होती और ना ही यहाँ के लोग उनके कार्य कलापो से इतना त्रस्त होते जो उनके कार्यकाल में किए गए है।

उन्होंने कहा कि उर्वा 4/7 यहाँ की 42 वर्ष पुरानी व प्रतिष्ठित संस्था है। वह निरंतर अपने सेक्टर वासियो की समस्याओं के निदान के लिए प्रयासरत रहेंगे। यह प्रयास हम कम्यूनिटी केंद्र में रहते हुए भी करेंगे तथा पार्षद महोदया द्वारा यहाँ निकाले जाने पर सड़क पर बैठ कर भी करेंगे।

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